My mother is undergoing a treatment of breast cancer. Her chemotherapy and surgery is done and right now undergoing radiation. Somebody told me that taking tulsi leaves in curd will never allow cancer to come back. Is it true? If yes how many leaves daily or how to take it. Also suggest some ways so that it ends completely and never return back. Pls advise
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Read moreHi. Tulsi leaves are believed to be anti-cancerous but so are many green leafy veggies. They have abundant quantities of chlorophyll which facilitate in nullifying the detrimental health effects of carcinogenic substances entering the body. So overall your focus should be to include a lot of green leafy veggies & herbs in your mother's diet. Even the humble coriander / dhaniya is anti-carcinogenic!!
You must also include other seasonal veggies such as beetroots and sprouts such as green moong sprouts which are anti-cancerous too.
Changing lifestyle to include more foods in raw or lightly steamed form plus a lot of positivity, good sleep, exercise, sun, connecting to self is needed to heal from cancer. This is best done under the supervision of an expert.
नमस्ते,
हमारा शरीर असंख्य कोशिकाओं से बना है,ये कोशिकाएं आवश्यकता अनुरूप अत्यंत ही नियंत्रित प्रणाली के द्वारा विभाजित होती हैं और जब आवश्यकता नहीं होती है, तब यह विभाजित नहीं होतीं।
इन्हीं कोशिकाओं में कभी आनुवांशिक बदलाव आने से इनकी नियंत्रित विभाजन प्रणाली पूर्णरूप से खत्म हो जाती है और फिर हमारी कोशिकाएं असामान्य रूप से विभाजित होने लगती हैं, कोशिकाओं के इस अनियंत्रित विभाजन को कैंसर कहते हैं।
कारण-उम्र का ब़ढ़ना , किसी भी प्रकार का इरिटेशन ,तम्बाकू का सेवन , विकिरणों का प्रभाव ,आनुवांशिकता ,शराब का सेवन ,इन्फेक्शन ,मोटापा, भोजन में अधिकतर अमली पदार्थथ जैसे -चाय,चावल,चीनी,अचार,मिठाइयां, नमक नमकीन, मांस ,कृत्रिम रंगों से रंगे भोज्य पदार्थ।
- नींद- रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद आवत से लें इसे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं कोशिकाओं की मरम्मत होती है ।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी, नीबू एवं शहद का सेवन करें इससे आंतों की दीवारें फैलती हैं ,दूषित पदार्थ बाहर निकलता है।
- प्रतिदिन एलोवेरा या आंवला के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है।
- भोजन में 80% हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें, इससे कैल्सियम, फोस्फोरस, आयरन, केरोटीन, थियामीन, राईबोफ्लेविन, नियासीन तथा विटामिन सी जैसे कई विटामिन तथा मिनरल काफी अच्छी मात्रा में होते हैं। इसके अलावा प्रोटीन, वसा, फाईबर, कार्बोहाइड्रेट भी मौजूद होता है।
- उपवास- सप्ताह में 1 दिन उपवास रहे इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं पाचन अंगों को आराम मिलता है, कोशिकाओं का अनियंत्रित विकास रुक जाता है ।
- तुलसी के बीस पत्ते थोड़ा कुचलकर रोज पानी के साथ निगले तो इसे जड़ से खत्म भी किया जा सकता है,तुलसी कोशिकाओं के अनियंत्रित विकास की रोकथाम में सहायक है।
- नित्य भोजन के आधा-एक घंटे बाद एक-दो कली लहसुन की कच्ची ही छीलकर चबाया करें,ऐसा करने से पेट में कैंसर नहीं होता, कैंसर हो भी गया हो तो लहसुन की एक दो कली पीसकर पानी में घोलकर नित्य खाना खाने के बाद आवश्यकतानुसार लगातार एक-दो माह तक पीने से पेट का कैंसर ठीक होने की संभावना रहती है।
नोट- समस्त प्रकार के कैंसर में अनुभवी कैंसर रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही उपचार करना श्रेयस्कर है।
निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ, चाय, काफी ,चीनी ,मिठाईयां, नमक ,नमकीन, ठंडे पेय पदार्थ, डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ, प्लास्टिक से बनी चीजों में भोज्य पदार्थ ग्रहण करना, विभिन्न प्रकार के रंगों से रंगी हुए भोज्य पदार्थ।
हेलो,
कारण - शरीर में alkaline और acid का संतुलन होगा तभी कैन्सर दोबारा नहीं होगा। दवाइयों से भी शरीर acidic हो जाता है। आहार में जानवरों से मिलने वाले भोजन का परित्याग ज़रूरी है। पाचन क्रिया का स्वास्थ बनाए रखना होगा। यानी दुरुस्त हाज़मा और निष्कासन क्रिया का सुचारू रूप से होना ज़रूरी है।
समाधान - 10% कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस बिना नमक निम्बू के लेना है।30% कच्चे सब्ज़ी का सलाद बिना नमक निम्बू के लेना है।10% ताज़ा नारियल सलाद में मिला कर लेना है। 20% फल को लें। पके हुए खाने को केवल एक बार खाएँ नमक भी केवल एक बार पके हुए खाने लें। पके हुए खाने में सब्ज़ी भाँप में पके हों और तेल घी रहित होना चाहिए सब्ज़ी की मात्रा 20% और millet या अनाज की मात्रा 10% हो।
- सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। जो की आपको ज़बर्दस्त फ़ायदा करेगा। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें।
पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।
आपका मुख्य आहार ये हुआ तो बहुत अच्छा हो जाएगा।
1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।
2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें। इसके बाद फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें, रुकें, फिर स्वाँस अंदर भरें। ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक समय पर करना है। ये दिन में चार बार करें। खुली हवा में बैठें या टहलें।
3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।र
4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।
