I have myeshenia gravis, I have been treated and after doing some tests, I feel good right now but I am running steroid. So if I am gaining weight, give me some advice. Can you help me?
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreHi. Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. Wellcure’s Buddy Program helps you in making the transition, step by step. If you would like to know more, please email us at info@wellcure.com.
Almost all autoimmune diseases are tagged as permanent including your condition. In natural healing, as long as you are not born with a physical condition, it’s a lifestyle related damage called disease.
To fix this damage to the body, you have to undo your mistakes and go in the reverse direction and vow not to turn back to the lifestyle that made you get to this state. lifestyle having tasty dairy meant for the calf, dead meat eggs fish, processed but tasty sugar, fried foods, yummy outside foods that make people’s mouth water, daily coffee tea green tea alcohol , thrice or more lifeless cooked foods made from grains that are not even human foods, will only cause so much disturbances in the body that one post is not enough to explain. Like how you cannot expect adding kerosene in cars and keeping the engine running, u cannot expect to fuel the body with the above fake foods that are not even designed innature for Homo sapiens or humans.
In your condition, I would advice that you continue only this for atleast the next 6 months to see major changes and healing. You will also need a guided healing. Contact wellcure for more details
Follow this raw food routine for as long as it takes. Might take more than a year given your condition :-
Morning on empty stomach
- Celery juice 250 ml filtered / ash gourd juice / cucumber juice
- Followed by any Fruit juices like grapes melon etc
Afternoon from 12 :-
- A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus alone
- Followed by a bowl of veg salad.
- More raw if needed or hungry
Ensure you have more fruits in a day than veggies
- Include some exercises that involves moving all your parts ( neck , shoulder, elbows, wrist , hip bending twisting , squats, knees, ankles ) . More if you can
- See if u can go to the morning sun for sometime in a day 1 hr.
- Ensure that you are asleep between 10-2 which is when the body needs deep sleep.
- Place a wet cloth on your tummy for 30 mins daily
What to Avoid :-
- Avoid refined oils, fried food , packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt and sugar , gluten , refined oils , grains, any cooked foods, anything that has been heated too, coffee tea and all man made .
- Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. Present is inevitable. Future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself . The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it
Be blessed.
Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)
Hi there,
Myasthenia gravis is a neuromuscular disorder that causes weakness and fatigue in the voluntary muscles. It is an autoimmune disorder which usually impairs the communication between muscle and nerve cell. When you're under steroids gaining weight is an absolute. However, with some of the tips here you can improve and maintain your health.
• Getting plenty of rest is the best remedy to improve the condition. Since it affects the voluntary muscles, over activity or overuse of muscle fibers can worsen the condition.
• Eat soft foods, chew your food properly which can be easier for absorption and digestion.
• Consume foods which boost your immunity such as broccoli, spinach, ginger, garlic, citrus fruits and berries etc..;
• Anti inflammatory diet such as berries, cherries, green leafy vegetables, almonds and walnuts are highly recommended.
• Chia seeds, flax seeds, walnuts and other foods which are rich in omega 3 fatty acids should be an essential part of the diet. They are also rich in antioxidants that fights against the invading foreign bodies .
• Avoid hydrogenated oils and trans fats diet, they can be a burden for your health.
• Stress can aggravate and worsen the condition. Practising yoga, pranayama and meditation under proper guidance and experts can help relieve stress.
नमस्ते ,
मायस्थेनिया ग्रेविस एक ऑटोइम्यून रोग है इसमें नसों ,मांसपेशियों का रक्त संचार कम या बंद हो जाता है, हम अपने स्वैच्छिक कार्य करने में असमर्थ हो जाते हैं, संवेदनाएं कम हो जाती हैं।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे आंतों में स्थित अशुद्धियां बाहर निकलते हैं।
- प्रतिदिन सूर्योदय के पश्चात 45 मिनट धूप में व्यतीत करें इससे शरीर को आवश्यक विटामिन डी की पूर्ति होती है रक्त संचार बढ़ता है।
- प्रोटीन युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन करें, कोशिकाओं के निर्माण व संश्लेषण में सहायक है।
- एक सूती कपड़े में बालू, सेंधा नमक और सरसों मिलाकर पोटली बना लें, सरसों का तेल तवे पर रखकर गरमा गरम पोटली से प्रभावित अंग की सिकाई करें (अवधि 15 मिनट) रक्त संचार बढ़ता है।
- योगिक सूक्ष्म व्यायाम -प्रभावित अंग को यदि संभव हो सके तो धीरे-धीरे दाएं बाएं ऊपर नीचे चारों तरफ ( प्रत्येक 10 बार )घुमाएं।
- प्राणायाम- अनुलोम -विलोम ,भ्रामरी ;मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति करते हैं।
- प्रसन्न चित्त रहे सकारात्मक सोचे।
निषेध -चाय, चावल ,चीनी, अचार, मिठाइयां ,नमक -नमकीन ,ठंडे पेय पदार्थ ,जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ, चिंता, तनाव ,रात्रि जागरण, सोने से पहले मोबाइल ,टेलीविजन, कंप्यूटर का प्रयोग।
हेलो सोनम जी,
कारण – मायस्थोनिया ग्रेविस एक न्यूरोमैस्कुलर डिसऑर्डर है। इसमें हमारे शरीर की मांसपेशियों में इस तरह की कमजोरी आ जाती है कि उन्हें हिला-डुला पाना भी मुश्किल होता है। ऐसा तब होता है जब हमारी तंत्रिका कोशिकाओं और मसल्स के बीच संचार टूट जाता है। इससे हमारी मांसपेशियों में होने वाले संकुचन में अवरोध पैदा होता है और फलस्वरूप मसल्स कमजोर होने लगती हैं।
समाधान - कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। अगले सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। आहार में परिवर्तन आयु के हिसाब से करना चाहिए। 9 साल के बाद दुध या दुध से बना सामान नहीं पचता है। 20 साल के बाद प्रोटीन के बाहरी स्रोतों से परहेज़ ज़रूरी है। 30 साल के बाद अनाज, तेल घी से परहेज़ ज़रूरी है और चीनी की ज़रूरत कभी नहीं है। उसके जगह गुड़ या सुखा फल लें। खाने में सेंधा नमक का प्रयोग करें और मात्रा कम लें। आप प्रोटीन युक्त भोजन से परहेज़ करें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
इस बीमारी का मूल कारण हाज़मा और क़ब्ज़ है।
जीवन शैली - शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।
आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।
पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।
1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।
2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।
खुली हवा में बैठें या टहलें।
3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।
4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करें। खीरा + नीम के पत्ते का पेस्ट दर्द वाले हिस्से पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। सुर्य की रोशनी उसी जगह पर लगाएँ।
दिन में दो बार तिल के तेल से घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।
मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।
5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।
दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा dopahar के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती है। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।
ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।
जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद।
धन्यवाद।
रूबी, Ruby
प्राकृतिक जीवनशैली शिक्षिका (Nature Cure Educator)
1 |
Dr. Khushbu Suthar
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Natural Healing - Leader & Influencer
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Ruby
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