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Q&A
10:02 AM | 18-09-2019

My sister always have a low hb%. ,around 6-8. Even after a good and healthy plant based diet,there is no improvement. What can be done?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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7 Answers

10:02 AM | 22-09-2019

नमस्ते


कारण - शरीर को स्‍वस्‍थ रहने के लिए अन्‍य पोषक तत्‍वों के साथ-साथ खून की भी जरूरत होती है। खून ही शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। 

रक्त संचार में दोष शरीर में अम्ल की अधिकता के कारण हो रहा है।

समाधान - समाधान - फल, कच्चे सब्ज़ी के जूस और कच्चे सब्ज़ी का सलाद लें। आयरन का अच्छा स्रोत है इसीलिए केले के तने का जूस प्रतिदिन लें। 20g केले के तने को छोटा छोटा काट कर पीस लें। 100ml पानी मिला कर छान कर पिएँ। आहार में परिवर्तन आयु के हिसाब से करना चाहिए। 9 साल के बाद दुध या दुध से बना सामान नहीं पचता है। 20 साल के बाद प्रोटीन के बाहरी स्रोतों से परहेज़ ज़रूरी है। 30 साल के बाद अनाज, तेल घी से परहेज़ ज़रूरी है।

जीवन शैली - शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।

आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह लें।

पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करें। खीरा + नीम के पत्ते का पेस्ट दर्द वाले हिस्से पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। सुर्य की रोशनी उसी जगह पर लगाएँ।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ। दोपहर के खाने में ragi की रोटी oil free सब्ज़ी के साथ लें। शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा dopahar के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती है। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।

ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद। 

धन्यवाद।

रूबी, Ruby

प्राकृतिक जीवनशैली शिक्षिका (Nature Cure Educator)

04:47 PM | 21-09-2019

बहोत बढ़िया

Reply


05:39 PM | 21-09-2019

Namaste Nikita

Diet alone is not the solution to improved blood composition or good health. For the diet to be well digested and assimilated, our digestive system has to be in a good working condition. What hinders good digestion and assimilation? It is layers of old matter lining the intestines and sluggish bowel movements. In short we say when toxins are blocking every pore one can not digest the best of foods too.

What could we do to improve the whole system?

1 Get active to move the toxins out of your system. Practice yoga or walk or get into an outdoor sport or work in the garden.

2 Remove unhealthy foods from your diet like refined flour, refined oil and refined sugar.

3 Get enough radiation from the sun every morning and evening. Breath in fresh air in a very relaxed manner. get some good radiations from the groung by walking barefeet, sit on the ground or work in the garden with your bare hands.

4 Eat only when hungry and never over eat. Have the first meal in the form of fresh fruits as late in the morning as possible. Followed by a lunch of salads or fruits again. The dinner could be more vegetables less grains. Amd best is to fifnish before sundown to enable proper digestion before you go to bed.

5 Sleep well. Sleeping between 9 pm to 5 pm can give your body enough time to relax and help each part of the body to move out its toxins.

6 Monitor your bowel movements. The output must be more than the input.

As your system starts relaxing and letting go of all the old accumulated matter the gut health starts to get back in shape and what ever you have eaten starts getting well digested and the nutrients start getting well assimilated.

Be Happy And Healthy Always

Swati Dhariwal

Nature Cure Practitioner

 



05:41 PM | 21-09-2019

Dear health seeker Nikita, for how long  she has been  having a  low  hb, anyway  any  health issues  can be  set  right by  following  nature  hygiene. For  improving the  issue it will not be out of place to mention that almost 50% of all womenfolk in our country are  vitamin D deficient. This  deficiency is  responsible for  lower than required  blood  count plus other  unhygienic  lifestyle 
      She  must  have  a  lots of  sunfood means  she  must  bask in early morning sun with  body  covered with a  banana leafy  thereafter  she must have a  dry or  friction bath  rubbing the body with a towel for 10 minutes complelting with a  cold water bath  Since it's mentioned that she is  subsisting  mainly on  plant based  diet  even then  her  hb is not  improving means she  must include iron  rich vegetables and fruits, she must  consume  glv's (green leafy vegetables) as  much as she can .Take a  spinal  bath for 25 minutes  twice. Is  she  having menstrual trouble with  heavy  bleeding on those days  if it is so  then  with the above treatment she will be alright in  short time. She  may  drink  cane juice  once or twice 
   Needless to say that she  should avoid all foodless foods  and other enervating habits  Wishing her a speedy recovery 

    V.S.Pawar    MIINT 1980



05:40 PM | 21-09-2019

Hello Nikita,

Spinach and Beetroot are the two important vegetables to increase your HB levels. Your sister can have them as juice or as vegetable with Roti. Including these vegetables can sure change her HB.

Dates also helps in increasing HB levels, organic dates can be used as a snack daily. 

