What should I do or eat to reduce uric acid?
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यूरिक एसिड , घरेलू उपचार से आसानी से Balanced हो सकता है
यूरिक एसिड का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार
➡️रोग का उपचार करने के लिए सबसे पहले शरीर में जमा यूरिक एसिड को घुलाकर शरीर से बाहर निकालने वाले पदार्थ जैसे- पोटाशियम प्रधान खाद्य पदार्थ लौकी, तरबूज, ककड़ी, खीरा, पत्तागोभी, पालक, सफेद पेठा आदि के रस को प्रतिदिन पीना चाहिए और फिर उपवास रखना चाहिए।
आपको लहसुन अधिक खाने चाहिए।
- ➡️सुबह के समय में अंकुरित मेथीदाना का सेवन करने से यूरिक एसिड कम हो गठिया रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
- गठिया रोग से प्रभावित भाग पर नारियल या सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करने से जोड़ों की अकड़न कम हो जाती है और दर्द भी कम हो जाता है।
- यूरिक एसिड की बढ़ी हुयी मात्रा कम करने के लिए कई आसन हैं जिन्हें प्रतिदिन करने से गठिया रोग जल्दी ही ठीक हो जाता है ये आसन इस प्रकार हैं- पद्मासन, वज्रासन, उज्जायी, सूर्यभेदी, प्राणायाम, भस्त्रिका-नाड़ीशोधन, सिद्धासन, गोमुखासन, गोरक्षासन, सिंहासन तथा भुजंगासन आदि।
यूरिक एसिड में क्या खाना चाहिए ?
आपको संतुलित, आसानी से पचने वाला भोजन खाना चाहिए जैसे चोकर युक्त आटे की रोटी, छिलके वाली मूंग की दाल खाएं।
सब्जियों में सहिजन, मेथी, सरसों का साग, लौकी, तुरई, पत्ता गोभी, परवल, अजमोद,अदरक, करेला, लहसुन का सेवन करें।
कैल्शियम की पूर्ति फलों और सब्जियों से करें।
बादाम, अखरोट, काजू, मूंगफली आदि भी खाएं। किंतु पाचन सही हो यह अवश्य ध्यान रखे ।
चाय में तुलसी की चाय ।
हींग, शहद, अश्वगंधा और हल्दी भी लाभकारी है।
यूरिक एसिड में क्या नहीं खाना चाहिए / परहेज ?
यूरिक एसिड बढ़ने पर बासी, गरिष्ठ, घी तेल में तले हुए, अचार, मिर्च मसालेदार भोजन न खाएं। इस रोग में गैस पैदा करने वाले खट्टी व ठंडी चीजों से परहेज करना चाहिए।।
मैदे से बनी चीजे, डिब्बा बंद भोजन, फ्रोजन सब्जियां और जंक फूड, नही लेने चाहिए।
रात या शाम के समय दही, छाछ, लस्सी आदि का परहेज रखें ।
खटाई युक्त चीजें कच्चा आम, इमली, सिरका आदि का सेवन न करें।
कॉफी, चाय और सोडामें कैफीन होती है। कैफीन शरीर में कैल्शियम का Absorption रोकती है, जिससे हडियों को नुकसान हो सकता है। इसलिए शरीर में ज्यादा कैफीन नहीं जानी चाहिए ।
धन्यवाद
Hi there,
Uric acid is one of the waste product from the body's metabolic activity, formed when purines are broken down. Most of the uric acid are eliminated in urine and some in faeces, but often excess of uric acid gets deposited in the smaller proximal joint of the hands and legs. The type of food that you eat can directly influence the level of uric acid in the body.
• Go for high fibre diets such as whole grain, oatmeal, barely, fresh fruits and vegetables. They can absorb the uric acid and eliminate them.
• Vitamin c rich diet such as tomatoes, berries, cherries, green leafy vegetables, kiwi, oranges, lemon etc..; can help break down the uric acid and flush them out from the body
• Consume at least one apple a day. Eat plenty of fresh fruits and vegetables.
• Excess of uric acid deposition in your joints can cause gout, a painfully inflammatory condition in a joint. Go for an anti-inflammatory diet such as olive oil, leafy vegetables, berries etc.;
•Overweight or obesity can worsen the symptoms in case of high uric acid deposited in your joints. Cut down your body weight by doing some physical activity or exercise. It can also improve your metabolic activity and eliminate uric acid at a better pace.
• Purine rich foods include seafoods, fishes, meats, should be avoided completely. This type of produces high amount of uric acid on breaking down and thus are responsible for gout and other uric acid disorders.
