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Q&A
10:02 AM | 05-11-2019

Hi, I have a migraine problem since 2 years. Can you pls let me know a permanent solution for migraine headache?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

05:41 PM | 05-11-2019

नमस्ते ,

आज के परिवेश में सिर दर्द की समस्या हर किसी को कभी न कभी अवश्य होती है लेकिन जब यह लंबे समय तक हो जाएगा , तो यह माइग्रेन का कारण बन सकती है इसमें असहनीय दर्द होता है, जो 2 घंटे से लेकर कई दिनों तक रह सकता है यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, migraine में रक्त संचार मस्तिष्क की ओर अधिक बढ़ जाता है, जो सिर दर्द का कारण है ,यह कभी ना दाएं या कभी बायें किसी भी तरफ हो सकता है, यह गर्मी ,नींद की कमी, तनाव की वजह से हो सकता है।

  • नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं,कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
  •  रोज प्रातः गुनगुने पानी में नींबू एवं शहद मिलाकर सेवन करें इससे आंतों में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकल जाते हैं ।
  • प्रतिदिन भोजन में 80% मौसमी फल एवं हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण प्राप्त होता है और इनका पाचन भी आसानी से होता है।
  •  मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को प्यास लगने पर बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें, शरीर में आवश्यक मात्रा में जल की आपूर्ति होती रहती है 
  • प्रतिदिन 10 -12 बादाम चबा चबा कर सेवन करें।
  • प्रतिदिन एक चम्मच तुलसी के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर भोजन के पहले या भोजन के बाद सेवन करें राहत देता हैं।

निषेध- रात्रि जागरण सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल टेलीविजन कंप्यूटर का प्रयोग।



05:40 PM | 05-11-2019

हेलो,

कारण - माइग्रेन में होने वाला सिरदर्द बहुत तकलीफ दायक होता है। माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है जिसमें सिर के दोनों या एक ओर रुक रुक कर भयानक दर्द होता है। माइग्रेन 2 घंटे से लेकर कई दिनों तक बना रहता है। माइग्रेन सिरदर्द दूसरें सिरदर्द की तुलना में अधिक होता है। माइग्रेन मूल रूप से न्यूरोलॉजिकल समस्या है। शरीर में कुछ न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitters) का उत्पादन भी माइग्रेन का कारण हो सकता है। माइग्रेन के समय दिमाग में रक्त का संचार बढ़ जाता है जिससे व्यक्ति को तेज सिरदर्द होने लगता है। 

समाधान - आँख पर गुलाब जल की गीली पट्टी रखें। उसके ऊपर खीरा और धनिया पत्ता का पेस्ट रखें। 20मिनट बाद हटा लें। 

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। 

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

कच्चे कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने के बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

जीवन शैली - आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



05:37 PM | 05-11-2019

Migraines are a special type of headaches that you experience which is characterized by pounding pain, nausea, and sensitivity to light or sound. Migraines frequently occur on an empty stomach or when you are hungry

Natural treatments are more of a drug-free way to reduce the symptoms caused by migraine. It is more important to prevent them from rather curing them. Prevention plays a vital role in the management of migraines.

Following some simple steps play a vital role in the management of migraines...

  1. Avoids foods that trigger a migraine - Foods like non-vegetarian fried foods, oily foods, artificial ingredients like MSG or Ajinomoto, ice creams, iced drinks, processed foods, etc might trigger the migraine, hence it is best to avoid it
  2. Ginger -Ginger has proven very effective. Ginger could be consumed in the form of juice, 1 teaspoon of ginger juice or dried ginger powder mixed in herbal coffee could be a more effective method to combat migraine.
  3. Add magnesium into your diet through almonds, sesame seeds, sunflower seeds, Brazil nuts, cashews etc
  4. Practice Yoga - Yoga practices like Brahmari Pranayam and Kunjal kriya under a trained yoga instructor could be useful
  5. Acupressure - Acupressure could be given on reflex areas which could be very helpful as well
  6. Application of essential Oils ( lavender/ peppermint ) These two oils have been found effective against migraine.
  7. Head massage - if you have access to any spa or naturopathic hospital a head massage could give a great relief. Regular head massages could be more effective on a long run
  8. Maintain proper food timings - Maintaining proper food timings are very important to prevent migraine. Missing a meal or improper food timings could trigger migraine headaches.


05:35 PM | 05-11-2019

Hi. Migraine can be taken care of, naturally. We would like to guide you to a few resources - 

Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. 

Regds
Team Wellcure


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