Hi I have young onset Parkinson disease from 2015 in is increasing day by day. What should should I do to stable it?
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreDear health seeker Jagruti, Let me assure you that it is the only basic nature cure that can reverse disease symptoms of Parkinson's. In fact, there is no disease only a lower level of health which can be reversed back to health by following the eternal laws of nature cure. Many patients have recovered their health by living hygienically and saying goodbye to the unhygienic lifestyle, totally by avoiding habits that have netted them in this condition.
The major issue responsible for Parkinson's to set in is that the vitality has been drained by self-abuse, by the intake of stimulant tea, coffee, cola, alcohol, meat, fish, and eggs, etc over a long period of time resulting in depletion of the nervous system culminating in tremors.
The way back to health is quite a long drawn process but total recovery is assured.
Recently a patient has recovered by the following regime...
You will have to subsist for a month or two on only fruits diet with little coconut scrappings thrown into occasionally.
Most of the time you will have to live near nature as much as possible, meaning living in a very well ventilated space, availability of the solar energy, cold air caressing the body thereby ticking the nerves, walking barefooted on grass laden lawns. Self-massage followed by a spinal bath for 25 minutes. A spinal bath is a must and a major application to tone up the nervous system. In fact, it's a nerve tonic.
The use of non-violent enema under skilled guidance is a must as and when needed (once or twice a day to clear the backlog of many years).
Apply a stimulating wet pack over the abdomen for one hour in the evening.
By the above process, the hunger will be keen and include very small amounts of cereals in conjunction with vegetables raw and conservatively cooked without oil, spices, condiments.
Fasting and positive diet are the wings of the bird of health, This way the disease will be circumvented.
Wishing you all the health.
V.S.Pawar Member Indian institute of natural therapeutics
नमस्ते,
पार्किंसन रोग तंत्रिका तंत्र का एक तेजी से फैलने वाला विकार है, जो आपकी गतिविधियों को प्रभावित करता है। यह धीरे-धीरे विकसित होता है, यह रोग कभी-कभी केवल एक हाथ में होने वाले कम्पन के साथ शुरू होता है। लेकिन, जब कंपकपी पार्किंसन रोग का सबसे मुख्य संकेत बन जाती है तो यह विकार अकड़न या धीमी गतिविधियों का कारण भी बनता है।
पार्किंसन रोग के शुरुआती चरणों में, आपके चेहरे के हाव भाव कम या खत्म हो सकते हैं या चलते समय आपकी बाजुएं हिलना बंद कर सकती हैं। आपकी आवाज़ धीमी या अस्पष्ट हो सकती है। समय के साथ पार्किंसन बीमारी के बढ़ने के कारण लक्षण गंभीर हो जाते हैं।
पार्किंसन रोग में मस्तिष्क में उपस्थित कुछ तंत्रिका कोशिकाएं धीरे-धीरे खराब हो जाती हैं या नष्ट हो जाती हैं,तंत्रिका कोशिकाएं हमारे मस्तिष्क में डोपामाइन नामक रसायन उत्पन्न करते हैं, तंत्रिका कोशिकाओं के नष्ट होने के कारण डोपामाइन के स्तर में आने वाली कमी असामान्य मस्तिष्क गतिविधि का कारण बनती है, जिसके परिणामस्वरूप पार्किंसंस रोग के संकेत मिलते हैं, अनियमित दिनचर्या ,खानपान की गड़बड़ी, क्रोध, ईर्ष्या ,चिंता ,तनाव ,रात्रि जागरण, बहुत अधिक मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग इत्यादि की वजह से होते हैं।
आपको निम्नलिखित जीवनशैली का पालन करना चाहिए-
- नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे के लिए नींद अवश्य लें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
- प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी में नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, नींबू में इलेक्ट्रोलाइट पाया जाता है, मांसपेशियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
- प्रतिदिन सूर्योदय के पश्चात कम से कम 30 मिनट धूप में रहें, इससे शरीर को आवश्यक मात्रा में विटामिन डी की आपूर्ति होती है, शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती है, शरीर का रक्त संचार बढ़ता है।
- प्रतिदिन नारियल पानी या एलोवेरा जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है।
- भोजन में 50% ताजे मौसमी फल 35% ताजे मौसमी हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अनाज एवं 5% सूखे मेवे का प्रयोग करें ,इससे भोजन का पाचन आसानी से होता है ,शरीर को आवश्यक मात्रा में पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है ।
- प्रतिदिन प्यास लगने पर मिट्टी या तांबे के बर्तन में रखें जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें ,इससे शरीर में आवश्यक जल की आपूर्ति होती है ,तंत्रिकाएं सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
- सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें ,इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं , पाचन अंगों को आराम मिलता है, शरीर की तंत्रिकाएं सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं ।
- कम से कम 30 मिनट अनुलोम विलोम एवं भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करें इससे मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।
- अनुभवी योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन के निर्देशन में सप्ताह में दो से तीन बार एनिमा ले सकते हैं, इससे आंतों में स्थित दूसरे पदार्थ बाहर निकलते हैं।
- मुट्ठी बंद करें- खोलें, हथेली ऊपर -नीचे ,दाएं -बाएं, हाथ को मोड़े एवं फैलाएं ,दोनों हाथ की अंगुलियों को कंधे पर रखें , कोहनी को दक्षिणावर्त एवं वामावर्त दिशा में घुमाएं, (प्रत्येक 10 बार )हाथ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, रक्त संचार बढ़ता है।
नोट -पार्किंसन की स्थिति में तंत्रिका रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना श्रेयस्कर रहेगा।
निषेध-जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ, चाय ,काफी ,चीनी ,मिठाईयां ,नमक ,नमकीन ,मैदे से बनी हुई चीजें ,क्रोध ,ईर्ष्या ,चिंता, तनाव ,रात्रि जागरण, सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल ,टेलीविजन, कंप्यूटर का प्रयोग।
हेलो,
कारण - पार्किंसन रोग तंत्रिका तंत्र का एक तेजी से फैलने वाला विकार है, जो आपकी गतिविधियों को प्रभावित करता है। यह धीरे-धीरे विकसित होता है। यह रोग कभी-कभी केवल एक हाथ में होने वाले कम्पन के साथ शुरू होता है।
पार्किंसन रोग में मस्तिष्क में उपस्थित कुछ तंत्रिका कोशिकाएं (न्यूरॉन्स) धीरे-धीरे खराब हो जाती हैं या नष्ट हो जाती हैं। न्यूरॉन्स हमारे मस्तिष्क में डोपामाइन नामक रसायन उत्पन्न करते हैं।
इन न्यूरॉन्स के नष्ट होने के कारण कई लक्षण उत्पन्न होते हैं। डोपामाइन के स्तर में आने वाली कमी असामान्य मस्तिष्क गतिविधि का कारण बनती है।
समाधान -खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।
10% कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस बिना नमक निम्बू के लेना है।30% कच्चे सब्ज़ी का सलाद बिना नमक निम्बू के लेना है।10% ताज़ा नारियल सलाद में मिला कर लेना है। 20% फल को लें। पके हुए खाने को केवल एक बार खाएँ नमक भी केवल एक बार पके हुए खाने लें। पके हुए खाने में सब्ज़ी भाँप में पके हों और तेल घी रहित होना चाहिए सब्ज़ी की मात्रा 20% और millet या अनाज की मात्रा 10% हो। वर्षों से जमी टॉक्सिन को निकालना ज़रूरी है। किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में पहली बार लें। एनिमा किट मँगा लें । यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 100ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में एक बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में उपस्थित विषाणु निष्कासित हो जाये।
पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।
आपका मुख्य आहार ये हुआ तो बहुत अच्छा हो जाएगा।
1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।
2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें। इसके बाद फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें, रुकें, फिर स्वाँस अंदर भरें। ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक समय पर करना है। ये दिन में चार बार करें। खुली हवा में बैठें या टहलें।
3 अग्नि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।
4 जल तत्व- 4 पहर का स्नान करें। सुबह सूर्य उदय से पहले, दोपहर के खाने से पहले, शाम को सूर्यअस्त के बाद, और रात सोने से पहले स्नान करें। नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं। पानी को गुनगुना रखें।
5. सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। जो की आपको ज़बर्दस्त फ़ायदा करेगा। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ।
दोपहर 12 बजे सफ़ेद पेठे (ash guard) 20 ग्राम पीस 100ml पानी मिला कर लें।
नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती।
सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है।
सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। रात का खाना 8 बजे खाएँ।
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।
एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Its an early stage of a compromised central nervous system. Parkinsons is also a viral infection due to toxemia or toxic overload. A few things that really can be done to help improve this is to clean the system. Most of the issues that are nervous or brain-related typically have to do with the number of toxins they carry in their bodies/brains. You can heal from this severe inflammation state. As you follow the lifestyle suggested, you will notice changes very soon. If you have a lot of rigidity, stay on juices and it will clear up soon. Before things get into a dependent stage, its best you start this seriously. It's really good that you reached us.
