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Q&A
11:57 AM | 26-09-2019

My mom is insomnia condition even with sleeping pills. She feels tired and exhausted on next morning!! Depressed state. Can you give some solutions?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

04:49 PM | 26-09-2019

Insomnia can be troublesome in this new age lifestyle, what you can do to treat it.

Tell her to exercise daily, exertion and mobility of the body will lead to good rest.

Having warm water night with giving her some soothing effects she can even try lemon ginger tea.

Tell her to meditate 10-15 minutes before sleep which will help in relaxing mind and body.

Thank you.



04:49 PM | 26-09-2019

only diet n meditation is not enough to get a sound sleep. she must do some activities for good mental health.
writing n art therapy can help her to heal from stress.
she must write her thoughts in a diary.
she must give a right diet to her brain.
for that, she must listen to her self.



04:53 PM | 26-09-2019

Hi. Adopting a natural lifestyle will help your mother in reclaiming her health, but that's a conscious choice only she can make for herself. Wellcure’s Buddy Program helps you in making the transition, step by step. If you would like to know more, please email us at info@wellcure.com.



04:50 PM | 26-09-2019

हेलो हुसैन जी,

कारण - तनावपूर्ण जीवन की घटनाएं अन्य मानसिक स्वास्थ्य विकार जैसे चिंता, डिप्रेशन, मादक द्रव्यों का सेवन से ऐसा हो सकता है।

समाधान - प्रतिदिन आप ख़ुद को प्यार दें अपने बारे में 10 अच्छी बातें कोरे काग़ज़ पर लिख कर और प्रकृति को अपने होने का धन्यवाद दें।

मानसिक समस्या भी इसी शरीर की समस्या है सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक सोंच रखते हैं या नकारात्मक।

प्राकृतिक जुड़ाव आपको सकारात्मक सोंच प्रदान करेंगी क्योंकि प्राकृतिक जीवन शैली अपने आप में पूर्ण भी है और जीवंत भी है। पाँच तत्व से प्रकृति चल रही है और उसी पाँच तत्व से हमारा शरीर चल रहा है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। वाद्य यंत्र शास्त्री संगीत (instrumental classical music)सुनें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

अपने कमरे में ख़ुशबू दार फूलों को रखें।

3 अग्Iनि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं।खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। 

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

5. कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। अगले सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं। तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका  मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



04:49 PM | 26-09-2019

नमस्ते ,

अनिद्रा मस्तिष्क में रक्त के अधिक हो जाने ,सोने जाने के पहले अधिक भोजन या अधिक दिमागी काम करना ,शारीरिक परिश्रम न करना ,शोरगुल वाले जगह पर रहना ,सोने से पहले चाय, काफी, का सेवन ,कमरे में अधिक प्रकाश होना, देर रात तक टेलीविजन, कंप्यूटर, मोबाइल का प्रयोग इत्यादि की वजह से नींद बाधित हो जाती है।

  • प्रातः काल ओस पड़ी हुई घास पर नंगे पैर टहलें।
  • रात्रि का भोजन- सायं 5:00 से 7:00 के बीच हल्के, सुपाच्य , मौसमी फलों व सब्जियों से युक्त भोजन खूब चबा चबाकर खाएं, इससे भोजन का पाचन आसानी से हो जाता है!
  • सोने से पहले 15 लीटर पानी को गर्म कर ले और उसमें पैर को घुटने तक दुबई रक्त संचार पैर की तरफ होता है जिससे नींद आसानी से आ जाती है ।
  • सोने से पहले पैरों में सरसों का तेल मालिश करें ,नींद अच्छी आती है, रक्त संचार पैर की तरफ हो जाता है।
  • चार चम्मच प्याज का रस सेवन करें, नींद अच्छी आएगी।
  • एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिए यह शामक होता है, नींद लाता है।
  • सोने से पहले कमरे का प्रकाश बंद कर दे या धीमी रोशनी के बल्ब को जलाएं, तय समय से 30 मिनट पहले आंखों को बंद कर शांत चित्त होकर बिस्तर पर लेट जाएं।
  • निषेध -क्रोध ,ईर्ष्या, चिंता ,तनाव ,सोने से पहले टेलीविजन ,कंप्यूटर ,मोबाइल का प्रयोग, नशे की वस्तुएं चाय, काफी ,शोरगुल वाली जगह, तीव्र प्रकाश, तेज आवाज में बात करना।

डॉ .राजेश कुमार

 योग एवं नेचरोपैथी फिजीशियन


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