I am 57 years old male, I am diabetic and BP patient. I am over weight. 128 kgs. I take 4 times intake of food. I want to reduce my belly and the whole body weight.
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
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Your Diabities is results of your excessive body weight so reduce your weigh your Diabitis as well as blood pressure comes to normal
For weight reduction follow this tips and stay fit
- First of all reduce your meal intake eat only 2 times in a day
- Take lukewarm water in morning also add some yoga aasans and morning walk in you Daily routine
- Add alovera juice and karela juice in morning
- Avoid milk products, animal products, and other heavy meals
- Keep your body hydrated daily
- Yoga like Padmasan, mayurasan helps in Diebitis
- Add more vegetables and fibrous food in your meal
Thanks
This is an excellent decision sir. This is the only way to stay healthy and also reverse bp, diabetes and also lose weight at the same time without having to consult with multiple medical practitioners. Nature performs miracles. There is a belief that food helps people stay healthy and alive and also food destroys. Anything in excess - good or bad is detrimental. Nature has designed us, humans, to survive having fruits veggies greens, but we have diverged from the ideal and moved on to dairy, meat, eggs, fish, refined foods like sugar, oils, packaged foods from outside, excess grains etc which are absolutely not designed for us to have. When you look at the irony, we live our lives just eating foods we are not designed to have. That’s how our body slowly suffers and keeps accumulating toxins resulting from undigested food. These rotting foods attract pathogens and that’s how the organs fail too. Your np and sugar both will also be reversed in addition to weight loss if you adapt the lifestyle that’s designed for humans.
This is my suggestion on a successful reversal of all your problems
Follow this:-
Morning on an empty stomach
- Celery juice 500 ml filtered / ash gourd juice / cucumber juice/ Green juice with any watery vegetable like ashgourd / cucumber / ridge gourd / bottle gourd / carrot / beet with ginger and lime filtered/ tender coconut water or more pure veggie juice . No fruit juices
Afternoon from 12 :-
- A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus alone. You can eat as many fruits as you want in the whole day. When you have any craving, please pick a fruit. This will remove all the accumulated cravings over time
- Followed by a bowl of veg salad for dinner 2-3 hrs before sleep,
- Please take enema daily with Luke warm water. this is not a substitute for a daily nature call. Consult an expert as needed
- Include some exercises that involve moving all your parts (neck, shoulder, elbows, wrist, hip bending twisting, squats, knees, ankles ) along with 1 hr of workout. Focus on weight training. This is an absolute must and you have to push yourself to move away from your sedentary lifestyle. Before starting this everyone feels lethargic, but once you enjoy the results of the workout, you will be amazed and will want to go every day. Hire a trainer. Don’t do by yourself.
- See if u can go to the morning sun for sometime in a day 30 mins atleast.
- Ensure that you are asleep between 10-2 which is when the body needs deep sleep
Note: between your dinner and next day lunch maintain a 16 hr gap. This is a must. You can only consume water, lime water and vegetable juices. No fruit juices.
What to Avoid :-
- Avoid refined oils, fried food , packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt and sugar , gluten , refined oils meat eggs fish coffee tea alcohol , oils in any form, any cooked food until you reach about 60-70 kgs. After that let us know and we can guide you to transition to one cooked.
- Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. Present is inevitable. Future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself . The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it
Be blessed.
Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)
हेलो,
कारण - शुगर कोई बीमारी नहीं है। ख़राब हाज़मा और ग़लत खान पान के वजह से शरीर इस रूप में प्रतिक्रिया कर रहा है। शरीर को नहीं अपनी आदतों को जाँचे। जब तक प्राण सकती है तब तक शरीर के अंदर का कोई भी अंग जो की निष्क्रिय हो गया वो सक्रिय हो सकता है। सही खुराक जो की शरीर की ज़रूरत है।
ऐसा खाना जो की अधिक समय तक हज़म नहीं होता है। उस अपचे भोजन के toxins पेट में अतिरिक्त चर्बी के रूप बदल जाती है।
तले भूने आहार, नशीले पदार्थों का सेवन हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ नहीं रहने देता है। पाचन तंत्र स्वस्थ ना हो तो मोटापे की समस्या हो सकती है।
समाधान - शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाए। दौड़ लगाएँ। सूर्य नमस्कार 5 बार करें। सुप्त मत्स्येन्द्रासन, धनुरासन, कटिचक्र आसन करें। त्रियक ताड़ासन करें।
पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, शवासन करें।
आप 4 बार आहार लें जिसमें से तीन बार का आहार कच्चा हो एक बार का आहार पका हुआ होना चाहिए।
10% कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस बिना नमक निम्बू के लेना है।30% कच्चे सब्ज़ी का सलाद बिना नमक निम्बू के लेना है।10% ताज़ा नारियल सलाद में मिला कर लेना है। 20% फल को लें। पके हुए खाने को केवल एक बार खाएँ नमक भी केवल एक बार पके हुए खाने में लें। पके हुए खाने में सब्ज़ी भाँप में पके हों और तेल घी रहित होना चाहिए सब्ज़ी की मात्रा 20% और millet या अनाज की मात्रा 10% हो। वर्षों से जमी टॉक्सिन को निकालना ज़रूरी है। किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में पहली बार एनिमा लें। एनिमा किट मँगा लें । यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 100ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में एक बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में उपस्थित विषाणु निष्कासित हो जाये।ओ
शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।
आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।
पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।
आपका मुख्य आहार ये हुआ तो बहुत अच्छा हो जाएगा।
1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।
2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें। इसके बाद फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें, रुकें, फिर स्वाँस अंदर भरें। ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक समय पर करना है। ये दिन में चार बार करें। खुली हवा में बैठें या टहलें।
3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।
4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।
5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। जो की आपको ज़बर्दस्त फ़ायदा करेगा। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें।
