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Q&A
07:04 PM | 08-08-2019

My wife is suffering from hair loss after her pregnancy..... Plz suggest us something


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

05:48 PM | 09-08-2019

Pls see previous Q&A threads on the issue here.



10:02 AM | 18-09-2019

Hello,

It is just due to the after pregnancy weakness. Her body will recover all the nutritional needs soon if she will follow a healthy and correct lifestyle. 
Be on complete plant-based foods. 
Once she will become healthy from inside, it will automatically reflect outside through her hairs and skin.

You can go through the body wisdom blog on wellcure to have a more deep understanding of the hairs health. 

http://www.wellcure.com/body-wisdom/154/healthy-hair-nourish-your-crowning-glory-from-within



10:06 AM | 18-09-2019

नमस्ते ,

भोजन का सही से पाचन, अवशोषण और निष्कासन न होने की वजह से शरीर के अंगों को पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिल पाता ; बालों का झड़ना- टूटना 50-60 प्रतिदिन तो सामान्य बात है, लेकिन यदि इससे अधिक बाल टूट रहे हैं तो लीवर सही से कार्य नहीं कर रहा है , बाल टूटना झड़ना विटामिन ए ,ई की कमी का द्योतक है -

निम्नलिखित योग एवं प्राकृतिक उपचार द्वारा इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है-

  • 🧘प्राणायाम- अनुलोम-विलोम, भ्रामरी इससे मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है व मस्तिष्क शांत होता है
  • 🍋 प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी व नींबू का सेवन करें -आंत की दीवारों को फैलाता है तथा उसमें स्थित मल को बाहर निकाल देता है !
  • 🌿प्रतिदिन भोजन में 80% मौसमी फल व कच्ची हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें ; इससे रक्त में आवश्यक क्षारीयता  संतुलित रहती है व हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है !
  • बालों की जड़ों में नारियल का तेल लगाएं इससे बाल मजबूत व घने होंगे !
  • 😃प्रसन्न चित्त रहें, खुलकर हंसे, सकारात्मक सोचें  !

✖️निषेध- चाय, चावल ,चीनी ,अचार ,मिठाइयां, तली भुनी चीजें, नशीले पदार्थ ,क्रोध ,चिंता इसकी वजह से शरीर में अम्लता बढ़ती है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती हैं !

 

डॉ .राजेश कुमार 

योग व नेचुरोपैथी फिजीशियन



10:02 AM | 18-09-2019

नमस्ते

कारण- अपने बालों पर टिंट, ब्लीच, स्‍ट्रेटनर, डाई जैसे कैमिकल ट्रीटमेंट अपनाते हैं। बाल कमजोर हो सकते हैं। कुछ बीमारियां जैसे डाइबटिज, ल्यूपस और थायराइड भी बाल गिरने का कारण हो सकते हैं। ओवर-एक्टिव और अंडर एक्टिव दोनों थायराइड में बाल गिरने लगते हैं।

खराब पोषण से बालों के झड़ने की समस्‍या का सामना करना पड़ सकता है। आहार या असामान्य खाने की आदतों में अपर्याप्त (fluid) या कुपोषण हो सकता है। गठिया, डिप्रेशन, हार्ट प्रोब्‍लम और हाई बीपी की कुछ दवाओं में ड्रग पाया जाता है, जिस कारण इन दवाओं को सेवन करने से बाल गिरने लगते हैं। हाई फीवर, फ्लू या सर्जरी से भी होता है।

समाधान - कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन हो। सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ। नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ। बालों को नींबू या रीठा से साफ़ करें।कपूर और नारियल तेल से मालिश करें।रासायनिक शेम्पू एवं साबुन का प्रयोग ना करें।

जीवन शैली - पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I

दौड़ लगाएँ। सूर्य नमस्कार 5 बार करें।

3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

नीम के पत्ते और खीरे का पेस्ट अपने पेट पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।

पेट पर खीरा का पेस्ट 20 मिनट लगाएँ। फिर साफ़ कर लें। 

5. पृथ्वी तत्व- कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है।  सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका  मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



10:01 AM | 18-09-2019

Make a paste of fenugreek seeds and boil it in the coconut oil and apply on hair. 
After hair washing, dry the hair, apply rice water. 
Drink curry leaves juice. 
Eat drumstick, spinach, bhringaraj spinach - these will enhance hair growth. 
Do massage after applying oil. 
Before hair wash apply the small onion paste and leave it for half & wash ur hair with mild shampoo or kochi. 


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