•Avoid alcohol, dairy products, oily fried, sugary food and beverages
Please remove all animal-based products from Ur life forever, high Uric acid based symptoms will slowly start healing. Include fruit and veg juices only till 12 pm, fruits for lunch and salads next hunger. Stay on complete raw foods for a month and symptoms will almost go down or have only cooked food for dinner that’s not based on wheat and oil . Hydrate a lot on 2-3 lts of veg juice daily. After a month or so resume cooked only for dinner. No wheat, no sugar no oil. Quit dairy meat eggs fish sugar refined oils coffee tea alcohol green tea. Let me know if you have any questions.
It’s all clean eating and enough exercises to move the body. , you can start yoga as per what your body can do.. as you continue, the body will be able to do more.
Be blessed
Smitha Hemadri (Educator of natural healing practices)
Uric acid is a waste product produced as a result of the normal breakdown of purines, these are substances naturally occurring which are found in the foods such as liver, mushrooms, anchovies, mackerel, and dried beans, etc. Uric acid is normally flushed out of the body through blood by the kidneys and eliminated out of the body along the process of urination
Some ways to reduce Uric Acid might be
- Limit purine-rich foods in your foods. Purine rich foods might include alcohol, some varieties of fish, meat, etc
- Eat more low-purine foods such as fresh fruits and vegetables, nuts, etc
- Avoid drugs or medications that raise uric acid levels after consulting your doctor. ...
- Maintain a healthy body weight through regular exercises like Yoga, Walking, Jogging, etc ...
- Avoid alcohol and sugary drinks like Pepsi, Coke, etc
- Have vitamin C rich Citric fruits like lemon, oranges, etc ...
- Eat cherries which could help in reducing the uric acid levels in the body
नमस्ते,
अधिकतर अधिक मात्रा में जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थों के सेवन ,शराब -नशीली वस्तुएं इत्यादि के सेवन की वजह से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है ,किडनी यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में असमर्थ हो जाता है या कम मात्रा में निकाल पाता है, जिससे शरीर में यूरिक अम्ल की मात्रा बढ़ने लगती है और वे हड्डियों में जमा होने लगती है ।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी में नींबू का सेवन करें इससे यूरिक अम्ल की मात्रा कम होती है ।
- प्राप्त प्रतिदिन प्रातः नारियल पानी का सेवन करें यूरिक एसिड की मात्रा कम होती है ।
- हल्के ,सुपाच्य मौसमी हरी पत्तेदार सब्जियों से युक्त भोजन को खूब चबा चबाकर सेवन करें।
- मिट्टी के घड़े में रखें जल को जब भी प्यास लगे बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर में से यूरिक अम्ल धीरे-धीरे बाहर निकलते हैं।
निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ, शराब- नशीली वस्तुएं ,क्रोध ,ईर्ष्या ,चिंता ,तनाव ,रात्रि जागरण सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन, कंप्यूटर का प्रयोग।
हेलो,
कारण - आपके द्वारा खाए गए भोजन और शरीर की कोशिकाओं के टूटने की प्राकृतिक प्रक्रिया के द्वारा यूरिक एसिड बनता है।
गुर्दे खून में से अधिकतर यूरिक एसिड को साफ कर देते हैं, जो फिर मूत्र के माध्यम से शरीर से बहार निकल जाता है। इसके अलावा यूरिक एसिड का कुछ भाग मल के द्वारा भी शरीर से बाहर निकलता है। लेकिन इसके अधिक बनने की स्थिति में किडनी रक्त से इसको हटा नहीं कर पाती है। इसके चलते रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है।
समाधान - समाधान - कच्चे सब्ज़ी का जूस लें ख़ाली पेट लें।
कच्ची भिंडी, बथुआ, पानी में भिगोए हुए अलसी (flexssed) सलाद में मिला कर बिना नमक के खाएँ।
पेट पर गिली पट्टी रखें। खीरे का पेस्ट रखें। 20मिनट तक रख साफ़ कर लें। ताड़ासन, कटिचक्रआसन, तिर्यकताड़ासन, पवनमुक्तासन करें।
जीवन शैली - पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।
1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।
2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I
दौड़ लगाएँ। सूर्य नमस्कार 5 बार करें।
3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।
4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।
नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।
मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।
पेट पर खीरा का पेस्ट 20 मिनट लगाएँ। फिर साफ़ कर लें। पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।
5. पृथ्वी तत्व- कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।
ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती।
सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।
एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
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