I am always scared to visit dentist, fortunately I did not have any teeth complains so far but recently I had an small accident and my molar tooth got chipped off. Could you please suggest how to take care of your gums and teeth day to day basis to avoid decay, loosening of teeth and keep gum healthy? Thank you.
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreनमस्ते
शरीर में हाज़मा ख़राब होने से दाँतों और मसूरों में बीमारी होती है। टूथ पेस्ट और टूथ ब्रश भी एक कारण
है। टूथ ब्रश और टूथ पेस्ट छोड़ दें।
आम के पत्ते, अमरूद के पत्ते, नीम के पत्ते, दूर्वा घास में कोई एक चीज़ जो की आसानी से मिल जाए। चबाएँ ख़ूब अच्छे से चबाएँ। आपके लार से पुरा मुँह भर जाए तो फेंकें और उँगलियों से दाँत और मसूरों की मालिश कर के मुँह धोएँ। खुराक बदलें कच्चे सब्ज़ी सलाद में लें, फल खाएँ, कच्चे सब्ज़ी का जूस लें।
सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।
दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा दोपहर के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती है। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।
ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।
जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
नमस्ते,
भोजन में अधिकतर अम्लीय पदार्थ जैसे- चाय ,चावल, चीनी, अचार ,मिठाईयां ,नमक, नमकीन ,डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ ,नशीली वस्तुएं , काफी चिप्स ठंडे पेय पदार्थ चाकलेट, इत्यादि के सेवन की वजह से दांत कमजोर हो जाते हैं एवं सड़ने लगते हैं।
आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए-
- नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
- सूर्योदय के पश्चात कम से कम 45 मिनट धूप मेंं रहे इससे शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति होती है शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है, आंंत की दीवारें फैलती हैं, शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे क्रमांक कुंचन गति सुचारू रूप से होती है।
- प्रतिदिन पालक , अनार,चुकंदर ,नारियल पानी या आंवले के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं, दांत मजबूत होते हैं। दांत मजबूत होते हैं।
- प्रतिदिन भोजन में 50% ताजे मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज, 5% सूखे मेवे का सेवन खूब चबा चबाकर करें, यह हल्के एवं सुपाच्य होते हैं, संतुलित मात्रा में शरीर को पोषण प्राप्त होता है, अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं,दांत मजबूत होते हैं।
- प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
- सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, पाचन अंगों को आराम मिलता है ।
- पुदीने में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक के गुण दांत व मसूड़ों को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करते हैं,सबसे पहले मुट्ठीभर पुदीने की पत्तियों को पानी में डालें।अब मिश्रण को आधे घंटे के लिए गर्म कर लें।फिर मिश्रण को छान लें।अब इस पानी को मुँह में रखें और फिर कुछ मिनट तक कुल्ला करें।
- प्रतिदिन तुलसी की चार पांच पत्तियों को चबा चबा कर खाएं,तुलसी आपके मुँह को स्वस्थ रखने में मदद करती है, यह मुँह को ताजा रखती है और मुँह के संक्रमण से बचाती है। इससे मुँह के कीटाणु और बैक्टीरिया कम होते हैं। यह बैक्टीरिया दांतों में कैविटी, प्लाक, मुँह में बदबू को बढाने काम करते हैं। साथ ही, इसके एस्ट्रिजेंट के गुण मसूड़ों को मजबूत बनाते हैं और इस तरह दांत कमजोर नहीं पड़ते।
- प्रतिदिन सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्न होकर नंगे पाव टहलें, मन शांत एवं तनाव मुक्त रहता है।
दांत मजबूत करने के लिए टिप्स इस प्रकार हैं -
- हर दो से तीन महीने में अपना टूथब्रश जरूर बदलें।
- बैक्टीरिया को साफ करने के लिए ऐसे माउथवाश का इस्तेमाल करें, जिसमें अल्कोहल की मात्रा न हो।
- अपनी जीभ को पूरे दिन में एक बार टंग स्क्रेपर (tongue scraper - जीभ को साफ करने के लिए उपकरण) से साफ करें। इससे जीभ में मौजूद बैक्टीरिया और विषाक्त पदार्थ आसानी से साफ हो जाएंगे और मुँह की बदबू से भी छुटकारा मिलेगा।
- मुँह को स्वस्थ बनाये रखने के लिए चीनी से समृद्ध आहार न खाएं।
- कोई भी बोतल या किसी भी चीज को खोलने के लिए दांतों का इस्तेमाल न करें।
- खाना खाने के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
- धूम्रपान या तम्बाकू का सेवन न करें।
- खाना खाने के बाद क्रंची फल और सब्जियां खाएं जैसे अमरूद, सेब, गाजर या खीरा।
- दांतों को मजबूत करने के लिए हर छः महीने में चेकअप जरूर कराएं।
निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज पदार्थ चाय काफी चीनी मिठाईयां नमक नमकीन ठंडे पेय पदार्थ डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ रात्रि जागरण ,क्रोध, ईर्ष्या , चिंता ,तनाव सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।
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