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Q&A
05:09 PM | 18-11-2019

I am feeling numbness in leg, Headache, feeling low energy all time. What should I do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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6 Answers

12:54 PM | 19-11-2019

All issues in the body are majorly because of this condition called toxaemia. This is nothing but an excessive collection of toxins in the body. When the body is busy trying to deal with toxins, it will have no time , it will have no energy for your other activities. This is why you feel that you absolutely have a lack of energy to do other daily activities. To change this balance, you have to ensure that the toxins are less and the amount of energy that you are getting for your daily activities is sufficient. How do you do this? By consuming food that is easy for digestion and thats nutritious. When your digestive load reduces, your body will find sufficient time in cleaning you up. Read it as efficient energy as well. The issue starts as a result of the excessive toxic buildup and an unclean gut.Stress releases cortisol and adrenaline which corrodes the GUT and makes your body even more tired for normal routine as days progress.

Strengthening the muscles in a healthy way is the only option when we focus on the issue in your leg. The lymphatic system needs a lot of flushing. Hence the peripheral organs are collecting toxins. The blood itself when it become thick, the heart cannot pump from there. Its your overall health that needs improvement. Fatigue and stress can be managed only if you are eating a positive diet else they acidosis caused by cooked and animal products will drain your energy even more. You must also exercise your body especially your muscles of the legs. 

Follow this :-

Morning on empty stomach 

  • Celery juice 500 ml filtered / ash gourd juice / cucumber juice/ Green juice with any watery vegetable like ashgourd / cucumber / ridge gourd / bottle gourd / carrot / beet with ginger and lime filtered/ tender coconut water or more pure veggie juice 

 

Afternoon from 12 :-  

  • A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus alone 

  • Followed by a bowl of veg salad

  • Dinner 2-3 hrs before sleep with Gluten free, oilfree , 30% unpolished grains or dals and 70% veggies

  • Include some exercises that involves moving all your parts ( neck , shoulder, elbows, wrist , hip bending twisting , squats, knees, ankles ) along with the 1 hr of workout. Focus on yoga or exercises that will strengthen the lower portion more along with overall

  • See if u can go to the morning sun for sometime in a day 30 mins atleast. 

  • Ensure that you are asleep between 10-2 which is when the body needs deep sleep. 

What to Avoid :- 

  • Avoid refined oils, fried food , packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt and sugar , gluten , refined oils meat eggs fish coffee tea alcohol , oils in any form

  • Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. Present is inevitable. Future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself . The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it

 

https://www.wellcure.com/health-journey/tags/fitness

Be blessed. 

Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)



12:53 PM | 19-11-2019

Dear, you are suffering from adrenal gland harmonal imbalance ,you should take atleast 15 min of morning sunlight daily to improve harmonal function . Take acupressure therapy



05:42 PM | 19-11-2019

नमस्ते,
एक ही जगह पर या एक ही स्थिति में काफी देर तक बैठे रहने पर अंग सुन्न हो जाते हैं या रात में एक ही अवस्था में सोए रह जाने से अचानक हाथ या पैर में सुन्नपन या अकड़न आ जाती है, सुन्नपन की स्थिति में किसी स्पर्श का एहसास नहीं होता, किसी काम को करना मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी दर्द और कमजोरी भी महसूस होती है। 
विटामिन बी-12, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम की शरीर में कमी होने पर हाथ व पैर सुन्न पड़ने लगते हैं। ऐसे में थकावट व आलस का एहसास भी लगातार होता है।
सिर दर्द मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन आपूर्ति न होने की वजह से सकती है।

