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Q&A
04:10 PM | 21-01-2020

Is it good to do oil pulling while having ulcer??


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

09:39 PM | 21-01-2020

Hello Kunal,

Surely, it is very much fine to go ahead with it as it will help in enhancing the healing. Using coconut oil is better ass it is anti-inflammatory in its action. I would also recommend having vegetable juices with ginger, for example, bottle guard and ginger combination in order to heal it faster. Drink plenty of water.

Thank you

 



02:13 PM | 23-01-2020

Dear health seeker Kunal,

In pure and basic nature cure, we try to normalize the bodily functions and there is no place for some "patchwork ", "band-aid ", quick fixes "type applications. Oil pulling for that matter afford a semblance of relief for the time being, but in the long run it has no longer effect on the reversal of the disease. In peptic ulcers, you will have to aim in cleansing the whole system of the toxins, encumbrances, filthy, foul matter laid down in the system. 

Follow as under:- 

  • Drinking carrot juice twice - 200ml s has been found to be a highly effective treatment of peptic ulcers. In fact, some patients call it "carrot therapy "they would drink it whenever in pain, and eat nothing. 
  • Sun basking in the early morning sun for 30 minutes is mandatory. 
  • Clear the remnant faecal matter after nature 'a call by non-violent enema under the guidance. 
  • Apply a wet pack over the abdomen for 30 minutes twice, it has a salutary effect. 
  • Live mainly on a live diet of 80% vegetables raw and cooked conservatively without oil spices and condiments, rest from small amounts of cereals, beans, seeds.
  • It's no rocket science that the patient of ulcers should avoid all enervating foods devitalising foodless foods like tea, coffee cola drinks, chocolate, alcoholic beverages, meats, fish, eggs, foods having a shelf life. Bottled, tinned, etc. which has landed him in this condition. 

    V.S.Pawar                     Member Indian institute of natural therapeutics  1980.



09:45 PM | 21-01-2020

हेलो,

कारण - अल्सर में  oil pulling से विशेष लाभ नहीं होगा क्योंकि शरीर में अम्ल अधिकता है। जो केवल oil pulling क्रिया से ठीक नहीं हो पाएगा।

पेप्टिक अल्सर एक तरह का घाव है जो कि पेट के भीतरी हिस्से की परत में, भोजन नली में और छोटी आंत में विकसित होता है।

पेट में अल्सर तब होता है जब पेट की लाइनिंग या आंत का ऊपरी हिस्सा पेट  में अधिक अम्ल   के हानिकारक प्रभाव की वजह से खराब होने लगता है।

प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाने से इस समस्या का निदान सम्भव है।

समाधान - ख़ाली पेट बेल पत्ते का जूस बहुत लाभकारी होगा।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते और खीरे का पेस्ट अपने  पेट पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। 

Mud pack पेट पर लगाने से भी फ़ायदा होगा

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

जीवन शैली- 1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें। बेल पत्ते का जूस लें। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash gurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



09:43 PM | 21-01-2020

It might aggravate more. Instead do some pulling with ash gourd juice, cucumber juice or durva grass juice instead. You have to however work on removing the cause of ulcers.

Kindly remove dairy ( even powder milk is milk in another form, ghee, paneer, butter, curd ) sugar, meat from ur lifestyle. Ulcers are the elimination of an acidic stomach and inefficiently digested meal over long periods of time. Possible constipation might also be there. An unclean gut ( stomach- rectum) is a big reason for mouth ulcers. U have to remove animal products immediately, reduce oils or avoid cooking with it.

Mouth ulcers are a mirror reflection of your GUT health. The cleaner your GUT, the cleaner is the health of your mouth / the smell, etc. The more acidic the gut, then ulcers tend to keep coming. It’s a way to eliminate the pus from the body. If you are a non-vegan who consumes animal products, that’s your first step - avoid consuming any food that has an ingredient that came from an animal ( dairy, meat, eggs, fish, and honey ), remove sugar, maida, wheat, corn, soy. Avoid fermented foods for a few months.

Gargle the mouth with ash gourd juice 3-4 times a day. If this is not available then cucumber juice can be used to gargle or rinse the mouth. If you see the Durva grass or the one they use for Ganesh Pooja, u can grind and use that for rinsing too. Saltwater rinsing is also going to help. This is only for the relief of pains of the ulcers. Overtime focus on the consumption of raw food to reduce or prevent ulcers. Avoid caffeine and tea.

Start having a big glass of cucumber juice in the morning upon waking daily with some lemon juice in it and then followed by a big bowl of fruits.

Apply a cold wet towel on your abdomen for 20 mins per day.

If you need to consult with me personally, reach me here -https://rzp.io/l/1LR1mH1

Be blessed.

Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)


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