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Q&A
12:49 PM | 04-05-2020

Hi, I am 35 years old , married 3 years ago. My wife is unable to conceive since. We got all the check ups and testings. There is a problem at my end. The mortality is very low. Can I cure it naturally? Please help!


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

04:23 PM | 05-05-2020

Hello, Sunny,

It is very well appreciated that you have taken charge of the situation and ready to work on it for you and your family.

Due to our lifestyle and the kind of die,t which is high in complex carbohydrates, gluten and the adulterated things, we tend to fall prey to these conditions. Even keeping your phone in your jean's pocket tend to pass on radiation which decreases sperm count and their mobility rate.

Taking a step in a holistic manner increases our metabolisation and help in strengthening our body.

Eat:

Starting your day with something light in nature and easy to digest is what your breakfast should be. Even the early morning ritual should include consumption of two-three glasses of warm water will help in flushing out all the toxins.

  • Take one teaspoon of methi seeds in the morning with warm water to increase testosterone, strength and accelerate for unwanted fat loss. 
  • Have two dates very time with your breakfast to increase the iron content and one glass of jaggery water with one tablespoon of lemon.
  • Start diet with high vitamin C like oranges, lemon, mosyumbi to increase your immunity power and reduce stress. 

Exercise:

  • Surynamakar helps in increasing the blood circulation doing 12 sets will help, start with 6 if you are a beginner.
  • Squats help in strengthening your pelvic muscle, 10-15 times at one time will help.
  • Brisk walk in early morning sun from 30-45 minutes, helps in treating your body to its level best.

Meditation:

In any kind of disease, stress comes complementary to it, but with our assurance and positive attitude, we can treat anything. The best thing to start with is breathing mindfully before sleep with the help of music to stay positive. A positive attitude will help you to deal with everything in life.15-minute relaxing meditation with the help of light music before sleep will help you in relaxing.

Pelvic massages are very helpful in pelvic muscles, massage your pelvic region with coconut or almond oil for 10-15 minutes in order to increase conceiving rate. Include lower back area too. 

Sleep:

Sleeping for at least 7-8 hours is really helpful in dealing with any problem, sleep is our body's natural response and helps the body to heal. Sleep relaxes the muscles and strengthens our body.

Hopefully, these suggestions will help you

Thank you.



04:19 PM | 05-05-2020

हेलो,
कारण - वीर्य में पर्याप्‍त मात्रा में शुक्राणुओं का बनना जरूरी है। अगर वीर्य में स्‍पर्म काउंट कम होता है तो इससे महिला को गर्भधारण करने में कठिनाई आती है। वीर्य में स्‍पर्म काउंट का कम बनना पुरुषों में इनफर्टिलिटी का कारण है। स्‍पर्म क्रियाशील और एक जगह से दूसरी जगह पर जाने में समर्थ होने चाहिए। अगर स्‍पर्म का कार्य या मूवमेंट असामान्‍य होगी तो स्‍पर्म पार्टनर के अंडे तक पहुंच पाने में असमर्थ रहते हैं। और ऐसा  ऑक्सीजन की कमी और रक्त संचार की कमी के कारण होता है।

पाचन तंत्र स्वास्थ्य ना रहने पर हमारे शरीर में अम्ल की अधिकता हो जाती है और अम्ल की अधिकता से ऑक्सीजन और रक्त के संचार में कमी आती है। प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर हम पूर्ण स्वास्थ्य पा सकते हैं।

समाधान- 1. किसी भी संक्रमण के स्तिथि में मेरुदंड स्नान काफी लाभकारी होता है यह हमारे स्नायु तंत्र को स्वस्थ रखता है । एक मोटा तोलिया लेकर उसको भिगो दें बिना निचोड़े योगा मैट पर बिछाए और उसके ऊपर कमर से लेकर के कंधे तक का हिस्सा रखें। उस गीले तौलिए पर रहे 20 मिनट के बाद इसको हटा दें। ऐसा करने से आप का मेरुदंड में ब्लड और ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा।

2. पेट पर एक गीला तोलिया निचोड़ कर बांधे 20 मिनट बाद उसको हटाए ऐसा करने से पाचन तंत्र की स्वास्थ्य में सुधार की शुद्धि आएगी। शरीर में अम्ल का प्रभाव कम होगा।

3. हिप बाथ करने से बहुत फायदा होता है हफ्ते में 3 दिन हिप बाथ करें। जब आप ही बात कर रहे हो तभी संकुचन क्रिया करें। मार्जरी आसन, दौड़ लगाना,  उज्जाई प्राणायाम करना बहुत ही फायदेमंद रहेगा। हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

4. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं।दुख हमेशा लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर  इन्फेक्शन अधिक होता है अतः आप जब भी सोए अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। 

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल (yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgourd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6 एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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