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Q&A
09:50 AM | 03-10-2019

One of my friend facing a problem, repeatatively his eyes turns red and doesnt come to normal easily. What to do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

11:03 AM | 04-10-2019

हेलो,

 

आँखों में प्रदाह (inflammation) के वजह से ऐसा हो सकता है।

आँखों की समस्या मिनरल की कमी को दर्शाता है।आँखों का व्यायाम करें।

आँखों को दाएँ से बाएँ और बाएँ से दाएँ करें गर्दन हिलाएँ नहीं। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। अब आँखों को ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर करें गर्दन को हिलाना नहीं है। 5 बार करें फिर आँख बंद करें।घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में

और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में घुमाएँ फिर आँखों को बंद कर के आराम दें। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। जल्दी जल्दी आँखों को खोलें बंद करें 5 बार फिर आँख को बंद कर के खोले अब त्राटक क्रिया करें।अपने नाक के सीधी दिशा में एक मोमबत्ती जलाएँ। एक हाथ की दूरी रखें अब उस लो को देखें 5 मिनट तक फिर देखें फिर आँख बंद करके आराम करें। ऐसा दिन में दो बार करें। उसके आँख पर गुलाब जल की गीली पट्टी रखें। उसके ऊपर खीरा और धनिया पत्ता का पेस्ट रखें। 20मिनट बाद हटा लें। 

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। 

 

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। अगले सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका  मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

 



11:19 AM | 05-10-2019

नमस्ते,

 आंखों का लाल होना प्रदूषित जगह रहने, एलर्जी, पर्याप्त नींद न लेना ,काफी अधिक समय तक मोबाइल, टेलीविजन, कंप्यूटर का प्रयोग ,बिना हेलमेट या चश्मे की मोटरसाइकिल चलाने की वजह सेे हो सकता है !

 

  • नींद- रात्रि में 7 से 8 घंटे के लिए नींद अवश्य लीजिए इससे आंखों को पर्याप्त आराम मिलता है। 

 

  • प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ,अशुद्धियां शरीर से बाहर निकलती है ।

 

  • प्रतिदिन एलोवेरा ,टमाटर ,लौकी के जूस का सेवन करें अम्ल और क्षार का संतुलन शरीर में बना रहता है ।

 

  • भोजन -80% फल और सब्जियों का सेवन करें इससे भोजन का पाचन आसानी से होता है।

 

  • मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को जब भी प्यास लगे बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है !

 

  • उपवास शरीर में स्थित अशुद्धियां शरीर से बाहर निकल जाती हैं ।

 

  • प्रतिदिन खीरा काटकर आंखों पर रखें आराम मिलेगा।

 

  •  प्रातः काल मुंह में पानी भरकर आंखों पर  छींटे मारे इससे आंख के जलन व लाली कम हो जाती है।

 

  • प्रतिदिन दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ कर जब एक गर्म हो जाए आंखों पर लगाए दर्द में बहुत आराम मिलेगा, धीरे-धीरे लाली कम हो जाएगी।

 

निषेध -चाय ,काफी ,चीनी, अचार ,मिठाइयां ,जानवरों से प्राप्त, भोज्य पदार्थ ,रात्रि जागरण, सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल ,टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।

 



05:45 PM | 04-10-2019

Hi. Please refer to the below resources to understand more about eye related issues & Nature Cure.

  1. Blog - It’s Time to Eye Five – Take Good Care of Your Eyes Naturally: What to Eat & What to Do

  2. Blog - Taking responsibility for your eye health in this era of technology

Adopting a natural lifestyle will help your friend in reclaiming his health. Wellcure’s Buddy Program helps you in making the transition, step by step. If you would like to know more, please email us at info@wellcure.com.



05:41 PM | 04-10-2019

Dear health seeker, the health of eyes can not be seen in isolation with the overall health of the entire organism, there must be some toxins lying un-attended in the body, Please therefore try to rid the whole body of toxins by following hygienic lifestyle conditions. Eat lots of live, vitalizing foods the likes of fresh wholesome fruits and vegetables, raw and cooked without spices,  condiments, oil, ghee to the tune of  80 % and rest concentrated food items in both lunch and dinner, breakfast should invariably be of fruits or salads. 

Specific to the eyes;-cover  the eyes with a fine cotton cloth dipped in cold water and squeezed dry, apply to the eyes and then expose them to the early morning sun for 25 minutes, followed by a cold water bath. Again give a  cold water head wash in the afternoon and again in the evening to expel out the excessive heat lodged in the head region, this is a  tried and trusted treatment of eyes. 

Needless to mention that avoid all enervating foods and habits, don't drink tea, coffee, cola, spiced fried stuff, animal products. By following it the eyes will be restored to normalcy. 

Stay healthy 
V.S.Pawar  MIINT 1980


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