I am suffering from urticaria since 13 years no medicine worked. Allopathy, homeopathy, ayurved panch karma, but nothing worked. If anybody know about urticaria can you please share any remedies?
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreनमस्ते,
अर्टीकेरिया/ शीतपित्त त्वचा में हिस्टामिन जैसे विषैले तत्वों के प्रवेश की वजह से होता है यह अस्वास्थ्यकर आहार ,पाचन तंत्र की गड़बड़ी ,रक्त में गर्मी बढ़ने ईत्यादि वजह से हो सकता है।
- नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे के लिए नींद अवश्य लें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी, नींबू एवं शहद का सेवन करें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं।
- प्रतिदिन सेव या केला का सेवन करें।
- भोजन में ताजे मौसमी फल ,मूंग की दाल एवं प्याज का अधिक मात्रा में सेवन करें,हल्के सुपाच्य होते हैं, जिससे इनका पाचन आसानी से होता है।
- स्नान- पानी में नीम की पत्तियां उबालकर स्नान करें।
- या फिटकरी को पानी में डालकर स्नान करें।
- निषेध-लहसुन, ठंडे पेय पदार्थ,चाय,काफी, रात्रि जागरण सोने से 2घंटे पहले मोबाइल टेलीविजन कंप्यूटर का प्रयोग।
I had a severe case of urticaria and I have healed perfectly on a healthy routine. The major Reason for all such issues is excess toxicity in the body which the lymphatic system tries to send via the skin. The way to reverse it is to ensure you cut down on the acidity and flush the body as much as body with healthy fruit veg juices, tender coocnut , lime water etc
Body has to eliminate the foreign particles and this is trying via skin because other excretory organs are sluggish and weak in your body due to many years of wrong lifestyle filled with possible dairy eggs meat fish sugar refined oils fried food , three times cooked foods, festivals sweets and fried, outside packaged foods, coffee tea or alcohol , negativities such as hate anger ego jealousy etc which are common in daily lives. If you have had food that’s consistently poor in nutrition and life, how will the skin breathe ?
1) wear clothes of loose cotton where skin can breathe and light can enter.
2) remove or avoid touching any chemicals and use chemical free items http://www.wellcure.com/recipes/455/natural-moisturiser
http://www.wellcure.com/recipes/163/healthy-and-natural-hair-wash use this for the body too
Take bath only with cold water the head alone in all weathers. And Luke warm for body in cold weathers.
3)Sun bath for 1 hr in the early morning first rays of the sun
4) Avoid all forms of plastic usage in foods , microwave , Teflon aluminium and such things , avoid all forms of cosmetics. Just plain water wash and my body wash will do which is what I do too. I have healed from urticaria a similar skin
5)coming to diet - You need to flood your body with tender coconut water / veg juices for all your day if itching is severe .Fast on liquids for one full day every week . Switch to juices for breakfast , raw fruits for lunch , veg salads for dinner. Avoid all forms of cooked salt oil for 6-8 weeks for complete cleansing of the system. I took almost a year to heal. I was on juice fasts when my issue was severe. You will continue to get itches when ur on this diet, it’s a sign of junk coming out form the skin. So don’t panic and think it’s increasing. Avoid itching. Switch to liquids when its unbearable. That’s ur mantra on skin issues.
You must say goodbye to all forms of animal products - dairy, meat eggs fish , sugar wheat maida oil outside packed foods , fried food etc . So remember you can’t have food in functions when ur healing. Once completely healed , u still cannot have animal products wheat maida fried and sugar. White poisons are dairy sugar and maida
6) water enema is a must daily till you heal. Buy a kit and look for videos and do it daily after your morning potty. Consult an expert when u start
7)You can use some coconut oil and apply a wet thick cloth in places where you think u can’t bear.
8) get off all forms of suppressions that will take away your symptoms . You have to learn to heal with the above only and trust the body.
9) you have to develop a positive attitude for veryone around you. You cannot have hatred in your heart. It literally burns u. You have to listen to people like bk Shivani / Sadguru / Louise hay and such people and remove all negativity and burden ur carrying. Learn to live like flowing water. Forgive everyone around you
10) yoga and majorly pranayama is a must to make ur cells breathe
You will continue to get itches on and off . By that time you will know how to manage if it happens. The tank has to become empty to be free forever.
