Loading...

Q&A
06:42 PM | 13-08-2019

I'm suffering from pcod and gaining weight


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

Read more
Post as Anonymous User
3 Answers

10:33 AM | 14-08-2019

Dear Chaithra,

Please follow the thread to a previous query regarding pcod where many users have shared their inputs. Click here.

Team Wellcure



05:15 PM | 04-09-2019

Namaste,

PCOD: Polycystic ovarian disease is a gynaecological disorder whose prevalence seems to have increased considerably among women these days.

Symptoms

Menstrual disorders

Acne

Abnormal hair growth on face

Hair fall from scalp

Weight gain

Insulin resistance

change Diet & Lifestyle Advice:

Lighter fruits, such as apples, oranges, grapefruit, pineapple and papaya and pears, are recommended.

Beans are recommended. Nuts should be avoided.

Grains such as barley, chickpea and millet are recommended. Do not take too much wheat or rice.

Vegetables such as potaotoes and sweet potatoes should be avoided as they can cause weight gain.

Negative feelings like stress and tension should be avoided. Do not undertake physical or mental work beyond your capacity.

Limit the use of pills which leads to side affects to health.

Follow an active lifestyle, yet the exercises should be according to one's capacity. Both excessive fasting and overeating are harmful.

Join Yoga centre and learn yoga and practice regularly.

Thanks.



08:44 PM | 17-08-2019

नमस्ते

 

निष्कासन ठीक प्रकार से और सही माध्यम से ना हो तो शरीर ग़लत माध्यम से शरीर में पनप रहे विषाक्त कणों को निकालता है क्योंकि शरीर का एक लक्ष्य है अनचाहे विषाणुओं को शरीर से निकाल बाहर करना है। सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपका सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

आहार शुद्धि और सही स्वाँस लेने के तरीक़े से हम इस बीमारी पर नियंत्रण पा सकते हैं।

गहरा स्वाँस अंदर भरें, रुकें फिर पूरा स्वाँस ख़ाली कर के रुकें, और फिर सहज साँस लें तो एक चक्र पूरा होता है। ऐसे 10 चक्र करें, मेरुदंड को सीधा रखें और पेट ख़ाली रखकर इस अभ्यास को करें। जितनी देर स्वाँस को सहजता से रोक सकें उतना ही रोकें। अनुलोम विलोम करें।

खाना अच्छी तरह चबा कर खाएँ, खाने के 1 घंटे बाद पानी पीएँ खाने के बीच में या खाने के तुरंत बाद पानी पीने से खाना हज़म ठीक से नहीं होता है। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन से बचें। 

तेल, मसाला, और (wheat) गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा

सुबह 5 बेल पत्ते को पीस कर 100ml पानी मिला कर  पीएँ, 2 घंटे बाद फल खाएँ, दोपहर 12 बजे पालक 10 पत्ते+पुदीना 10 पत्ता पीस कर 100ml पानी मिला कर पीएँ। इसके 1घंटे बाद खाना खाएँ, शाम5 बजे नारियल पानी या सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100ml पानी में मिला कर पीएँ।

रात के खाने में सलाद लें और सलाद 8 बजे से पहले लें, सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। ताज़े नारियल पीस कर मिलाएँ।

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ। पृथ्वी तत्व को शरीर में डालने का एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करें। खीरा + धनिया पत्ती +

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने गर्भाशय पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

 

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

 

धन्यवाद।

रूबी, Ruby

प्राकृतिक जीवनशैली शिक्षिका (Nature Cure Educator)


Scan QR code to download Wellcure App
Wellcure
'Come-In-Unity' Plan