दोपहर में 12 बजे फिर से कच्चे सब्ज़ी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2 घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डाले। ताज़ा नारियल मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ, बहुत फ़ायदा होगा। पृथ्वी तत्व को शरीर में डालने का एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं। ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन छोड़ने से ज़्यादा लाभ होगा।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
नमस्ते,
कारण-
- अत्यधिक कैलोरी युक्त भोजन का सेवन
- शारीरिक परिश्रम की कमी
- आनुवंशिक
- चिकित्सीय स्थिति या दवाइयों का दुष्प्रभाव (अंडरएक्टिव थायराइड व कुशिंग सिंड्रोम आदि)
- तनाव
- अनिद्रा
- नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
- यदि आपके पास सूर्योदय के समय पर्याप्त समय नहीं है तो आप सूर्यास्त से 1 घंटे पहले 45 मिनट धूप मेंं रहे इससे शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति होती है शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है, आंंत की दीवारें फैलती हैं, शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे क्रमांक कुंचन गति सुचारू रूप से होती है।नींबू का रस शरीर से अतिरिक्त चर्बी हटाने का काम करता है।
- प्रतिदिन पालक, करेला, लौकी,नारियल पानी या आंवले के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
- प्रतिदिन भोजन में 50% ताजे मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज, 5% सूखे मेवे का सेवन खूब चबा चबाकर करें, यह हल्के एवं सुपाच्य होते हैं, संतुलित मात्रा में शरीर को पोषण प्राप्त होता है, अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं.।
- प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं,पानी कैलोरी को बर्न करता है और शरीर के वजन को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, पानी पाचन क्रिया को मजबूत और शरीर की आंतरिक सफाई करता है ।
- एक गिलास पानी में दो चम्मच सौंफ डालकर रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह उठकर खाली पेट पिएं,सौंफ फाइबर युक्त होती है, जो भूख को नियंत्रित कर वजन घटाने में सहयोग करती है। इसके अलावा सौंफ एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती है और शरीर को फ्री रेडिकल्स से दूर रखती है।
- सप्ताह में कम से कम 1 दिन किसी मौसमी हरी पत्तेदार सब्जी के जूस पर उपवास रहें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, पाचन अंगों को आराम मिलता है ।
- प्रतिदिन भुजंगासन, मंडूकासन , अर्धमत्स्येंद्रासन ,अनुलोम विलोम ,कपालभाति एवं भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करें इससे मन शांत एवं तनाव मुक्त होता है, पेट के आंतरिक अंगों की सक्रियता बढ़ती है ।
नोट- 1 समस्त योग का अभ्यास अनुभवी योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन के निर्देशन में करेंI
2. दिन में केवल दो बार ही भोजन करें,प्रत्येक भोजन में कम से कम 14 घंटे का अंतर होना चाहिए।
- प्रतिदिन सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्न होकर नंगे पाव टहलें, मन शांत एवं तनाव मुक्त रहता है।
निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज पदार्थ चाय काफी चीनी मिठाईयां नमक नमकीन ठंडे पेय पदार्थ डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ रात्रि जागरण ,क्रोध, ईर्ष्या , चिंता ,तनाव सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।
Hi. We would like to invite you to our 10-day online group program - Thriving with a healthy heart with Nature Cure practitioner Swati Dhariwal. See here for more details.
1 |
Dr. Khushbu Suthar
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:721575
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2 |
Ruby
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:706530
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3 |
Smitha Hemadri
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:608610
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4 |
Nikita Mishra
Level:
Natural Healing Guide
Points:342840
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5 |
Hema
Level:
Natural Healing Guide
Points:330790
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6 |
Dr.Rajesh Kumar
Level:
Natural Healing Advisor
Points:175005
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7 |
Mohan M
Level:
Natural Healing Advisor
Points:165005
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8 |
Anchal Kapur
Level:
Natural Healing Advisor
Points:156005
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9 |
PSYsolution by Kalyan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:124895
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10 |
Asha Shivaram
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Natural Healing Advisor
Points:123760
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11 |
Wellcure
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Natural Healing Advisor
Points:111405
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12 |
Swatantra
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Natural Healing Advisor
Points:96835
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13 |
Dollie kashvani
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Natural Healing Advisor
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14 |
Vijai Pawar
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Natural Healing Advisor
Points:94430
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15 |
Sharan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:86350
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16 |
Dr.Elanchezhiyan Devarajan
Level:
Natural Healing Advisor
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17 |
Priyanka Kaushik
Level:
Natural Healing Advisor
Points:67915
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18 |
Anju Chhabra
Level:
Natural Healing Advisor
Points:66160
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19 |
Shweta Gupta
Level:
Natural Healing Advisor
Points:62515
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20 |
Mehak
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Natural Healing Advisor
Points:60990
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21 |
Dr Sangeeth Somanadhapai
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Natural Healing Advisor
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22 |
Asha Shivaram
Level:
Natural Healing Companion
Points:47295
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23 |
Swati Dhariwal MA, ND,
Level:
Natural Healing Companion
Points:39870
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24 |
Aishwarya Elavarasan
Level:
Natural Healing Companion
Points:36175
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25 |
Pramod Pathak
Level:
Natural Healing Companion
Points:32380
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