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Q&A
11:37 AM | 15-09-2019

I have thyorid problem. I want to reduce my weight. Plz suggest


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

05:49 PM | 16-09-2019

Hi. For weight loss & thyroid diet plan, please subscribe to our Buddy Program. We will guide you based on your current food routine & what you need to tweak there to get optimum health. Let us know if you are keen to explore. 



05:48 PM | 16-09-2019

Weight is a result of the accumulation of toxins in many parts of the body inside and reflects outside too

By the time the thyroid issue is detected, the viruses that are active in the body and causing inflammation to the organs have already impacted the related organs. It’s already in a state of Merry by the time blood reports detect it. Having said that, fixing the inflammation of the thyroid and related toxaemia is the solution. If you bring in the deficit hormones which are made artificially from animal parts or synthetically, the inflammation or thyroid suddenly does not function back. In fact you have not even thought of fixing the true issue. Chemical load in the blood will further complicate the issue. It’s best to kill and eliminate the infections of the thyroid now than looking for a temporary solution. Thyroid has multiple unknown functions that humans have not discovered yet.. so there are other deficits that are not compensated.

Best to be high on fruits, vegetables and juices and greens and high raw and low fat to attack this issue. Don’t use sugars, dairy, oils, outside packaged foods, jaggery, nuts, seeds too. So it’s best to keep the body high on raw and avoid any medications possible. Nature will take care of all the needs as long you pay attention to what your body needs. This is my opinion.

In the Body Wisdom section, we have some interesting articles on varied topics related to natural health and healing. You may want to read these. For example - 

Hypo or hyper Thyroid - correct imbalance naturally

And the Health Journeys section of the website is a compilation of stories of people who healed themselves naturally. You may want to read these, for example:

Manoj Misran - for thyroid

Sunmeet Taluja Marwah - for thyroid 

Thanks and be blessed 

Smitha Hemadri (Educator of natural healing practices)



05:47 PM | 16-09-2019

नमस्ते

कारण - पाचन तंत्र के स्वास्थ बिगड़ने पर शरीर में मौजूद संक्रमित जीवाणु (toxin) हार्मोन के संतुलन में दोष पैदा करते है। शरीर के हार्मोन के संतुलन के बिगड़ने से शरीर का चया पचय (metabolism) का संतुलन बिगड़ जाता है। जिससे की थायरॉयड ग्लैंड से निकलने वाले टी-3, टी-4 हॉर्मोंस और टीएसएच हॉर्मोस के असंतुलन से शरीर के भीतर अपने आप इसके लक्षण पनपने लगते हैं।

समाधान - नीम के पत्ते का पेस्ट और खीरा अपने गले पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

जीवन शैली - आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।

पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I

खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। इसी प्रकार हरा गोभी, बंद गोभी, गाजर, चुकन्दर भी कद्दूकस करके डालें। हर दिन मुख्य सब्ज़ी किसी एक की मात्रा अधिक बाँकि सब थोड़ा थोड़ा डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा दोपहर के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती है। रात का खाना 8 बजे खाएँ।एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।

ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ का सेवन करें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद। 

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



12:53 PM | 16-09-2019

नमस्ते,

थायराइड ग्रंथि के सही से कार्य न करने की वजह से व कभी-कभी पिट्यूटरी ग्रंथि में कमी की वजह से भी थायराइड के रोग हो जाते हैं !

 

थायराइड ग्रंथि से संबंधित रोग की अवस्था में वजन बहुत धीमी गति से कम होता है अतः पूर्णतया धैर्य रखकर निम्नलिखित उपाय करें -

 

*सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, हलासन ,भुजंगासन- थायराइड ग्रंथि पर दबाव की वजह से कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है 

 

*पानी उबालने के बाद जब ठंडा हो जाए तो उसे मिट्टी के घड़े में रख लें , प्रातः खाली पेट व हर घंटे एक- एक गिलास पानी पीते रहे ,भोजन को पचाता है ,भूख को कम करता है, खून की अम्लीयता को भी कम कर देता है, शरीर को शुद्ध करने में सहायता करता है !

 

*मौसमी फलों व सब्जियों के जूस का प्रतिदिन 300ml सेवन करें !

 

*प्रतिदिन भोजन में 400 ग्राम सलाद का प्रयोग करें !

 

*सप्ताह में 1 दिन उपवास रहें, इससे पाचन संस्थान में स्थित  दूषित पदार्थ बाहर निकल जाते हैं व पाचन अंगों के कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है !

 

*सप्ताह में 1 दिन पूरे शरीर की मालिश व वाष्प स्नान इससे त्वचा के समस्त स्वेद ग्रंथियां खुल जाती हैं व उनमें से अशुद्धियां बाहर निकल जाती हैं !

 

गर्दन की लपेट- 4 इंच चौड़ा व 1 मीटर लंबा सूती कपड़ा ले ले उसे सामान्य जल के तापमान में डूबाकर नीचे वाले व उसे गर्दन के चारों तरफ लपेट दे उसके ऊपर समान लंबाई चौड़ाई का ऊनी कपड़ा लेकर लपेट दे (अवधि 30 मिनट ) थायराइड ग्रंथि को सक्रिय करने और हार्मोंस को संतुलित करने में सहायता करता है !

 

#निषेध- चाय ,चावल, चीनी, अचार, मिठाइयां, मांस, मैदे से बनी चीजें, दूध व दूध से बने उत्पाद ,क्रोध ,ईर्ष्या ,चिंता !

 

*आप स्वस्थ, खुशहाल व प्रसन्न चित्त रहें ,सकारात्मक सोचें !

 

 डॉ .राजेश कुमार 

योग व नेचुरोपैथी फिजीशियन


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