I'm 27 yr old lady with a 2yr old baby delivered normally,weight 43 kgs. I had pelvic pain since child birth, heaviness and varicose veins have started to appear now a days. Now I can't stand for long time it hurts a lot in my thighs and pelvic region. When I took online consultation gynaecologist told I have symptoms of pelvic congestion syndrome. Currently I'm on homeopathic medicines but my pain is increasing. Please suggest which specialist should I meet?
The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.
Read moreHello User,
The best thing to do is to contact our forum @wellcure and get an individual diet and regime according to your condition. Pelvic congestion syndrome is caused due to inflammation which is due to a high-fat diet and a sedentary lifestyle.
Getting an individual diet would be really helpful in your state.
Thank you
Hello,
I understand your concern as PCS is a very painful condition and people required heavy dosage of NSAIDs I highly suggest you give it a shot on naturopathic treatment protocol including hydrotherapy and acupuncture along with nutritional advice. Although pelvic varicose veins can cause a lot of pain and are the hallmark of pelvic congestion syndrome (PCS), many normal women will have enlarged pelvic veins which are usually discovered in an US, CT, or MRI, especially if they have children.
I highly recommend you to follow hydrotherapy and acupuncture protocol under the guidance of a physician for the mean time as home remedies you can follow-
1. Alternate Hip bath for 20 min twice a day empty stomach once in the morning and other in the evening that will help in relieving congestion and help you get relief from pain. You have to sit in tub keeping your legs outside arrest your foot on a stool and sit in the tub the water should be up till your navel region. Hot water immersion for 10 min and then immediately switches to cold water for 10 min.
2. Increase the intake of magnesium in your diet as it helps in relieving congestion and relaxes the muscles. Magnesium is an important mineral necessary for the proper functioning of the body especially in nerve transmission and it can be added into the diet in the form of dates, avocados, almonds, cashews, brazil nuts, legumes, seeds, bananas, leafy greens.
3. Hot fomentation to the stomach can also help in relieving the pain for a temporary period of time. It can be either cold or hot that depends on your body which will suit you I suggest to try both hot and cold and choose accordingly. If you’re using ice, try reusable gel packs.
4. Try chiropractic adjustment that will help you as any part of the body function better could have an effect on pelvic congestion and improve it. There are no adjustments that are specific for pelvic congestion. There are so many unknowns about that diagnosis. A head adjustment in chiro could help just as much as a pelvic one in some cases.
5. Castor oil massage on the pelvic region will help to reduce the inflammation; it will stimulate lymphatic channels and increases the efficiency of circulation in your entire pelvis.
6. When helping individuals with pelvic floor disorders, it is important to look not just at the physical symptoms, but also at the emotional symptoms, Cranial-Sacral Massage Therapy can help the body to release somato-emotional experiences where it can lead to psychological symptoms of physical pain that may be limiting progress and cause an individual to be stuck in a pain cycle.
7. Last but the most effective along with these methods acupuncture will help you improve your day to day life and help you cope up with the pain. Mostly we prefer 5 sessions but again it depends on your doctor and your body.
I hope these will help you out and help in relieving your pain but must not lose hope as stress can aggravate such somatic pains more in frequency and varicose can be treated as well.
Thank you,
DR. RUCHIKA SHARMA
Hello Disha,
We understand that you must be in a lot of pain at this point. But at the same time, we would want to tell you that this is something you can overcome with proper guidance and support.
Nature Cure believes in the intelligence of the body and lays emphasis on understanding the root cause of symptoms/discomfort. Through pain our body tries to tell us that something within is not right and needs support for taking corrective action. If we support the body by aligning our lifestyle to natural laws, the body automatically works towards getting in balance and hence pain-free.
Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. We will guide you on diet, sleep, exercise, stress etc. to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws.
To begin with, you may want to explore the following resource to get some direction for dealing with your pain:
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Real-life natural healing story of people who managed their pain just by following Natural Laws:
How i got freedom from chronic pain menstruation issues
Wishing you good health!
Regards,
Team Wellcure.