Follow this:-
Morning on an empty stomach
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Celery juice 500 ml filtered / ash gourd juice/cucumber juice/Green juice with any watery vegetables like ash gourd/cucumber/ ridge gourd/bottle gourd/carrot/ beet with ginger and lime filtered/tender coconut water or more pure veggie juice.
Target 3 liters per day overall apart from the morning drink.
Afternoon from 12:-
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A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus fruits alone.
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Followed by a bowl of veg salad.
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Dinner is also a fruit or veg salad/smoothies. If u cannot switch to full raw right away, optionally, only the dinner must be cooked. Dinner 2-3 hrs before sleep with Gluten-free, oil-free unpolished grains or dals 30%, and 70% veggies. Your condition will show progress once you cut off from cooked and majorly grains. Steamed vegetables can be used instead.
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Please take enema for 30 days with Luke warm water and then slowly reduce the freq. this is not a substitute for a daily nature call. Consult an expert as needed.
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Include some exercises that involve moving all your body parts (neck, shoulder, elbows, wrist, hip bending, twisting, squats, knees, ankles. ) along with 1 hr of a workout whenever possible.
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See if u can go to the morning sun for sometime in a day 30 mins at least.
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Ensure that you are asleep between 10-2 which is when the body needs deep sleep.
What to Avoid:-
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Avoid refined oils, fried food, packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt, and sugar, gluten, refined oils, meat, eggs, fish, coffee, tea, alcohol, and oils in any form.
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Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. The present is inevitable. The future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself. The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it.
Be blessed.
Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)
Hi. Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. Wellcure’s Nature Nurtures Program will help you in making the transition, step by step. You may read more about it here.
1 |
Dr. Khushbu Suthar
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:721575
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2 |
Ruby
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:706530
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3 |
Smitha Hemadri
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:608610
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4 |
Nikita Mishra
Level:
Natural Healing Guide
Points:342840
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5 |
Hema
Level:
Natural Healing Guide
Points:330790
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6 |
Dr.Rajesh Kumar
Level:
Natural Healing Advisor
Points:175005
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7 |
Mohan M
Level:
Natural Healing Advisor
Points:165005
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8 |
Anchal Kapur
Level:
Natural Healing Advisor
Points:156005
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9 |
PSYsolution by Kalyan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:124895
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10 |
Asha Shivaram
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Natural Healing Advisor
Points:123760
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11 |
Wellcure
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Natural Healing Advisor
Points:111455
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12 |
Swatantra
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Natural Healing Advisor
Points:96835
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13 |
Dollie kashvani
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Natural Healing Advisor
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14 |
Vijai Pawar
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Natural Healing Advisor
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15 |
Sharan
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Natural Healing Advisor
Points:86350
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16 |
Dr.Elanchezhiyan Devarajan
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Natural Healing Advisor
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17 |
Priyanka Kaushik
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Natural Healing Advisor
Points:68065
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18 |
Anju Chhabra
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Natural Healing Advisor
Points:66160
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19 |
Shweta Gupta
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Natural Healing Advisor
Points:62515
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20 |
Mehak
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Natural Healing Advisor
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21 |
Dr Sangeeth Somanadhapai
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Natural Healing Advisor
Points:56860
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22 |
Asha Shivaram
Level:
Natural Healing Companion
Points:47295
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23 |
Swati Dhariwal MA, ND,
Level:
Natural Healing Companion
Points:39870
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24 |
Aishwarya Elavarasan
Level:
Natural Healing Companion
Points:36175
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25 |
Pramod Pathak
Level:
Natural Healing Companion
Points:32380
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