Why my stomach is always bloated and feels tight after i eat?
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Read moreHello raj
Bloating problem is related with improper dietary habits correct your habits to stop blotting
Use these tips to stay fit and healthy
- Stop drinking to much water just after lunch or dinner take a little amount of water with your meal but not after that
- Take aloe vera juice in the morning daily
- Drink lukewarm water in the morning
- Walk for 30 minutes daily
- Suryanamaskar every morning
- Yoga like Padmasan, mandukasan Bhujangasan help you
- Keep your body hydrated all day
- Have your dinner 3 hrs before sleep
- Avoid spicy foods, animal products, outside items
Thanks
नमस्ते,
अनियमित आहार शैली, खराब खान-पान, शारीरिक गतिविधि का अभाव, अधिक तेल-मिर्च, गर्म मसालों का सेवन, कमज़ोर पाचन तंत्र, अधिक तनाव, एलर्जी, हार्मोनल असंतुलन, थायरॉइड डिसफंक्शन आदि। • अनियमित आहार शैली - आजकल ज्यादातर लोगों की जीवन शैली इसलिए प्रभावित हैं क्यूंकि वो अनियमित आहार शैली लेते हैं। उनका खान-पान संतुलित और पौष्टिक ना होने के कारण वो बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। खाने को अच्छी तरह चबाकर ना खाने, अधिक वसा और कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन से पेट में इंफेक्शन और सूजन की समस्या हो सकती है।
आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए-
- नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
- सूर्योदय के पश्चात 45 मिनट धूप मेंं रहे इससे शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति होती है शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है, आंंत की दीवारें फैलती हैं, शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे क्रमांक कुंचन गति सुचारू रूप से होती है।
- प्रतिदिन पालक ,चुकंदर ,नारियल पानी या आंवले के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं,
- प्रतिदिन भोजन में 50% ताजे मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज, 5% सूखे मेवे का सेवन खूब चबा चबाकर करें, यह हल्के एवं सुपाच्य होते हैं, संतुलित मात्रा में शरीर को पोषण प्राप्त होता है, अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं.।
- प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
- सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, पाचन अंगों को आराम मिलता है ।
- अदरक की कुछ बहुत पतली स्लाइस काटें और उन्हें उबलते पानी में 10 मिनट के लिए रहने दे जब पीने योग्य हो जाए उसे दिन में 2 बार सेवन करें आराम मिलेगा।
- कपालभाति, अनुलोम विलोम , भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करें इससे मन शांत एवं तनाव मुक्त होता है।
- प्रतिदिन सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्न होकर नंगे पाव टहलें, मन शांत एवं तनाव मुक्त रहता है।
निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज पदार्थ चाय काफी चीनी मिठाईयां नमक नमकीन ठंडे पेय पदार्थ डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ रात्रि जागरण ,क्रोध, ईर्ष्या , चिंता ,तनाव सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।
हेलो,
कारण - पाचन क्रिया के सुचारू रूप से काम ना कर पाने के स्तिथि में ब्लोटिंग की परेशानी होती है।जिसमें छोटी आंत के अंदर गैस भर जाती है। पेट फूलना एक संकेत हो सकता है कि खाया गया भोजन ठीक प्रकार से हजम नहीं हुआ है।
समाधान - शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाए। दौड़ लगाएँ।सुप्त मत्स्येन्द्रासन, धनुरासन
पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, शवासन करें।
10% कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस बिना नमक निम्बू के लेना है।30% कच्चे सब्ज़ी का सलाद बिना नमक निम्बू के लेना है।10% ताज़ा नारियल सलाद में मिला कर लेना है। 20% फल को लें। पके हुए खाने को केवल एक बार खाएँ नमक भी केवल एक बार पके हुए खाने लें। पके हुए खाने में सब्ज़ी भाँप में पके हों और तेल घी रहित होना चाहिए सब्ज़ी की मात्रा 20% और millet या अनाज की मात्रा 10% हो।
सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।
खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।
जीवन शैली - आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।
फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।
वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।
अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।
जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए।
स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से
घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।
पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।
फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।
दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ
सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।
उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Hi. Bloating can be caused due to intake of wrong foods, incorrect food combinations, as well as poor gut health. Stress & lack of proper sleep can also aggravate bloating. Please refer to the below resources to understand more about digestive issues & Nature Cure.