Some journeys for your reference
Get back with questions if u have any doubts
Be blessed
Smitha Hemadri ( Educator of natural healing practices)
हेलो,
कारण - अत्याधिक तापमान, तनाव, संक्रमण व अन्य बीमारियां आदि। कुछ मामलों में पित्ती एंजियोडिमा (Angioedema) के साथ जुड़ा हो सकता है। एंजियोडिमा एक ऐसी स्थिति है जिसमें आंख, होंठ, हाथ, पैर या गले के आसपास सूजन आ जाती है।
कोई भी चिकित्सा प्रणाली हो वह अगर मुल कारण पर काम नहीं करती हैं तो बेहतर परिणाम सामने नहीं आते है।
त्वचा हमारे शरीर का सहज ज़रिया है अम्ल (acid) को प्रतिबिम्बित करने का। शरीर (elimination)निष्कासन की प्रक्रिया में लगा है। ये समस्या अस्वस्थ पाचन तंत्र के कारण हुई है।
किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में पहली बार लें। एनिमा किट मँगा लें । यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 100ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में एक बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में उपस्थित विषाणु निष्कासित हो जाये।
हम उसको आहार शुद्धि से मदद करें।
सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। जो की आपको ज़बर्दस्त फ़ायदा करेगा। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें।
नीम के पत्तों + खीरा+एलोवेरा का पल्प का पेस्ट वंहा लगाएँ जंहा परेशानी है। 20मिनट के लिए लगाए और सूर्य की रोशनी में रहें।त्वचा को गुलाब जल + बेसन और हल्दी से साफ़ करें। साबुन या कोई भी क्रीम का प्रयोग बंद कर दें।
नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं। नीम के पत्तों का जूस मिला स्नान करें।खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें। हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें।अपने मेरुदंड को उस पर रखें।
नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं। नीम का रस भी बहुत फ़ायदा करेगा।बार बार कुछ भी खाने से बचे फल के बाद 3 घंटे का अंतराल (gap) रखें। क्षार (alkaline) जूस के बाद 1घंटे का अंतराल रखें। कच्चे सब्ज़ियों के सलाद के बाद 5 घंटे का अंतराल रखें। अनाज और पकी हुई सब्ज़ी अगर तेल रहित (oil free) के बाद 8 घंटे का तेल घी का प्रयोग किया गया हो तो 12 से 13 घंटे का अंतराल रखें।
रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। त्वचा या शरीर के किसी भी हिस्से को स्वस्थ प्रदान करने के लिए ज़रूरी है।
सुबह लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।
सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। पुरे शरीर गिले किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।
सुबह ख़ाली पेट आधा खीरा 5 पुदीने या करी पत्ते के साथ पिस कर उसमें 100ml पानी मिला कर पिएँ।
जूस को मुँह में रख कर एक बार सहज स्वाँस लें फिर घूँट अंदर लें।
2 घंटे बाद कोई भी एक तरीक़े का फल नाश्ते में लें।फल को ठीक से चबा कर खाएँ। कोई नमक या चाट मसला या चीनी, दूध मिक्स ना करें।
दोपहर 12 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस 100ml पानी मिला कर लें।नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती।सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है।
सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात का खाना 8 बजे खाएँ। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।
एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे।धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
1 |
Dr. Khushbu Suthar
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:721575
|
|
2 |
Ruby
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:706530
|
|
3 |
Smitha Hemadri
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:608610
|
|
4 |
Nikita Mishra
Level:
Natural Healing Guide
Points:342840
|
|
5 |
Hema
Level:
Natural Healing Guide
Points:330790
|
|
6 |
Dr.Rajesh Kumar
Level:
Natural Healing Advisor
Points:175005
|
|
7 |
Mohan M
Level:
Natural Healing Advisor
Points:165005
|
|
8 |
Anchal Kapur
Level:
Natural Healing Advisor
Points:156005
|
|
9 |
PSYsolution by Kalyan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:124895
|
|
10 |
Asha Shivaram
Level:
Natural Healing Advisor
Points:123760
|
|
11 |
Wellcure
Level:
Natural Healing Advisor
Points:111405
|
|
12 |
Swatantra
Level:
Natural Healing Advisor
Points:96835
|
|
13 |
Dollie kashvani
Level:
Natural Healing Advisor
Points:95925
|
|
14 |
Vijai Pawar
Level:
Natural Healing Advisor
Points:94430
|
|
15 |
Sharan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:86350
|
|
16 |
Dr.Elanchezhiyan Devarajan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:68925
|
|
17 |
Priyanka Kaushik
Level:
Natural Healing Advisor
Points:67915
|
|
18 |
Anju Chhabra
Level:
Natural Healing Advisor
Points:66160
|
|
19 |
Shweta Gupta
Level:
Natural Healing Advisor
Points:62515
|
|
20 |
Mehak
Level:
Natural Healing Advisor
Points:60990
|
|
21 |
Dr Sangeeth Somanadhapai
Level:
Natural Healing Advisor
Points:56860
|
|
22 |
Asha Shivaram
Level:
Natural Healing Companion
Points:47295
|
|
23 |
Swati Dhariwal MA, ND,
Level:
Natural Healing Companion
Points:39870
|
|
24 |
Aishwarya Elavarasan
Level:
Natural Healing Companion
Points:36175
|
|
25 |
Pramod Pathak
Level:
Natural Healing Companion
Points:32380
|