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Q&A
11:05 AM | 16-11-2019

Hii. I have an ache in the ear continuously for the last 3 months. My delivery has time above 6 month. I take a pill to stop aching. At that time i can feel better, but again it starts paining. And i feel extreme fatigue and stress. I sometimes overthink and make my mood worse. Please help.


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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5 Answers

09:44 AM | 18-11-2019

Dear health seeker Shalini, let me console you at the outset that please don't take any palliatives (pain killer) for the sake of  your beloved unborn child No drugs/medicine should be  taken during pregnancy since all medicines have very deleterious effects of on the child 

  • You may take heart that basic nature cure, a drugless healing system based on eternal laws of life governing our organism can safely treat your ear pain. All you have to do is to follow the eternal laws of nature, supplying the body the right type of nutrition provided by the kingdom of plants, 
  • Consume fruits and vegetables raw and cooked to the extent of 80%and rest 20%from among from cereals such as brown rice, millet, ragi, jowar, oats 
  • Bask in the early morning sun for 30 minutes 
  • Drink some alkaline herbal juices either of ashgourd, banana stem, 70ml only 
  • If  constipated take a non violent enema of 200ml (under expert supervision)
  • For the earache apply a wet cloth over your head, cold water has magical properties of relieving all pain 
  • Your earache is the result of suppression of cold cough or acute fever, etc. 
  • There would be a healing crisis in the form of cold and cough, fever etc  which will  clean your body from the toxins and in the process all your health issues will be taken care of 
  • You will deliver a very healthy baby 
  • Please also avoid any food supplements, even synthetic vitamins pills 
  • All your need for iron, calcium, and other vitamins will be met by the positive foods you will eating thus 
  • Even a painless normal delivery will be another reward by following a nature-based lifestyle 
  • Be healthy and happy 

     V.S.Pawar Member Indian institute of natural therapeutics 

 

 

 



05:33 PM | 27-02-2020

Hi. Pls explore if you would like to join our online guided sleep and stress program. It begins tomorrow, 28th Feb.

Regds
Team Wellcure



07:34 PM | 02-12-2019

नमस्ते,
 कान दर्द का कारण-

  • कान से जुड़ा संक्रमण
  • कान में चोट लगने से
  • कान के परदे में छेद होने पर
  • साइनस
  • गले में समस्या होने के कारण भी कान में दर्द हो सकता है।
  • दांत से जुड़ा रोग भी आपके कान में दर्द का कारण बन सकता है।

आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए-

  •  नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
  • यदि आपके पास सूर्योदय के समय पर्याप्त समय नहीं है तो आप सूर्यास्त से 1 घंटे पहले 45 मिनट धूप मेंं रहे इससे शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति होती है शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
  •  प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है, आंंत की दीवारें फैलती हैं, शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे क्रमांक कुंचन गति सुचारू रूप से होती है।
  •  प्रतिदिन पालक ,चुकंदर ,नारियल पानी या आंवले के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
  •  प्रतिदिन भोजन में 50% ताजे मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज, 5% सूखे मेवे का सेवन खूब चबा चबाकर करें, यह हल्के एवं सुपाच्य होते  हैं, संतुलित मात्रा में शरीर को पोषण प्राप्त होता है, अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं.।
  • प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
  •  सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, पाचन अंगों को आराम मिलता है ।
  • गुनगुने पानी को बोतल में डालकर कान के आसपास सिकाई करने से कान दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है ।
  • नारियल के तेल को हल्का गुनगुना करें जब ठंडा हो जाए उसे कान में दो-तीन बार डालें,नारियल का तेल एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) गुण से समृद्ध होता है, जो कान के दर्द को ठीक करने का काम कर सकता है ।
  • जैतून के तेल को हल्का गर्म करें ठंडा होने पर 2-3 बूंद कान में डालें ऐसा दिन में दो से तीन बार करें,जैतून तेल में मौजूद विटामिन-ई कान से संक्रमण पर प्रभावी असर दिखा सकता है, जिससे कान दर्द से राहत मिल सकती है ।
  • प्रतिदिन सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्न होकर नंगे पाव टहलें, मन शांत एवं तनाव मुक्त  रहता है। 

निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ, चाय ,काफी , चीनी ,मिठाईयां ,नमक ,नमकीन ,ठंडे पेय पदार्थ, डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ ,रात्रि जागरण ,क्रोध, ईर्ष्या , चिंता ,तनाव सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।



09:42 AM | 18-11-2019

Do get it checked. Pains are a result of body trying to expel the unwanted waste. If we don't create a condition for helping it , the toxins will cause more issues and damage in the inner ear. Infections can also happen. Pains are because of inflammation. Inflammation happens to protect the body and it's a natural response. Once you correct your lifestyle, this will go away.

Follow this :-

Have fruits and juices for few days until pains reduce naturally. Then follow these lifestyle changes.

Morning on empty stomach 

  • Celery juice 250 ml filtered / ash gourd juice / cucumber juice 
  • Followed by Green juice with any watery vegetable like ashgourd / cucumber / ridge gourd / bottle gourd / carrot / beet with ginger and lime filtered  
  • More hunger - tender coconut water or more pure veggie juice 

Afternoon from 12 :-  

  • A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus alone 
  • Followed by a bowl of salad which includes coconut / flax or sesame in any form 
  • If hungry - tender coconut water or coconut pieces with some dates or balls made from seeds with 2 dates
  • Dinner 2-3 hrs before sleep with Gluten-free, oil-free unpolished grains or dals 30% and 70% veggies
  • Include some exercises that involve moving all your parts (neck, shoulder, elbows, wrist, hip bending twisting, squats, knees, ankles).
  • See if u can go to the morning sun for sometime in a day 30 mins atleast. 
  • Ensure that you are asleep between 10-2 which is when the body needs deep sleep. 

What to Avoid :- 

  • Avoid refined oils, fried food , packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt and sugar, gluten, refined oils coffee tea green tea alcohol meat eggs fish packaged ready to eat foods, refined white salt 
  • Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. The present is inevitable. Future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself . The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it. 

Tip: when pus is oozing out, don’t take any solid foods, switch to 3-4 lts of plain fruit juices or veg juices like a mantra and u will find relief and healing. Once toxins are over and they are out, it won’t reoccur unless you cheat with the foods in the forbidden list 

Be blessed. 

Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)



09:41 AM | 18-11-2019

हेलो,

कारण - कोई भी फ़ोड़े फुंसी आपके शरीर में अम्ल की अधिकता को दर्शाता है। फिर चाहे वो शरीर के किसी भी हिस्से में हो।

जब शरीर में अम्ल की अधिकता होती है शरीर निष्कासन प्रक्रिया में जुट जाता है और सेल्फ़ हीलिंग मैकनिज्म तहत सफ़ाई करना शुरू कर देता है सही माध्यम से पुर्ण सफ़ाई ना हो पाने के कारण शरीर त्वचा को सहज माध्यम बना लेता है। 

समाधान - दुध या दुध से बनी किसी भी आहार का सेवन ना करें। सफ़ेद पेठे का रस सुबह ख़ाली पेट लें।

पवनमुक्तासन करें, अनुलोम विलोम करें।

जीवन शैली -  आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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