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Blogs -
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Real-life natural healing stories of people who cured digestive issues just by following Natural Laws.
Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step.
Bloating is caused because of wrong food combinations. And it can also be caused because of rotting of food material that has not been eliminated from the body. So when the new food goes in, it mixes with the old settled food and rots and causes burps and farting.
Tips
- Avoid all animal foods like diary meat eggs fish in your lifestyle
- Avoid wheat and any product with gluten
- Do Not mix raw and cooked in the same meal
- Finish all raw before eating any cooked in the day
- Don’t mix grains with proteins like dals
- Don’t mix starchy veggies with grains
- Don’t mix beans and legumes with grains
- Avoid grains , animal protein like dairy eggs fish meat in your life to keep a clean gut
- Include fruits veggies greens in the beginning of the day until dinner and keep only dinner cooked
- Avoid gluten and oil in your life
- Avoid mixing fruits with nuts and seeds
If we consume as much raw as possible, the burping and farting which is due to rotting of undigested food will not happen. If you start raw initially, take water enema for a month. Consult an expert for guidance. You might be bloated ,farting and burping even when you start raw and avoid animal protein because old matter is still making the raw food rot. You need to juice a lot, excrete old waste for things to improve.
Be blessed
Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)
Hi there,
Bloating can occur even without any underlying disease such as dehydration, lack of dietary fibres, and sedentary lifestyle and wrong eating habits. Bloating usually occurs when there's air or gases trapped in the GIT. The best remedy for treating abdominal bloating and any other abdominal discomfort is to eat a fibre rich diet, increase a fluid intake and an active physical activity on a daily basis.
• Make sure that you do not overeat. Overeating or eating more than that is required can always cause discomfort in your abdomen.
• Eat only when you're Hungry. Always follow regular eating time or habits. Avoid late or midnight eating habits.
• Constipation can be one major cause for abdominal bloating. Dehydration is one of the commonest reason for constipation. Increase your daily fluid intake and keep your body more hydrated in order to prevent constipation.
• Timely defecation can help relieve you from any abdominal discomfort or bloating. High fibrous diet is highly recommended to treat constipation. Fibre adds bulk to your stools, which helps aid in the bowel movement. A mix of both soluble and non-soluble fibres such as oat bran, barley, nuts, seeds, beans, lentils, wheat bran, vegetables and whole grains helps soften the stool and make them evacuate easily.
• Consume more fruits like Apple, pears, banana, oranges and grapes as they are rich in fibres. Include more dark leafy greens and vegetables in your diet as they can provide you with all the required nutrients to maintain a healthy gut.
• Daily exercise such as walking, brisk walk, jog or any other form of exercises may encourage a bowel movement by stimulating muscles in the lower part of the digestive system. Overweight and obesity can also be a contributing factor for constipation, bloating and most other abdominal problem. A minimum of 45 minute to an hour of daily exercises can help maintain your body weight as well.
• Avoid oily fried foods, every maida products like pastries, cake, muffins, pizza, biscuits and cookies, artificial sweeteners and processed foods.
•Avoid smoking, drinking alcohol, carbonated drinks and every other cold beverage, they are the main cause for both constipation and bloating of abdomen.
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Dr. Khushbu Suthar
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Natural Healing - Leader & Influencer
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Ruby
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Natural Healing - Leader & Influencer
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3 |
Smitha Hemadri
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Natural Healing - Leader & Influencer
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Nikita Mishra
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Hema
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Dr.Rajesh Kumar
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Mohan M
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Anchal Kapur
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PSYsolution by Kalyan
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Asha Shivaram
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Wellcure
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Swatantra
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Dollie kashvani
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Dr.Elanchezhiyan Devarajan
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Shweta Gupta
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Asha Shivaram
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Swati Dhariwal MA, ND,
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Aishwarya Elavarasan
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Pramod Pathak
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