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Q&A
12:53 PM | 13-08-2019

Hi,I am suffering from stomach issues since 1 and half month. Initial it just started as burning throat pain at the back of throat and now wanting to eat anything after breakfast. Gradually it getting worse. Went to gastroenterologist he suggested few medications,but it's been since 15 days I m on medications. I m feeling lot of regurgitation and belching. And feels heaviness,slight abdominal pain. I started to eat plain food,I don't eat outside or junk food now. Its pathetic pls help me

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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3 Answers

11:18 AM | 14-08-2019

Dear Ambika,

You may find these resources of some help:

  1. Read the health journey of Saurabh Chawla, who dealt with his gastric issues naturally
  2. Follow the thread to a similar query regarding digestive issues
  3. You may consider enrolling yourself for the Wellcure Buddy Program. This is a personalized program to assist you to switch to a natural lifestyle.

Team Wellcure



03:39 PM | 14-08-2019

No don’t take meds for this condition. If left untreated can lead to oesophageal ulcers / cancers. 

Switch off from all the following foods if you are on these - diary in any form, meat eggs fish sugar wheat maida , any form of oils in any cooked food, outside ready to eat and cooked both. Ok basically switch off from all man made foods

 

Add the following routine for the next 1 month and report back on the progress if you are serious. 

Just stay on only ashgourd juice, cucumber juice, tender coconut for 3 days. U cannot add anything else to this. Pudina can be used. You will have headaches, pains in the stomach too.. continue and don’t take any meds . In parallel, from day1 , start with 5 mins of hot wet towel on your stomach and then make it cold wet and keep it on the stomach for 1 hr , remove rinse with cold water and keep back again. Like this continue for 3 days. This itself must give you relief. But the problem would not have completely healed. Buy an enema kit from this number - ‪+91 91300 91857‬ ( he ships across India ) or from amazon and start taking a daily water enema. Look for videos to use it. 

4th day onwards- continue the juices and add one more juice called green juice with ground mix of Palak pudina coriander lauki or any veg filter and drink. Like this add one fruit for lunch - one fruit type at a time - papaya banana sapota pomegranate or anything else u get . Rest of the time again be on juices. Avoid lime and citrus for few days. Add more fruits if you feel ok. 

Add vegetables if u feel better than what you were when u had fruits. For one month don’t touch any cooked food. If u want hot , ucan have hot tulsi chai or pudina or ginger chai .. no coffee tea nothing. 

No spices , no chilli .. 

continue wet cloth and enema daily . Enema to be done after the morning routine .. not at the same time

Get back if u have any questions. 

Be blessed 

Smitha Hemadri ( Educator of natural healing practices)



03:39 PM | 14-08-2019

नमस्ते

 

इस बीमारी का मूल कारण हाज़मा और क़ब्ज़ है।

शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।

आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।

पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करें।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा dopahar के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती है। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।

ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

Anima किट online से मँगा लें। 15 दिनों तक टोना (anima)लें। सादा पानी 100ml गुदा द्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल का त्याग करें।ये ज़रूरी है बहुत सालों के विषाक्त (toxic) कणों बाहर निकालने के लिए क्योंकि जब तक पुरानी चीज़ जाएगी नहीं तो नई चीज़ आ नहीं सकती।

धन्यवाद।

रूबी, Ruby

 

प्राकृतिक जीवनशैली शिक्षिका (Nature Cure Educator)


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