Loading...

Q&A
10:19 AM | 23-01-2020

I am 65. Got angioplasty done in 2008. I get palpitations every 5-6 days which lasts for few hours. Then it becomes normal. What can I do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

Read more
Post as Anonymous User
3 Answers

03:47 PM | 27-01-2020

Some people may feel palpitation, and you might feel some angina. Some might experience this immediately after the procedure and even after few years of procedure, you might get some chest discomfort. Palpitations mean a sense of being aware (feeling) one's own heartbeat. Yes, it's normal after any physical activity. Even in stress/fear /anxiety states, it's normal.

  • Make a habit to a mild type of walk and exercise regularly. Exercises are the best physical activity to lower blood pressure. Always mild exercises are best. You may stop whenever you get palpitations
  • Lessen your sodium/salt intake.
  • Drink lots of water. Best to avoid consumption of sugared drinks, smoking or alcohol. Reduce intake of refined sugar.
  • Avoid tea or coffee
  • Practice meditation (simple forms) and simple forms of deep breathing exercises.
  • Consume more of potassium-rich foods (bananas, oranges, apricots, grapefruits, cooked broccoli, cooked spinach, etc)
  • Eat calcium (green leafy vegetables, beans) and magnesium (vegetables, legumes, whole grains) rich foods
  • Get involved in some hobbies or relaxing leisure activities like gardening, pets, etc
  • Lose weight if you are overweight.


02:20 PM | 23-01-2020

You had a lifestyle issue and a blocked coronary artery. You got angioplasty done and got the blood to flow back to the heart. But why did the block happen in the first place? If we ponder over this question, you will realize that you have not even addressed the root cause. You have only created a temporary workaround. If the blood is filled with lipids and toxins its only time when more blocks will get created. Heart palpitations are a sign where the heart is suffering to handle that viscosity of blood and is unable to handle the load and create the pressure to keep you alive.

When the lifestyle for years together is filled with animal protein from dairy, eggs, fish meat, refined sugar, oils, excess cooked foods, gluten, absolutely no trace of raw foods, junk from outside, refined and processed foods etc, how will the body sustain its normal function?

You will be shocked to note that the main foods the body needs to function normally are fruits vegetables and greens in its raw form. We are expected to eat like primates. Instead, how much of deviation we have from what they eat isn't it? That's the reason for your heart to suffer like this. There are other organs like liver and kidneys which will also be taking the brunt of the quality of blood while filtering it. Over time you might see other major issues too because all the organs work together.

Lead a quality lifestyle with as much raw fruits greens as possible for the whole day and stick to oil-free, gluten-free cooked for dinner. This must be your permanent way of living. Do not touch any of the forbidden foods. Ensure that the distance the food travels from plant to plate is very less and there is zero or less processing involved even if it is cooked. Secondly, avoid all animal products as it's not meant for us. If you have to heal, going plant-based is critical, living an oil-free, fat-free life is critical.

Do mild exercises, exposure to sunlight for 3-40mins daily is a must.

Reach me if you have any doubts,

Be blessed

Smitha Hemadri(Educator of natural healing practices)



01:49 PM | 23-01-2020

हेलो,

कारण - हार्ट पेलपिटेशन्‍स से आपको महसूस होता है कि आपका दिल की धड़कन स्किप हो जाता है या बहुत तेज से धड़कता है या बहुत धीमा हो जाता है। यह तनाव, व्यायाम या दवा के कारण होता है। आपके दिल की बीमारी इतिहास है और लगातार पेलपिटेशन्‍स का अनुभव कर रहे हैं। इसका मुख्य कारक ख़राब हाज़मा के कारण शरीर में अम्ल की अधिकता है।अम्ल की अधिकता को कम करें। 

आहार शुद्धि और जीवन शैली में परिवर्तन से लाभ होगा।

समाधान - खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। 

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें।

10% कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस बिना नमक निम्बू के लेना है।30% कच्चे सब्ज़ी का सलाद बिना नमक निम्बू के लेना है।10% ताज़ा नारियल सलाद में मिला कर लेना है। 20% फल को लें। पके हुए खाने को केवल एक बार खाएँ नमक भी केवल एक बार पके हुए खाने लें। पके हुए खाने में सब्ज़ी भाँप में पके हों और तेल घी रहित होना चाहिए सब्ज़ी की मात्रा 20% और millet या अनाज की मात्रा 10% हो। दुध से बना भोजन का परहेज़ करें। 

जीवन शैली-  1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


Scan QR code to download Wellcure App
Wellcure
'Come-In-Unity' Plan