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Q&A
06:59 PM | 08-08-2019

My mother is having arthritis problem from 3 years. She suffer from lots of pain and not even able to sleep at night.. Plz help


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

05:41 PM | 09-08-2019

Please read previous Q&A threads on arthritis here.



01:17 PM | 07-09-2019

Hi 

  • Advice to take proper diet.  Include green vegetable and leafy vegetables regular.
  • Advice to take more fruits especially orange and yellow coloured fruits. 
  • Anti-inflammatory diet is recommended.
  • Mud application to painful joint also more beneficial.
  • Apply mustard pack: Grind mustard in to powder mix with hot water and make paste. Apply on the Painful joints. 
  • Gentle massage with IR application.
  • Hot and cold fomentation on the painful areas.
  • Acupressure and acupuncture can also help to reduce inflammation and pain. 
  • If your mother is overweight please try to reduce the weight through the natural method.
  • Do regular physical exercise like gentle walk, breathing exercises and Yoga with props.
  • Swimming also helpful in arthritis.  Underwater exercise is easier and helpful.

Namasthe!



11:48 AM | 08-09-2019

नमस्ते,

  1. प्रतिदिन प्रातः काल गुनगुने पानी का सेवन करें !
  2. प्रतिदिन सुबह आधे घंटे धूप में बैठे !
  3. जोड़ों पर भाप व मोम की सिकाई करें !
  4. सप्ताह में 1 दिन पूरे शरीर की वाष्प स्नान कराएं !
  5. सप्ताह में 1 दिन नमक पानी से स्नान कराएं  !
  6. जोड़ों को इंफ्रारेड किरणों से सिकाई कराएं !
  7. 80% फलों व सब्जियों का सेवन कराएं !
  8. रात में सोने से पहले 15 मिनट तक पैरों को गर्म पानी में रखें !
  9. आम का अचार, चाय ,कॉफी,ठंडा पानी, चीनी मिठाईयां, मांस से बचें !
  10. क्रोध व ईर्ष्या ना करें प्रसन्न  रहे !                               

डॉ. राजेश कुमार



05:25 PM | 05-09-2019

Aarti,  you must understand that before she reached the stage of  rheumatoid arthritis, The lifestyle has been majorly wrong. Excessive consumption of animal products such as dairy meat eggs fish and other fake foods such as sugar bakery products processed and refined foods are detrimental to a temple like body. When she had RA, she wold have also been I’m sure under medication.  This would have a further led to the deterioration of  health and made the body even more toxic.

You can refer to this and follow a low fat plant based lifestyle with more focus on raw foods till dinner and she must be perfectly ok. RA will take few months. Please have patience and follow a wholefood plant-based lifestyle religiously.

https://www.wellcure.com/body-wisdom/98/arthritis-a-disease-of-ageing-or-wrong-lifestyle

1) no animal products 

2) no sugar, gluten, oils, outside foods, Fried foods

3) lots of veg and fruit juices - 2lts

4) high fruit intake- 700 GMs

5) raw veggies 300gms

6) very less millets in the night with veggies 30:70 respectively 

7) mandatory sun exposure 1 hr

8) moderation in yoga and pranayama 

 

Be blessed

Smitha Hemadri (Educator of natural healing practices)



02:48 PM | 05-09-2019

नमस्ते

 

शरीर में अधिक अम्ल (acid) बनने से प्रदाह (inflammation) होता है और ये दर्द का सबसे मुख्य कारण हो सकता है।शरीर को यह ज्ञान है कि ख़ुद को स्वस्थ कैसे रखना है। हम इस बात से अनभिज्ञ हैं। जब हमारी प्राणशक्ति हमें ऊर्जा दे रही होती है तो वह स्वास्थ्य की स्थिति है। जब हमारी प्राण शक्ति हमारे शरीर के अंदर विषाणुओं (toxic) को साफ़ करने में लग जाती है तो वह अस्वस्थ होने की स्थिति होती है।

प्राण शक्ति ने सिर्फ़ अपना काम बदल लिया क्योंकि हमने अपनी ग़लत आदतों के वजह से उसे ऐसा करने पर मजबूर किया है। अब उसको सही खुराक से मदद करें और उसपर विश्वास बनाए रखें।

एनिमा किट मँगा लें । यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 100ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में उपस्थित विषाणु निष्कासित हो जाये।

इस बीमारी का मूल कारण हाज़मा और क़ब्ज़ है।

शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।

आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।

पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I

खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

नीम के पत्ते और खीरा का पेस्ट अपने दर्द वाले हिस्से पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। दिन में दो बार तिल के तेल से घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा दोपहर के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती है। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।

ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के गुड़ या सुखे फल लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ।शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद। 

धन्यवाद।

रूबी, 

 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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