Can you suggest a natural cure for endometriosis?
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreA diet rich in omega-3 helps in dealing with your body's cell and helps in fighting the inflammation which is caused by endometriosis,
Sources of Omega-3 are walnuts, pumpkin seeds, flax seeds, chia seeds, and legumes. Including this in your diet will help in dealing with endometriosis.
Thank you
हेलो,
कारण - एंडोमेट्रिओसिस एक ऐसी समस्या है जिसमें गर्भाशय के अंदर पाया जाने वाला एक ऊतक (टिश्यू) बढ़कर गर्भाशय के बाहर फैलने लगता है। यह ऊतक अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब या गर्भाशय के बाहरी हिस्सों में और अन्य आंतरिक भागों में फ़ैल सकता है। एंडोमेट्रिओसिस से गंभीर दर्द हो सकता है, विशेषकर आपके मासिक धर्म के दौरान। यह ऊतक गर्भाशय के अंदर वाले ऊतक जैसा ही होता है लेकिन मासिक धर्म के दौरान वह बाहर नहीं निकल पाता जिससे दर्द होता है। कभी-कभी यह ऊतक निशान छोड़ देते हैं या द्रव से भरे अल्सर बनाते हैं। ये समस्या शरीर में अम्ल के अधिकता के कारण होता है।
समाधान - एक टब में पानी भर कर उसमें बैठें आपका शरीर नाभि तक पानी में डूबा हुआ हो।
उसमें बैठ के संकुचन क्रिया करें। 20 मिनट तक बैठें। संकुचन यानी साँस को लेते हुए योनि को ऊपर के तरफ़ खीचें और छोड़ते हुए नीचे के तरफ़ छोड़ें।
शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाए। दौड़ लगाएँ।सुप्त मत्स्येन्द्रासन, धनुरासन
पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, शवासन करें।
खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।
नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।
मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें।
जीवन शैली- 1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।
फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।
2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।
3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।
4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए।
स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से
घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।
5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।
फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।
दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ।
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।
6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।
तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।
7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।
8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Dear Abhijit
Your query was already answered a few days ago. You can refer to it here.
Making lifestyle changes to align with Natural Laws will help you reclaim your health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. Our Natural Health Coach can look into your routine in a comprehensive way and give you an action plan. We will guide you on diet, sleep, exercise, stress to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws. Please let us know if you are keen to explore.
Regds
Team Wellcure
Endometriosis is a medical condition that occurs on the lining of the uterus, called the endometrium, it has a capacity to grow in other places, such as the fallopian tubes, ovaries or along the pelvis. When that lining breaks down, like the regular lining in the uterus that produces the menstruation, it has nowhere to go. Sometimes due to various causes, it might lead to the formation of cysts or cause heavy periods, severe cramps and even infertility.
The exact cause of this condition is idiopathic or unknown. May be due to wrong food habits or dependency on wrong lifestyle habits might be a possible cause these days
Some Simple Natural Remedies that could help
- Heat Application – Heat application in the form of warm baths, hot water bottles, or heating pads to treat cramping effectively. This could relatively reduce pain. If you have access to a naturopathic Health centre it might be suggested that you take a Sitz bath which is one of the best treatment for this condition
- Castor Oil Application - Castor oil could be used to massage directly into the abdomen. You can also mix it with a few drops of a relaxing essential oil like lavender to help relax the pelvic muscles, and alternatively, you may apply it to a warm compress to place on the abdomen.
- Turmeric Application - Turmeric has strong anti-inflammatory properties that can be beneficial to people experiencing endometriosis symptoms. It can also be used to manage endometriosis in the long term.
- Foods like dairy, processed foods high in refined sugars, caffeine, alcohol or social drugs are strictly to be avoided. Foods like green leafy vegetables, broccoli, celery, blueberries, ginger etc are to be consumed more in quantity.
- Massaging the pelvic muscles can help relax them and reduce inflammation, and also help in reducing the abdominal cramps. Adding some essential oils used for pain relief could be an additional benefit.
- Ginger tea – Consuming Ginger tea has proven effective through various research studies. Some people with endometriosis experience nausea as a result of the condition. Ginger tea is one of the best home remedies for treating nausea, and that it’s both safe and effective.
- Yoga Therapy – Yoga therapy could be helpful if practised under a trained Yoga Therapist and some research studies have elicited the facts
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