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Q&A
07:48 PM | 05-11-2019

How can i increase my weight i am 20 and my weight is 42


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

11:19 AM | 06-11-2019

Hi!

You may want to follow the thread to a previous query regarding weight gain. Please click here.

Please adopt a natural lifestyle and it will help you in reaching your optimum weight. Wellcure’s Nature-Nurtures Program helps you in making the transition, step by step. If you would like to know more, please email us at info@wellcure.com.

 



04:35 PM | 06-11-2019

नमस्ते,

शरीर के दुबलेपन के कारण-

पोषण काअभाव,तनाव,भूख कम लगना,कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारी,डायरिया जैसे संक्रमण का अधिक समय तक रहना,पेंक्रियास में इन्फेक्शन,दवाइयों का दुष्प्रभाव (कीमोथेरेपी या थायरायड की दवा)चिंता!

  • छह सूखे अंजीर और लगभग 30 ग्राम किशमिश को रात भर पानी में भिगो दें।अगले दिन उन्हें सुबह और शाम दो बार में खाएं।(लगभग 20 से 30 दिन ) 
  • आहार में हाई कैलोरी और हाई फैट युक्त खाद्य सामग्रियों को शामिल करें। लेख में बताई गईं किसी भी खाद्य सामग्री का आप चयन कर सकते हैं।
  • दिन में प्रतिदिन 3-4 केले का सेवन करें ।
  • नाश्ते, दोपहर और रात के भोजन के बीच बादाम व अखरोट आदि खाते रहें। आपका शरीर जितना कैलोरी लेगा, वजन बढ़ाने में उतनी ही मदद मिलेगी। 
  • भुजंगासन, वज्रासन, सूर्य नमस्कार व पवनमुक्तासन आदि आसनों का अभ्यास अनुभवी योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन के निर्देशन में ही करें।
  • प्रसन्न चित्त रहें, सकारात्मक सोचें, खुलकर हंसे।


04:34 PM | 06-11-2019

Being underweight is equally a concern when compared to being obese. Under weighing,individuals are more prone to osteoporosis, infertility, more prone to infections and lowered immunity and also sometimes an important factor to anemia and sometimes even premature deaths.

Some causes that could contribute to underweight are infections, thyroid problems, cancer, tuberculosis, celiac disease, eating disorders like anorexia nervosa etc

Some simple methods to gain weight are

  1. Consume more calories - On a voluntary basis you may aim to consume more calories. Calories could aim to increase your weight. Aim for foods that are higher in calories. You may take these calories as per hunger requirements.
  2. Consume high proteins- Proteins are the muscle builders and consuming it could increase your muscle mass. Soya beans is one of the richest source of plant source of protens. Consuming a tea cup of soya beans every days could show some drastic results in 3-4 months.
  3. Consume Fat and Carbs-To gain weight, one should eat at least three full meals per day that should include plenty of carbohydrates, fat, and protein.
  4. Eat energy-rich foods like dried fruits, whole grains, dates, almonds, walnuts, peanuts, sweet potatoes, etc
  5. Try to sleep during the day- Having a nap for 2-3 hours during the day could also help you to gain weight
  6. Lift weights- Lifting light weights could be helpful to gain weights

Other tips

  1. Do not drink water during or in between the meals
  2. Try to avoid coffee, alcohol or cigarettes
  3. Use bigger quantities of meals than your normal ones


11:12 AM | 06-11-2019

Hi,

It is extremely important that your gut functions and absorbs whatever nutrition you are consuming. To achieve this avoid overload of toxins and heavy acidic foods like those from animal and dairy foods, packed, processed and highly fried and sugary foods. It is important that you regularly clear your bowels. Consider the following changes

  • Include fresh fruits and raw vegetables as a part of your daily regime. All micronutrients are provided which are essential in many biochemical activities of the body.
  • Try including nut milks. Recipes are available on this platform Coconut milk. This is one of the many you could try.
  • Physical activity is important. Releases good hormones in the body.
  • Proper rest and sleep are vital. This helps the body repair and rejuvenate.
  • Avoid all processed, packed and sugary, fried foods. They are empty calories. Provide no nutrition to the body.
  • Avoid all animal foods, dairy and wheat. These foods are known to alter the gut microbiome and may hinder the absorption and functioning of many nutrients.
  • Regular elimination of bowels from the body is essential.
  • Exposure to sunshine and nature. A calm and peaceful mind will have a healthy gut.
  • Regular deep breathing is helpful in reducing stress hormones in the body. Avoid anxiety and worry. This constantly raises the stress hormones in the body and the body cannot perform its functions optimally.

Wishing you Good Health Always!

Thank you

Regards



11:11 AM | 06-11-2019

हेलो,

कारण -  ख़राब हाज़मा और शरीर में आकाश तत्व की कमी के वजह से ऐसा होता है। आकाश तत्व की कमी से होता क्या है की शरीर ने पोषक तत्व जो पाया आपके भोजन से उसको पुरे शरीर में  प्रसार (circulate) नहीं कर पाता है। जैसे की आपके पास पैसे हैं पर आपके लिए जो काम करने वाले लोग हैं उन तक उनकी फ़ीस पहुँच नहीं रही है तो वो काम कैसे करेंगे। ठीक ऐसे ही पोषक तत्व आया मगर शरीर के रक्त, मांसपेशी, कोशिकाओं तक पहुँचा नहीं। क्योंकि उसको पहुँचने के लिए जो (gap) की ज़रूरत है, वो हम नहीं दे रहे है।

समाधान - शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाएँ। फल के बाद 3 घंटे का gap रखें। सलाद बाद 5 घंटे का अंतराल रखें। पका हुआ खाना के बाद 12 घंटा का अंतराल रखें। 

जीवन शैली - शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।

आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।

पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I

दौड़ लगाएँ। सूर्य नमस्कार 5 बार करें।

3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व-खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।

पेट पर खीरा का पेस्ट 20 मिनट लगाएँ। फिर साफ़ कर लें। पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

5. पृथ्वी तत्व-कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है।  सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

 


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