  •  नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर सेेे दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, शरीर का तनाव कम होता है।
  • प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी, नींबू एवं शहद का सेवन करें शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते है।
  • प्रतिदिन आंवला ,एलोवेरा ,नारियल पानी या लौकी के जूस का सेवन करें ,इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है ,शरीर को पोषक तत्व की प्राप्ति होती है।
  • भोजन में 50% मौसमी फल, 35% मौसमी ताजी हरी पत्तेदार सब्जियां ,10% साबुत अनाज एवं 5% सूखे मेवे का प्रयोग करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलता है इनका पाचन आसानी से होता है।
  • प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर में नमी बरकरार रहती है शरीर की समस्त तंत्रिकाएं व अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं ।
  • सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं ,पाचन अंगों को आराम मिलता है।
  • प्रतिदिन कपालभाति, अनुलोम-विलोम ,भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करें, इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है, मन शांत होता है।
  • प्रतिदिन सुगंधित पुष्प से युक्त बगीचे में प्रसन्न चित्त होकर ओंस पड़ी हुई घास पर नंगे पांव टहलें।
  • प्रतिदिन पैर के पंजों को ऊपर -नीचे, दाएं- बाएं, पैरों को मोड़ें एवं फैलाएं ( प्रत्येक 10 बार ) पैरों का रक्त संचार बढ़ता है ,तंत्रिका सुचारू रूप से कार्य करती है।
  • निषेध-जानवरो से प्राप्त भोज्य पदार्थ, चीनी, मैदा,वसा से बनी हुई चीजें,क्रोध, चिंता, तनाव ,रात्रि जागरण ,सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।


09:45 AM | 19-11-2019

Hi!

Please read this health journey - I overcame acidity, pain, low energy issue through living, plant-based foods

Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. Wellcure’s Nature Nurtures Program will help you in making the transition, step by step. You may read more about it here.



09:38 AM | 19-11-2019

For numbness practice yoga. 
For headache
1) drink lot of water
2) eat lot of fresh vegetables/fruits to correct constipation if present. 
3) check your eyes for long /short sight. 
Drink honey water frequently to get relief from tiredness



09:37 AM | 19-11-2019

हेलो,

कारण - पैरों में numbness ये तंत्रिका दोष के अंतर्गत हो सकता है।

शरीर में अम्ल की अधिकता के कारण हमेशा कमज़ोरी का एहसास होता है। सिर में दर्द का कारण है सिर में ऑक्सिजन और fluid कमी हो सकती। शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ने से शरीर में ऑक्सिजन की मात्रा कम हो जाती है जैसे कि वातावरण में ज़हरीले गैस के कारण ऑक्सिजन कि मात्रा में आती है। ऑक्सिजन के कम होने से हमें कई प्रकार के संक्रमण हो जाते है।

शरीर में अम्ल की मात्रा को बढ़ने से रोकें।

तनाव, अनिद्रा, दोष पुर्ण आहार, नशीले पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ती है।

 समाधान - कच्चे सब्ज़ी का जूस आपको बहुत फ़ायदा करेगा। सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें। अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम करें। पवनमुक्तआसन करें। मकरासान करें।

आहार में परिवर्तन आयु के हिसाब से करना चाहिए। 9 साल के बाद दुध या दुध से बना सामान नहीं पचता है। 20 साल के बाद प्रोटीन के बाहरी स्रोतों से परहेज़ ज़रूरी है। 30 साल के बाद अनाज, तेल घी से परहेज़ ज़रूरी है और चीनी की ज़रूरत कभी नहीं है। उसके जगह गुड़ या सुखा फल लें। खाने में सेंधा नमक का प्रयोग करें और मात्रा कम लें। आप प्रोटीन युक्त भोजन से परहेज़ करें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

इस बीमारी का मूल कारण हाज़मा और क़ब्ज़ है।

जीवन शैली - शरीर पाँच तत्व से बना हुआ है प्रकृति की ही तरह।

आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी ये पाँच तत्व आपके शरीर में रोज़ खुराक की तरह जाना चाहिए।

पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करें। खीरा + नीम के पत्ते का पेस्ट दर्द वाले हिस्से पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। सुर्य की रोशनी उसी जगह पर लगाएँ।

दिन में दो बार तिल के तेल से घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

5 पृथ्वी- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा dopahar के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती है। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल (liquid) को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें। ठोस (solid) भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ (liquid) ले सकते हैं।

ऐसा करने से हाज़मा कभी ख़राब नहीं होगा।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद। 

धन्यवाद।

रूबी, Ruby

प्राकृतिक जीवनशैली शिक्षिका (Nature Cure Educator)


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