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Q&A
07:44 AM | 29-09-2019

From last four month i have cough after meal or night time?? Can it be acid flux?? If it is then how it is cured?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

10:44 AM | 30-09-2019

Hi Bhushan , As per your concern there is a difference in cough and acid reflux- if you have acid reflux then you will feel difference in taste , burning in throat but if you have cough it would be sticky feeling on your throat with sputum or no sputum. Differentiate your symptoms , if you have cough drink half cup hot water after the meal but if you have acid reflux then first thing you should do is change your diet- eat simple food consisting of freshly cooked vegetables, dal and chapati with salad. Eat simple boiled or roasted food avoid fat containing diet because it’s hard to digest. Avoid caffeine, aerated beverages, fried food , junk food , sweets etc. Put one spoon of ajwain in one liter of water and consume that during day it will boost your digestion. Simple eating and healthy living should be your mantra. Take care. 



10:43 AM | 30-09-2019

With cough if it would have been acid flux then it would be showing more symptoms till now.

Acid reflux will also cause burning sensation in chest. Symptoms like cough, indigestion, pain in chest, blood vomitting will definitely help in giving a diagnosis.

If this continuous, the ideal thing would be to start focussing on your diet and lifestyle from now onwards. 

Thank you



10:43 AM | 30-09-2019

नमस्ते ,

अधिकतर अम्लीय भोज्य पदार्थों जैसेे- चाय ,चावल, चीनी अचार, मिठाईयां , नमक- नमकीन ,जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ ,दूध व दूध से बने हुए उत्पाद की वजह से, पेट में स्थित हाइड्रोक्लोरिक अम्ल व पेप्सिन का भोजन कीी नली आ जा ने आ वजह से ऐसा होता है, दिनभर कार्य करनेेेे की वजह से श्लेष्मा जमा नहीं हो पाती ,रात में शरीर के कम क्रियाशील रहने की वजह से श्लेष्मा जमा हो जाती है जिसकी वजह से खांसी आती है ।

 

  • प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी नींबू और शहद का सेवन करें इससे आंतों में स्थित अशुद्धियां बाहर निकलती हैं।
  • जूस-प्रतिदिन अनन्नास, नाशपाती, लौकी के जूस का सेवन करें ।
  • सलाद -सेव, नाशपाती, प्याज, लहसुन 400 ग्राम प्रतिदिन सुबह एवं शाम सेवन करें ।
  • भोजन -80% मौसमी फल व हरी पत्तेदार सब्जियों से युक्त भोजन को खूब चबा चबाकर करें इससे भोजन का आसानी से पाचन होता है, शरीर में अम्ल व क्षार का संतुलन बना रहता है!
  •  जल का  सेवन -प्रतिदिन जब प्यास लगे मिट्टी या तांबे के बर्तन में रखें जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें ।
  • उपवास- (सप्ताह में 1 दिन) पाचन संस्थान में स्थित अशुद्धियां बाहर निकलती है, पाचन अंगों को आराम मिलता है !
  • प्राणायाम -कपालभाति ,अनुलोम- विलोम ;शरीर से अशुद्धियां बाहर निकालते हैं ,पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति करते हैं !

निषेध- चाय ,चावल, चीनी, अचार, मिठाइयां ,नमक- नमकीन ,ठंडे पेय पदार्थ ,जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ ,दूध व दूध से बनी हुई चीजें, नशीली वस्तुएं,क्रोध ,ईर्ष्या ,चिंता , तनाव, रात्रि जागरण सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग!



10:42 AM | 30-09-2019

हेलो भूषण जी,

कारण - शरीर में अपच की स्तिथि में अम्ल (acid) अधिक बन रहा है। हाज़मा ख़राब है और ये तकलीफ़ उसका लक्षण है। खाने के बीच में या खाने के साथ में या खाने के तुरंत बाद पानी पीने से ऐसा हो सकता है। विजातीय भोजन के मिश्रण से ऐसा हो जाता है। खाने को जल्दी जल्दी खाने से या ग़ुस्से में या शोक, चिंता अवसाद में खाने से ऐसा हो सकता है।

समधान - पका हुआ खाना केवल एक बार लें।

नमक बहुत कम लें। फ़र्मेंटेड फ़ूड millet इडली, millet डोसा, millet भिगो कर बनायी गयी खिचड़ी जिसमें 70% सब्ज़ी और 30 % millet डाला जाए वो खाएँ। स्वास्थ को पूर्ण रूप से पाने के लिए नीचे दिए हुए जीवन शैली को अपनाएँ।

ताड़ासन, कटिचक्रआसन, बज्रआसन, पवनमुक्तासन करें।

जीवन शैली - पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I

दौड़ लगाएँ। सूर्य नमस्कार 5 बार करें।

3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।

पेट पर खीरा का पेस्ट 20 मिनट लगाएँ। फिर साफ़ कर लें। पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

5. पृथ्वी तत्व- कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है।  सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका  मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



10:42 AM | 30-09-2019

Body slows down its physical activity as the day comes to an end and finds more energy to start cleaning itself. Hence most coughs happen during nights. 

Morning on empty stomach

  • Celery juice 250 ml filtered / ash gourd juice / cucumber juice 
  • Followed by any Fruit juices like grapes melon etc

Afternoon from 12 :-  

  • A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus alone 
  • Followed by a bowl of veg salad. 
  • More raw if needed or hungry 

Ensure you have more fruits in a day than veggies  

  • Include some exercises that involves moving all your parts ( neck , shoulder, elbows, wrist , hip bending twisting , squats, knees, ankles ) . More if you can 
  • See if u can go to the morning sun for sometime in a day 1 hr. 
  • Ensure that you are asleep between 10-2 which is when the body needs deep sleep. 
  • Place a wet cloth on your tummy for 30 mins daily
  • Gargle with salt and turmeric four times a day 

What to Avoid :- 

  • Avoid refined oils, fried food , packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt and sugar , gluten , refined oils , excess grains,dals  any cooked foods, anything that has been heated too, coffee tea and all man made . 
  • Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. Present is inevitable. Future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself . The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it

 

Be blessed. 

Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)


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