Loading...

Q&A
02:20 PM | 18-09-2019

What is the reason for lips getting whitish and also how to cure it?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

Read more
Post as Anonymous User
4 Answers

05:10 PM | 19-09-2019

नमस्ते

कारण- शरीर में प्राकृतिक शुगर की मात्रा का कम होने से ऐसा हो सकता है।

रक्त के संचार दोष, कोई मंद रोग (chronic disease) से ग्रसित होने से भी ऐसा हो जाता है। रसायनिक तत्व से प्रतिक्रिया हो सकता है।

समाधान - होंठों पर खीरा के रस में गुलाब जल मिला कर लगाएँ। एलोवेरा पल्प + नारियल तेल में मिला कर लगाएँ। फल, पानी में भिगोए हुए सूखे फल, कच्चे सब्ज़ी के जूस और सलाद बिना नमक के  लें।

जीवन शैली - हम उसको आहार शुद्धि से मदद करें।

बार बार कुछ भी खाने से बचे फल के बाद 3 घंटे का अंतराल (gap) रखें। क्षार (alkaline) जूस के बाद 1घंटे का अंतराल रखें। कच्चे सब्ज़ियों के सलाद के बाद 5 घंटे का अंतराल रखें। अनाज और पकी हुई सब्ज़ी अगर तेल रहित (oil free) के बाद 8 घंटे का तेल घी का प्रयोग किया गया हो तो 12 से 13 घंटे का अंतराल रखें।

रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। त्वचा या शरीर के किसी भी हिस्से को स्वस्थ प्रदान करने के लिए ज़रूरी है।

सुबह लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

सुबह ख़ाली पेट आधा खीरा 5 पुदीने या करी पत्ते के साथ पिस कर उसमें 100ml पानी मिला कर पिएँ।

जूस को मुँह में रख कर एक बार सहज स्वाँस लें फिर घूँट अंदर लें।

2 घंटे बाद कोई भी एक तरीक़े का फल नाश्ते में लें।फल को ठीक से चबा कर खाएँ। कोई नमक या चाट मसला या चीनी, दूध मिक्स ना करें। 

दोपहर 12 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस 100ml पानी मिला कर लें।

नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। 

सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

खीरा+एलोवेरा का पल्प का पेस्ट वंहा लगाएँ जंहा परेशानी है।  20मिनट के लिए लगाएँ।

त्वचा को गुलाब जल + बेसन और हल्दी से साफ़ करें। साबुन या कोई भी क्रीम का प्रयोग बंद कर दें।

नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं।खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें। हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें।अपने मेरुदंड को उस पर रखें।

नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं। नीम का रस भी बहुत फ़ायदा करेगा।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



08:49 AM | 23-09-2019

Dear health seeker  Nikita, there  can only be one  reason that  the patient must have used  many  cosmetics  the likes of  lipstick, lipgels,  antiseptic  creams over  the  lips etc containing  hazardous  chemicals of  dubious  varieties plus  eating  enervating  food less  foods, food supplements  etc. and drinking  tea,coffee  cola drinks and other  sugary  drinks, tonics, drugs  etc 
   Please  remove the  cause by  adopting a  hygienic lifestyle ere long  the  patient will recover  her  mojo and  become healthy again. 
    V.S.Pawar 



08:46 AM | 23-09-2019

नमस्ते,

 रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने या त्वचा में मिलेनाइट्स की कमी की वजह से त्वचा के रंग सफेद, गुलाबी दिखाई पड़ते हैं, यह होंठ या अंगुलियों पर देखने को मिलता है, इसे लिप टीप विटिलिगो के नाम से जाना जाता है।

 

  • प्रतिदिन प्रातः  गुनगुने पानी में नींबू और शहद का सेवन करें इससे आंतों में स्थित अशुद्धियां बाहर निकलती हैं। 

 

  • प्रतिदिन सूर्योदय के बाद 45 मिनट धूप में व्यतीत करें इससे शरीर को आवश्यक विटामिन डी मिलती है व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।

 

  • प्रतिदिन प्रातः 7:00 से 9:00 के बीच मौसमी फलों के जूस का सेवन करें इस समय अशुद्धियां बाहर निकलती रहती हैं ।

 

  • भोजन में 80% मौसमी फल व हरी पत्तेदार, रेसे युक्त सब्जियों का प्रयोग करें इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है व भोजन का पाचन आसानी से होता है।

 

  • उपवास (सप्ताह में 1 दिन) शरीर में स्थित अशुद्धियां बाहर निकलती है व पाचन संस्थान को आराम मिलता है।

 

  •  निशान वाली जगह पर नारियल का तेल दिन में दो से तीन बार लगाएं इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा में स्थित समस्याओं को दूर करते हैं ।

 

  • हल्दी व सरसों का तेल लेकर मिला लें उसे निशान पर प्रतिदिन दो से तीन बार लगाएं व 20 मिनट के लिए छोड़ दें।

 

  • कपालभाति, अनुलोम- विलोम प्राणायाम; शरीर से अशुद्धियां बाहर निकलती है और पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।

निषेध -चाय, चावल ,चीनी ,अचार ,मिठाईयां, नमक -नमकीन, ठंडे पेय पदार्थ ,मांस ,नशीली वस्तुएं ,डिब्बाबंद भोज्य दूध व दूध से बने हुए उत्पाद ।

 

 

डॉ.राजेश कुमार 

योग व नेचुरोपैथी फिजीशियन।



08:46 AM | 23-09-2019

Pale and bleached color of any part of the skin is possibly due to an anemic condition. You will need to improve the overall health of the body and so will your bloods oxygen will improve. You can apply this to your lips. https://www.wellcure.com/recipes/455/natural-moisturiser

 

Your lifestyle can be improved like this 

 

The way to be healthy is to ensure the energy consumption is efficient

 

Your solution to the problems is very simple. 

  • You will need to remove all kinds of animal products from your life containing dairy eggs meat fish packaged foods, Foods deep-fried sugary sweets et cetera. 
  • Focus on eating more fruit vegetables and leafy greens in all forms such as juices salads and whole throughout the day.
  • Consume cooked food only for dinner. 
  • Avoid bakery foods and maida-based products.
  • cook without oil. You can google oil free cooking which is also available on Wellcure . 
  • As a young lady you will have to focus on moving your body. Hence join a yoga class or work under a functional expert and build muscles. Your focus on fruits and leafy greens will ensure that will also be able to build muscles yourself..
  •  Do not medicate at any cost when body eliminates naturally through its orifices . 
  • Switch to a complete juice diet for the entire day if the severity is more this will ensure that the body flushes all the toxins and then gives you the relief over a period of time your body will clear all the toxins and you will not be sick anymore. 
  • Excess consumption of animal products will continue to keep people sick. Google on the cruelty in the dairy industry to understand the ethical aspects of dairy industry and how many cows suffer on a daily basis to give you a cup of coffee , understanding the ethical aspects of consumption of animal products will not only save the animals, the planet and also give you a great healthy life.
  • Learn to live in gratitude, serve the community, live a life of compassion and spread unconditional love to people around you, learn to seek happiness from within and do not expect happiness from outside.

 

Be blessed

Smitha Hemadri (Educator of natural healing practices).


Scan QR code to download Wellcure App
Wellcure
'Come-In-Unity' Plan