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Q&A
10:03 AM | 27-01-2020

There are white lumps on back of throat and pharynx is swollen from 2 months. My doctor said its granular pharyngytis. I took medication for 2 weeks still no result. My question is, I don't think pharyngytis stays such longer for 2 months. I have moderate cough,feels bit discomfort like presence of mucus in throat and cold. Rest all is normal, no pain. No trouble in swallowing food nor change in my voice. I am worried it might be cancer. What is it?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

01:56 PM | 28-01-2020

Swelling can persist, but may not be a severe inflammation. But it's not something that you must assume it's fine too. I don't think its cancer. Even if it, the recovery process is the same.

Chronic pharyngitis happens due to constant neglect of smaller issues like persistent sore throat, and other respiratory eliminations from the throat. My article on tonsilitis must be published in early Feb. The symptoms are more or less similar. You can read that for more details. However, its quite clear that the elimination is not happening seamlessly. The lymphatic nodes are not able to do their job due to congestion.

When acidic foods are consumed like a routine and no focus is provided to heal the issue but only medicated, the problem continues to persist as it was not handled at its root. When the body is sick, you must do your best to avoid any food that causes more congestion and drink only fluids.

I suggest that you follow this

1) As soon as you wake up, target 1 ltr of lemon water / any vegetable juice

2) Consume only fruits for breakfast

3) One vegetable juice in between - 500ml

4) Consume vegetable salads and greens for lunch

5) One green leaves juice with lemon and ginger - 500-750ml

6) Dinner cooked with oil-free and gluten-free options

7) Consume 4 lts of liquids ( everything including the morning drink, juices and plain water)

8) Sun exposure 30mins

9) Gargle with salt and turmeric water twice daily

10) Quit consuming all forms of foods and drink that has dairy, eggs, fish, meat

11) Quit refined and processed foods like refined white sugar/oils, junk foods. Avoid these in any meal

You must see relief gradually.

Be blessed

Smitha Hemadri(Holistic lifestyle coach)



10:43 AM | 03-02-2020

हेलो,
कारण - कारण - (Pharyngitis) गले में सूजन को कहा जाता है। फेरिंक्स गले का एक हिस्सा होता है, जो नाक व मुंह के पीछे और भोजन नली व श्वास नली के ऊपर स्थित होता है।

गले में सूजन का मुख्य कारण संक्रमण होता है, जो ज्यादातर मामलों में वायरस और कुछ मामलों में बैक्टीरिया का कारण होता है। इसके अन्य कारणों में गले में एलर्जी, चोट लगना, विषाक्त पदार्थ जाना और गले में रसौली होना आदि शामिल हैं। शरीर में संक्रमण अम्ल की अधिकता होने पर ही हो सकता है। आप दवा शरीर के प्रतिक्रिया के कारण खा रहे है। जब की मूल कारण खराब हाजमा है।

आहार शैली और जीवन शैली के परिवर्तन से ये पूरे तरीके से ठीक हो सकता है।

समाधान - पानी में मेथी के बीज उबाल लें।

स्वाद के लिए चाहें तो शहद भी मिला सकते हैं

अब चाय को हल्का गर्म होने पर पिएं।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने गले पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। 

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

जीवन शैली - जीवन शैली-  1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल से गले  पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator

 


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