Urinary tract infection how it can be treated?? Investigation report says as ALBUMIN is TRASE...
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreहेलो,
कारण - पेशाब में प्रोटीन मूत्रआशय में संक्रमण के कारण या अन्य बीमारी के अलावा और भी वजहों से बढ़ सकता है. हर व्यक्ति में फ़र्क, थोड़ी देर के लिए पेशाब में प्रोटीन बढ़ जाना (आम तौर पर होने वाली मामूली चीज़) या किसी दवा के खराब असर की वजह से भी ऐसा होता है.
पेशाब में प्रोटीन की मात्रा ज़्यादा हो जाना। ख़राब हाज़मा का परिचायक है।
समाधान - एक टब में पानी भर कर उसमें 500ml नीम के पत्तों का रस मिलाएँ और 20 मिनट तक उसमें बैठें।
अनुलोम विलोम करें। भ्रामरी प्राणायाम करें।
गोमुख आसन, पवन मुक्त आसन करें।
खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।
जीवन शैली- 1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।
फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।
वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।
अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।
जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए।
स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से
घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।
पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।
दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ।
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।
सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।
उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
नमस्ते,
भोजन अधिकतर अम्लीय पदार्थ के सेवन से, अनियमित दिनचर्या, पेशाब या वीर्य की आवेगो को रोकना , कम मात्रा में पानी पीने की वजह सेेे पेशाब की नली में संक्रमण हो सकता है ।
अधिकांश यूरिन इन्फेक्शन / यूटीआई संक्रमण ई-कोलाई बैक्टीरिया के कारण होते हैं। यह बैक्टीरिया आमतौर पर पाचन तंत्र में मौजूद रहता है। क्लैमाइडिया और माइकोप्लाज्मा बैक्टीरिया से मूत्रमार्ग का संक्रमण होता है लेकिन ये मूत्राशय को संक्रमित नहीं कर सकते।
- नींद -रात्रि मेंं 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
- प्रतिदिन गुनगुने पानी, नीबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं।
- प्रतिदिन एलोवेरा , नारियल पानी, संतरा या आंवला के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है।
- प्रतिदिन 50%खट्टे फल संतरा, मौसमी, सेब, अनार, ,नींबू, मौसमी आदि रसीले व ठण्डी तासीर वाले फलों का सेवन करें,फलों और सब्जियों में सिट्रिक एसिड की मात्रा अधिक होती है, अम्ल एवं क्षार का संतुलन हो जाता है जिससे एसिड, यूरिन इन्फेक्शन बनाने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर देता है।
- प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए पानी को पीना चाहिए, इससे दूषित पदार्थ सहित बैक्टिरिया को शरीर से बाहर निकलने में मदद मिलती है।
- नारियल पानी पीने से भी यूरिन के दौरान होने वाली जलन कम हो सकती है। साथ ही रोजाना नारियल पानी पीने से शरीर को पानी और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मिलते है।
- सप्ताह में कम से कम एक दिन उपवास रहें इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, पाचन अंगों को आराम मिलता है।
निषेध- जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ ,चाय, काफी, चीनी ,मिठाइयां, मैदा ,वसा ,दूध से बने हुए भोज्य पदार्थ, ठंडे पेय पदार्थ ,क्रोध, ईर्ष्या ,चिंता, तनाव, रात्रि जागरण।
UTI and other infections in the Gut is an inflammation of the urinary tract /toxemia across the body and pelvic regions when there is a lot of acidity. When do such things happen? When our body is toxic with dairy, meat and processed goods for a long period. When we don’t drink enough water, when we don’t tend to pass urine frequently, color of urine slowly turns yellow, smells slowly like B-complex tablets and overtime it’s really having a bad odour. When the body is filled with toxins and waste is not getting disposed off properly this happens.
The stomach and GUT will be lined with rotting waste, unwanted bacteria, and foods that were not digested properly in the stomach. The causes still remain the same - foods such as dairy, eggs, gluten, meat, seafood consumed over a long period of time with heavy fats and proteins that weakens the bile and the hydrochloric acid in the gut. With weaker stomach acids and ineffective weak bile, the food does not get digested properly and leaks into the intestine while the pathogens feed on them. Overtime it reaches the colon which is the final dumping ground. This causes inflammation, pains constipation, diarrhea and can also result in piles, fissures and yeast infections on the excretory organs. Please understand germs are not to blame. The come to decompose and feast on the rotting matter. That’s the natural law of decomposition.
To heal this condition., It is best that you start cleaning the GUT, which in turn will clean the liver, which in turn will be ready to absorb and deliver nutrients throughout the body and eventually cleaning the intestine as well. If the previous organs in the process have done their job, the colon will not have to take a hit. it’s very important that the liver starts doing its job to heal any kind of intestinal issues/organs of excretion so that the unwanted food, pathogens, and heavy metals don’t end up in the intestines and colon. Ideally, these are supposed to throw out naturally after altering its state, but when they end up as-is, they attract more issues in the colon which the colon might not be geared up to do. When body organs are clean, they do their job perfectly well. With the right lifestyle, this can be achieved. You must switch to a low-fat plant-based lifestyle. Low fat here because fats also come in a low percentage from raw foods like fruits vegetables and greens.
For a week stay on just juices to address the immediate pains and symptoms. If needed extend for more than a week if the symptoms persist. If your issue is recurring for a long time, expect a longer healing time. Add fruits after the symptoms reduce. You might feel like you are healed, but you will have the infection. Stay on raw for a month after the discomfort reduces. Even when your issues are leaving the body, you will have symptoms. Don’t suppress the symptoms. Just continue to be only on liquids. Only flushing is the solution for UTI.
