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Q&A
11:43 AM | 15-09-2019

Since 1 month my heart rate is 115 and above.. I was put on metzok for 15 days there was an improvement.. But i have discontinued the medicine. I want some natural and holistic remedy to keep it under control. Plsss advice


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

05:54 PM | 16-09-2019

If you stop taking antihypertensive medication without discussing with your doctor, you put yourself at risk for a stroke. The medicine must be stopped by decreasing the dosage according to your condition, firstly consult your doctor n take the prescribed medication following a healthy lifestyle this can control your symptoms.

- Include freshly prepared green salads, fruits, nuts, whole grains in your diet with appropriate timings.

- Therapeutic yoga, meditation,n pranayama can give best results.



05:53 PM | 16-09-2019

Hi there,

When an adult resting heartbeat increases over 100 bpm the condition is known as tachycardia. This abnormality in the heartbeat can be due to some underlying disorder and can result in severe complications, while some people show no symptoms or complications.

Certain modification in your diet and lifestyle habit changes can help in improving your heart functions such as ;
1. Reducing sodium intake in your diet and increasing the intake of diet rich in potassium and calcium. Increase consumption of more whole grains, seasonal fruits and green leafy vegetables etc..; also, consume more nuts, seeds, pulses and lentils as they contain a high amount of protein and potassium.
2. Reduce sugar intake and oily fried foods
3. Avoid smoking and drinking alcohol
4. Avoid caffeinated drinks, sodas and cold beverages

Stress is one of the major factor responsible for an increased heart rate and rise in blood pressure, therefore, all efforts should be made to reduce stress. Physical activity and exercise from mild to moderate for 45 minutes daily are important to keep the heart healthy and function properly. Try a brisk walk, yogasana and breathing exercises.

Maintaining an ideal body weight is essential to minimise the work load of your heart muscles. Try practising these yogasanas such as Janu sirsasana, tadasana, vriksasana and bujangasana . Also, try yogic breathing exercise such as sheetali pranayama, bhramari pranayama and Chandra Bedan pranayama 

Sleep is very important to maintain a healthy heart functions. Try to get 6-8 hours of sleep minimum. 



05:51 PM | 16-09-2019

नमस्ते

कारण - कोलेस्ट्रॉल और कई अन्य पदार्थों के संचय कोरोनेरी धमनी की ऐंठन जिसके कारण हृदय की मांसपेशियों तक जाने वाला रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। 

 हृदय रोग का मुख्य कारण आहार सबंधि दोष शारीरिक श्रम की कमी। 

ख़राब हाज़मा और क़ब्ज़।

समाधान - एनिमा किट मँगा लें । यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 100ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में एक बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में उपस्थित विषाणु निष्कासित हो जाये।

नीम के पत्ते का और खीरा पेस्ट अपने हृदय पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

जीवन शैली को बदलें।

आपका मुख्य आहार ये हुआ तो बहुत अच्छा हो जाएगा।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें। इसके बाद फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें, रुकें, फिर स्वाँस अंदर भरें। ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक समय पर करना है। ये दिन में चार बार करें। खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

 मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। जो की आपको ज़बर्दस्त फ़ायदा करेगा। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें।

दोपहर में 12 बजे फिर से कच्चे सब्ज़ी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2 घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डाले। ताज़ा नारियल मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ, बहुत फ़ायदा होगा। पृथ्वी तत्व को शरीर में डालने का एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं। ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन छोड़ने से ज़्यादा लाभ होगा।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। 

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



02:09 PM | 16-09-2019

We must not always look at the heart as the primary root cause in many such cases such as Heart Palpitations, Ectopic Heartbeats, Arrhythmia, Atrial fibrillation. The heart is just pumping blood. The quality of blood can say the entire story here. It all starts in the GUT and it’s acidic cascading effects across the body. The same sticky blood can cause hypertension In some, Peripheral inflammations like neuropathy/ vericose  and many of such conditions that we get tired listing. Why some face each of those depends on their body’s unique way of accumulation of toxins. The toxic liver, the heavy metal oxidations, continued incorrect lifestyle consequences, viruses which have come to feed on toxic acidic wastes, its own byproducts can make blood like crude oil. Jelly like blood can carry a lot into the heart if bile has nutralized enough in the gallbladders or intestines. This can block and cause deposits in the heart creating short circuits and not allowing a free movement of blood. Heart gets slower and and each part can be out of sync with each other namely the atria / ventricles.

 

 Solution 

 

  • High raw foods - fruits greens veggies for the entire day for 1-2 months
  • Respecting the circadian rhythm https://www.wellcure.com/body-wisdom/15/circadian-rhythm-of-the-body
  • Natural Hydration to ensure body has enough to maintain homeostasis - 2-3 lts
  • Enough exercise like yoga as directed by your physician 
  • Breathing - Pranayam as directed
  • Mental poise - mental peace and positive thinking 
  • Resting well - sleeping in time and following circadian rhythm 
  • Experience natural elements - exposure to sun daily
  • Not medicating the body to suppress any eliminations - are chemicals used to suppress natural elimination from body. Take only medicines as prescribed by your doctor until the condition gets better. 
  • Not overloading the body with toxic foods the body can’t recognise - things unnatural that we can’t chew and digest in its raw state. Man made fake foods . Dairy eggs meat fish sugar wheat maida refined oil white rice salty store bought foods fried foods etc 
  • Freeing the body off digestion every few days - fasting 
  • Spending time Connecting with oneself the form of meditation 
  • Ensure that your bowel movements are regular

Thanks and let me know if you have any questions 

Be blessed 

Smitha Hemadri (Educator of natural healing practices)



02:09 PM | 16-09-2019

नमस्ते,

चाय ,चावल, चीनी , अचार, मिठाइयां ,नमक, नमकीन, नशीले ,पदार्थ ,क्रोध, ईर्ष्या ,चिंता, असमय भोजन व खराब दिनचर्या की वजह से भोजन का पाचन व मल का निष्कासन सुचारू रूप से नहीं पाता जिससे अशुद्धि आंत  में सड़ने लगती हैं, रक्त दूषित होने लगता है परिणामस्वरूप रक्त वाहिनीयां कठोर होने लगती हैं ,जिससेेे हृदय को अधिक कार्य करना पड़ता है !

 

निम्नलिखित योग व नेचुरोपैथी सहायक है-

 

*प्राणायाम -अनुलोम-विलोम, भ्रामरी -पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन को फेफड़े में पहुंचाने का कार्य करता है , रक्त को शुद्ध करता है,अशुद्धियों को बाहर निकालता है  व मस्तिष्क को शक्ति देता है !

 

*गुनगुने पानी,नींबू और शहद का सेवन -  रक्त वाहिनीयों को फैलाता है ,खून की गति बढ़ जाती है व हृदय सुचारू रूप से कार्य करता है !

 

*भोजन में 80% मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन-रक्त में क्षारीयता का संतुलन हो जाता है जिससे रक्त वाहिनीयों में लचीलापन आने लगता है व हृदय सुचारू रूप से कार्य करता है !

 

*सप्ताह में 1 दिन उपवास -पाचन संस्थान में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं , जिससे पाचन संस्थान के अंगों के कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है !

 

*प्रतिदिन 3-4 लीटर पानी अवश्य पिएं !

 

आप स्वस्थ, खुशहाल व प्रसन्न रहें !

 

डॉ.राजेश कुमार 

योग व नेचुरोपैथी फिजीशियन

 


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