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Q&A
10:00 AM | 05-11-2019

Hi I am 20 yrs old and am suffering from prolonged thigh pain basically in back thigh bone. Can you please tell me something that provides relief?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

05:51 PM | 05-11-2019

Hi. We would like to guide you to a few resources - 

  1. Read this blog - Do you understand pain?

  2. Real-life natural healing stories of people who cured their aches & pains just by following Natural Laws.

 

Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. 

Regds
Team Wellcure



05:48 PM | 05-11-2019

Dear health seeker Isha, We the natural hygienists are quite disturbed to note that youngsters at 20 are besieged with any health issues  at your age one should be at the pinnacle of health she should be in the prime of health  ,this  is indicative that the life lived thus far has not been in accordance with the eternal laws of nature governing our organism. Please therefore switch to a hygienic lifestyle consuming more of vegetables raw and cooked and fruits to the extent of 80% and rest carbs, fats, protein sourced from plant kingdom 

Expose yourself to the highly energizing early morning sun rays for 30  to 40 minutes for your daily requirements of vitamin  D, which to my knowledge 50 %of Indian women suffer shortage of. Vitamin D shortage is the main reason that you are having thigh bone pain and to some extent consumption of devitalising foodless foods tea coffee, cola drinks, fast foods, animal products etc. Last but not the least, cut down on all enervating foods and habits. Go for a brisk walk, do some yoga and physical activities to tone up your muscles ere long all your pains will be a thing of past. 

A  life of reason and nature is what you need to adopt. 
Thanks and best wishes for a healthy life. 

V.S.Pawar
Member Indian institute of natural therapeutics 



05:50 PM | 05-11-2019

नमस्ते,

जांघ में दर्द देर तक एक ही अवस्था में बैठे रहने ,खेलकूद के दौरान चोट लगने, रोजाना के काम काज के समय मांसपेशी के ऐठने, मांसपेशियों के एक दूसरे पर चढ़ जाने इत्यादि वजह हो सकता है।

  • प्रतिदिन रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींंद अवश्य लें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती हैं ।
  • प्रतिदिन मौसमी फल या हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें इससे शरीर के को आवश्यक मात्रा में पोषण प्राप्त होता है शरीर के सभी अपना कार्य सुचारू रूप से करते हैं ।
  • बर्फ के कुछ टुकड़े लेकर एक सूती कपड़े में बांध कर 15 मिनट तक दर्द वाली जगह की सिकाई करें ।
  • प्रतिदिन एक गिलास गुनगुने जल में एक चम्मच हल्दी मिलाकर सेवन करें उसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होता है एवं करक्यूमिन पाया जाता है जो मांसपेशियों के दर्द को ठीक करने में सहायक है।
  • नारियल के तेल से दर्द वाली जगह को दिन में दो से तीन बार अच्छे तरीके से मालिश करें।

 निषेध- तेजी से चलना, देर तक एक ही अवस्था में बैठना।



05:49 PM | 05-11-2019

हेलो,

कारण - शरीर में inflammation के वजह से दर्द हो रहा है। अम्ल की अधिकता के कारण ऐसा हो रहा है।

दोष पुर्ण आहार, दोष पुर्ण जीवन शैली, अनिद्रा, तनाव 

इसका मुल कारण है।

समाधान - सुप्त मत्स्येन्द्रासन, धनुरासन

पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, शवासन करें।

10% कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस बिना नमक निम्बू के लेना है।30% कच्चे सब्ज़ी का सलाद बिना नमक निम्बू के लेना है।10% ताज़ा नारियल सलाद में मिला कर लेना है। 20% फल को लें। पके हुए खाने को केवल एक बार खाएँ नमक भी केवल एक बार पके हुए खाने लें। पके हुए खाने में सब्ज़ी भाँप में पके हों और तेल घी रहित होना चाहिए सब्ज़ी की मात्रा 20% और millet या अनाज की मात्रा 10% हो।

जीवन शैली - आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator


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