Ensure that until the issue heals, Consume 3-4 liters of fruit or veg juice, tender coconut, vegetable juices, cranberry juice (you get organic frozen cranberries that don’t have sugar ) daily. Any pathogen has to be naturally flushed in a liquid environment and do not attempt to water fast or dry fast. You must not be dehydrated in such cases. In the acidic dry environment they multiply faster. Bacterial infections are common in an acidic environment where the toxins are not leaving the body. When the urinary tract is experiencing acidic exposures, it will burn and bacteria multiplies. You must flush them and create an alkaline condition with your food.
Follow this to avoid recurring in the future. The lifestyle you currently have will cause more severe issues in the future:-
Morning on an empty stomach
-
Celery juice 500 ml filtered / ash gourd juice/cucumber juice/ green juice with any watery vegetables like ash gourd /cucumber/ridge gourd/bottle gourd/carrot/ beet with ginger and lime filtered/ tender coconut water or more pure veggie juice.
Afternoon from 12:-
-
A bowl of fruits - don’t mix melons and other fruits. Eat melons alone. Eat citrus fruits alone.
-
Followed by a bowl of veg. salad.
-
Dinner 2-3 hrs before sleep with Fruits or a veg salad only. Your condition may not heal with excess cooked foods or by keeping your old lifestyle anymore. For one month stay full raw and if things get better, add gluten-free, unpolished grains, oil-free, cooked food for dinner.
-
Please take enema for 30 days with Luke warm water and then slowly reduce the freq. this is not a substitute for daily nature call. Consult an expert as needed
-
Include some exercises that involve moving all your parts (neck, shoulder, elbows, wrist, hip bending twisting, squats, knees, and ankles).
-
See if u can go to the morning sun for sometime in a day for 30 mins at least.
-
Ensure that you are asleep between 10 pm-2 am which is when the body needs deep sleep.
-
Place a wet cloth on your tummy for 30 mins daily.
What to Avoid - these foods cause inflation to the body
-
Avoid refined oils, fried food, packaged ready to eat foods, dairy in any form including ghee, refined salt, and sugar, gluten, refined oils, coffee, tea, alcohol, using oils in cooking.
-
Food touching Teflon, plastic, aluminum, and copper. Use clay / cast iron / steel / glass.
-
Avoid mental stress by not thinking about things you cannot control. The present is inevitable. The future can be planned. Stay happy. Happiness is only inside yourself. The world around you is a better place if you learn to stay happy inside yourself. Reach us if you need more help in this area. Emotional stress can cascade the effects. Thank your body and love it.
Consumption of leafy greens in all forms is essential along with fruits which will help clean your system. You will start feeling hungry more often. Have fruits. Your body will start eliminating toxins in the form of symptoms, don’t panic. Don’t medicate. Continue on a raw routine.
Be blessed.
Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)
Hi. You may refer to an earlier Q&A thread on UTI here.
Tq
Urinary tract infection commonly known as UTI can be easily cured by the following ways
- Drink lot of water. This alone would cure your problem.
- Additionally you can take tender coconut water/raw fruit juices.
- Keep your inner wears clean.
- Have lots of frutis and Vegetables.
- Apply a wet coth on abdomen in empty stomach.
1 |
Dr. Khushbu Suthar
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:721575
|
|
2 |
Ruby
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:706530
|
|
3 |
Smitha Hemadri
Level:
Natural Healing - Leader & Influencer
Points:608610
|
|
4 |
Nikita Mishra
Level:
Natural Healing Guide
Points:342840
|
|
5 |
Hema
Level:
Natural Healing Guide
Points:330790
|
|
6 |
Dr.Rajesh Kumar
Level:
Natural Healing Advisor
Points:175005
|
|
7 |
Mohan M
Level:
Natural Healing Advisor
Points:165005
|
|
8 |
Anchal Kapur
Level:
Natural Healing Advisor
Points:156005
|
|
9 |
PSYsolution by Kalyan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:124895
|
|
10 |
Asha Shivaram
Level:
Natural Healing Advisor
Points:123760
|
|
11 |
Wellcure
Level:
Natural Healing Advisor
Points:111455
|
|
12 |
Swatantra
Level:
Natural Healing Advisor
Points:96835
|
|
13 |
Dollie kashvani
Level:
Natural Healing Advisor
Points:95925
|
|
14 |
Vijai Pawar
Level:
Natural Healing Advisor
Points:94430
|
|
15 |
Sharan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:86350
|
|
16 |
Dr.Elanchezhiyan Devarajan
Level:
Natural Healing Advisor
Points:68925
|
|
17 |
Priyanka Kaushik
Level:
Natural Healing Advisor
Points:68065
|
|
18 |
Anju Chhabra
Level:
Natural Healing Advisor
Points:66160
|
|
19 |
Shweta Gupta
Level:
Natural Healing Advisor
Points:62515
|
|
20 |
Mehak
Level:
Natural Healing Advisor
Points:60990
|
|
21 |
Dr Sangeeth Somanadhapai
Level:
Natural Healing Advisor
Points:56860
|
|
22 |
Asha Shivaram
Level:
Natural Healing Companion
Points:47295
|
|
23 |
Swati Dhariwal MA, ND,
Level:
Natural Healing Companion
Points:39870
|
|
24 |
Aishwarya Elavarasan
Level:
Natural Healing Companion
Points:36175
|
|
25 |
Pramod Pathak
Level:
Natural Healing Companion
Points:32380
|