Regards

Dr.Stuti Pardhe



05:40 PM | 21-09-2019

नमस्ते,

भोजन का सही से पाचन ना होने की वजह से वे आंत में ही सड़ने लगते जिससे रक्त दूषित हो जाता है व शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं मिल पाता ।

पेट में कीड़े, लाल रक्त कणिकाओं के कम मात्रा में बनने ,पर्याप्त मात्रा में विटामिन और प्रोटीन न लेने की अवस्था में ऐसी स्थिति देखने को आती है।

 

 

  • नींद-रात्रि को 7 से 8 घंटे सोए- इससे शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत हो जाती है वअशुद्धियां सही से बाहर निकलती है ।

 

  • प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी , नींबू व शहद का सेवन करें- इससे पेट व आंतों में स्थित अशुद्धियां बाहर निकल जाते हैं ।

 

  • प्रतिदिन सूर्योदय के बाद 45 मिनट धूप में व्यतीत करें -सूर्य का प्रकाश लाल रक्त कणिकाओं के उत्पादन को सक्रिय करता है

 

  • प्रतिदिन प्रातः 7:00 से 9:00 के बीच मौसमी फलों-अनार ,चुकंदर या हरी पत्तेदार- सब्जियों पालक का जूस ले -इस समय शरीर से अशुद्धियां बाहर निकलती रहती हैं व जीवनी शक्ति आमाशय में होती है ।

 

  • प्रतिदिन 9:00 से 11:00 के बीच भोजन हल्के सुपाच्य चबा चबाकर करें -इस समय पाचक रस पर्याप्त मात्रा में बनते हैं जिससे भोजन का पाचन आसानी से हो जाता है ।

 

  • ठंडे पानी का स्नान- लाल रक्त कणिकाओं के उत्पादन की संख्या को बढ़ा देता है।

 

       

       खुलकर हंसे, प्रसन्न रहें।

 

 

निषेध -चाय ,चावल, चीनी ,अचार, मिठाइयां ,नमक ,नमकीन ,ठंडे पेय पदार्थ, डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ, मैदे की बनी चीजें ,नशीली वस्तुएं, क्रोध, ईर्ष्या ,चिंता।

 

डॉ .राजेश कुमार 

योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन

 

 



09:06 AM | 23-09-2019

 

Hey Nikita,

to begin with, firstly I highly suggest to follow daily beetroot juice in the morning or the evening, once in a day. as you have mentioned that, taking plant-based is not helping maybe it's because of imbalance among the kidneys, nutrients and the bone marrow, within the body. If the functioning of kidneys or bone marrow is not proper or the body is poorly nourished as well, bone marrow needs iron to make red blood cells. Iron plays a major role in the proper structure of the hemoglobin molecule. If iron intake is inadequate due to poor dietary intake, anemia may occur as a result. then normal red blood cell count and their function may be difficult to maintain. Secondly, Young women are twice as likely to have anemia because of regular menstrual bleeding. I advise you to follow the remedies given below for better results.

  1. Include raw vegetables:spinach,green, onions,carrots,beetroots,radish, celery, lettuce, beans, tomatoes, brocolli, cabbage,cauliflower,okra.
  2. Fruits rich in iron:bananas,apples,dark grapes,apricots,plums,raisins,strawberries.
  3. Nuts and seeds: pumpkin seed, cashews, pistachios, dates.
  4. Tomato juice, orange juice, and guava A liberal intake of ascorbic acid is necessary to facilitate the absorption of iron.
  5. Beetroot juice :it contains potassium, phosphorus, calcium, sulphur, iodine,i ron,copper, Proteins, fat, Vit.B1 B2 B6 etc.It regenerates and reactivates the RBC, supplies the body with fresh oxygen and helps the normal function of breathing as well. the tale at least I glass of beetroot juice daily for a month. it is the best remedy for curing anemia.
  6. Yoga therapy:
  • asanas- Trikonasana, Sarvangasana, Paschomittanasana, Viparita-Karani ,Yoga-Mudra.
  • pranayama - Ujjayi, Suryabhedana, Anuloma Viloma, and Kapalbhatti increase the circulation of blood and improve the functioning of the entire circulatory system.

Thank you,

DR. RUCHIKA SHARMA

 



05:39 PM | 21-09-2019

Please clarify what’s a healthy plant based diet that was adopted. 

 

My mother was anaemic all her life and the reason given by doctors was that her red blood cells had a different shape by birth. Sounds weird to me. But this went on for all her life until she turned vegan around 2016 or so. She is 65 now.  She has changed her lifestyle to a vegan lifestyle, switched her cooked to whole food millets and rice. No sugar maida etc. She does not take dairy. She was already regular in yoga and pranayama, but these changes made drastic changes in her conditions. We also realised that her haemoglobin count became Normal and also good enough to donate blood.

Some of the key changes that will help

Remove all animal-derived foods like dairy eggs meat fish sugar maida processed and packed foods refined oils and foods containing refined oils

 

only fruits for breakfast till 12pm

green juice upon waking

Every 15 days fasting on juices or fruits or full raw

yoga and pranayama.

switch to oil free cooking

in 3-5 months it will become normal unless I don’t know about other complications you are suffering from.

 

Be blessed

Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)


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