5.पृथ्वी तत्व - सुबह ख़ाली पेट आधा खीरा 5 पुदीने या करी पत्ते के साथ पिस कर उसमें 100ml पानी मिला कर पिएँ।जूस को मुँह में रख कर एक बार सहज स्वाँस लें फिर घूँट अंदर लें।
2 घंटे बाद कोई भी एक तरीक़े का फल नाश्ते में लें।फल को ठीक से चबा कर खाएँ। कोई नमक या चाट मसला या चीनी, दूध मिक्स ना करें।
दोपहर 12 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस 100ml पानी मिला कर लें।
नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती।
सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है।
सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।
एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Cancer happens when the cells get damaged by acids and cell starts mutating creating an environment for its abnormal growth. Nothing else can make a cell do this. Only acids. Many cells in the body get exposed to acids and die/face inflammation daily and also start mutating. But when the overall body's vitality is unable to stop such rogue occurrences, the body has reached a stage of cancer where the body tries to contain the rogue cells in a sac called a malignant tumor. The entire body is acidic when a person has clinically termed as having cancer. The area of the tumor has been compromised further and hence the deposits are there. Cancers don't spread technically. The perspective looks like spreading. But what happens is the weakest and most acidic cells succumb and the strongest in the last. The lymph nodes in the breast would have accumulated all the acidic toxins and hence its most concentrated there.
To address your question on tulsi and curd, tulsi is a herb. Unless you know how the body reacts to that food that gets into the mouth, no food will help. Since tulsi is a plant, yes it is not harmful. However, animal products such as dairy, meat, eggs, and fish combined with a lot of emotional rollercoasters in her life are what have landed her in her current condition. Hence I would advise against feeding her anything man-made, unnatural, anything that came from an animal.
All cancers are the same. The person must be completely cut off from man-made foods and consume only fruits as solids and veg juices and greens. Even water must be obtained from bioavailable fruits and veggies, tender coconut and such. Absolutely no spices, no salt, etc. exposure to sun and other elements, yoga, and pranayama. Sleeping early and waking early.. following the sun cycle. Mediation and such things can attempt to restore the vitality of the person. If chemo is given, then the timeline and severity of recovery increases so much more and chances of recovery reduces. Only time can tell what’s their vitality level to restoration is. Cancer is the highest abuse of the body. It all depend s on whether he has gone off a recovery point and we also won’t know that.
http://www.wellcure.com/body-wisdom/163/psysolution-series-1-article-10-of-15-stages-of-diseases-as-per-pure-nature-cure-part-2
What made them get to this stage is their unhealthy lifestyle such as consuming the wrong foods -animal-based, diary, meat, eggs, and fish-eating outside foods, exposure to harsh toxic environments like toxic smells. Mentally, holding negative emotions for people around him In their heart, etc.
Nature cure can attempt to reverse this, but it needs dedicated attention at this stage and results to depend on their remaining vitality. They also need to do exactly opposite of what they ate, what they thought, what they spoke in the past. literally, live on fruits greens and veg juices, forgive and love everyone around them unconditionally, remove expectations of any form, speak only positivity, lastly surrender to the universe and accept all kinds of outcomes of the actions. Ultimately as Krishna has told in Geetha, you do your actions and don’t worry about the results as that's not yours to give. Results are never in a practitioner's hands nor the patients' hands. Only trying sincerely is.
Either way, there are people who have reversed by just completely reversing lifestyles on their own. It’s their positive attitude that healed them under guidance from an expert.
This is one Center in South they can try to reach
https://www.facebook.com/antahasatva/
Journey to read and be inspired
http://www.wellcure.com/health-journeys/53/my-breast-cancer-journey-freedom-from-a-plethora-of-health-issues
Be blessed
Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)
Hi. Unfortunately, we will not be able to guide you on a specific remedy as we firmly believe that health cannot be reclaimed by piecemeal efforts. Wellcure believes that holistic changes in lifestyle including diet, sleep, exercise, stress, sun, etc help in attaining good health. Health can be built step by step, there’s no shortcut to it.
We would like to guide you to a breast cancer journey on our website - My breast cancer journey & freedom from a plethora of health issues. We sincerely hope you find it useful & wish all the best for your mother.
Regards
Team Wellcure
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