हेलो,
कारण - शारीरिक बनावट या हार्मोन्स के स्तर में अनियमिताओं को इस सिंड्रोम का कारण माना जाता है। गर्भावस्था के दौरान हार्मोन संबंधी बदलावों, वजन बढ़ने और पेल्विक क्षेत्र की अनैटमी में परिवर्तन आने से अंडाशय की शिराओं में दबाव बढ़ जाता है जिससे शिराओं की दीवार कमजोर हो जाती है। फिर वो सामान्य से अधिक फैल जाती हैं। जब अंडाशय की शिराएं फैल जाती हैं, तो वॉल्व पूरी तरह से बंद नहीं होता है जिससे रक्त वापस बहकर शिराओं में आ जाता है। इसे रीफ्लेक्स कहते हैं। इसके चलते पेल्विस एरिया में ब्लड की मात्रा बहुत बढ़ जाती है। PCS बेली बटन के नीचे और दोनों नितंबों के बीच होता है और छह महीने से अधिक समय तक रहता है। गर्भावस्था के दौरान, शरीर में ज़्यादा रक्त का उत्पादन होता है जो रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ा सकता है और पैरों, पैल्विक क्षेत्र व योनी पर वेरिकोस वेन्स पैदा कर सकता हैं। यह सभी प्रतिक्रिया मात्र है इसका मूल कारण ऑक्सीजन और रक्त का संचार ठीक प्रकार से नहीं हो पा रहा है। रक्त और ऑक्सीजन के संचार में कमी होने का मुख्य कारण पाचन तंत्र में अम्ल का बढ़ना है। जैसे वायुमंडल में हवा दूषित होने पर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है उसी तरीके से शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ने से ऑक्सीजन और रक्त की संचार में कमी आती है। कोई भी चिकित्सा पद्धति यदि प्रतिक्रिया पर काम करती है तो वह ज्यादा प्रभावी नहीं होती हैैै।
प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर इसे पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है इसको ठीक होने में 8 से 10 महीने का समय लग सकता है।
समाधान- 1जहां पर वेरिकोस वैन की परेशानी है वहां उसके ऊपर खीरा और गुड़हल के पत्तों का पेस्ट लगाएँ, नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ। पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।
2. खानपान में मुख्य रूप से गहरे हरे रंग के पत्तों का जूस बहुत ही फायदेमंद होता है। गहरे हरे रंग के पत्तों में क्लोरोफिल होता है और ऑक्सीजन की संचार में यह बहुत ही मददगार साबित होता है।
3. नमक की मात्रा कम ले दिन में एक बार ले और सेंधा नमक या काला नमक ही लें क्योंकि नमक ज्यादा रहने से भी सिर में फ्लूइड में कमी आती है। सिर में liquid रहता है नमक में सोडियम होता जो कि liquid को सोख लेता है।
4. मेरुदंड स्नान काफी लाभकारी होता है यह हमारे स्नायु तंत्र को स्वस्थ रखता है । एक मोटा तोलिया लेकर उसको भिगो दें बिना निचोड़े योगा मैट पर बिछाए और उसके ऊपर कमर से लेकर के कंधे तक का हिस्सा रखें। उस गीले तौलिए पर रहे 20 मिनट के बाद इसको हटा दें। ऐसा करने से आप का मेरुदंड में ब्लड और ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा। जो कि हमारे सिर के नसों से कनेक्टेड रहता है।
5. लंबा गहरा श्वास अंदर लें रुको थोड़ी देर सांस को पूरी तरीके से खाली करें और फिर रुके थोड़ी देर ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा ऑक्सीजन की मात्रा ठीक हो जाएगी।
सूर्य नमस्कार 10 बार करें सूर्य नमस्कार बहुत ही उपयोगी है हमारे सिर के हिस्से में रक्त संचार के लिए। मार्जरी आसन काफी प्रभावी होता है पेल्विक कंजेशन में और दौड़ लगाने से रक्त का संचार ठीक प्रकार से हो पाएगा प्रतिदिन थोड़ी दूरी तक की ही सही दौड़ लगाएं।
पवनमुक्तासन अम्ल को कम करेगा शरीर में अम्ल के कम होने से सिर में ऑक्सीजन और रक्त का संचार होगा।
6.सुबह खीरा 1/2 भाग, धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashgourd ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।
दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल (yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgourd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।
7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 7 बजे सलाद लें।
8. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।
धन्यवाद।
रूबी,
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
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Disha k prasad
05:45 PM | 21-05-2020
I don't think so. There are many reasons u can't just tell high fat diet reason to each n every problem. I'm under weight and my eating habits are good. I believe in good diet but only change in diet cannot releive the pain nor my problem gets solved
ReplyDr. Khushbu Suthar
04:19 PM | 20-06-2020
As high inflammation being one of the cause in your high dietary lifestyle which brings pelvic congestion syndrome into our system.
View 1 More Reply +Advising you to contact our forum is what can help you in boiling down the cause according to your point of view.
Our lifestyle plays an important role in terms of enhancing our health as well as getting affected from disease. Hence your individual consultation will help in deeply pondering on the problem.
Thankyou.
Shailendra Parwani
12:18 PM | 19-06-2020
Helloo disha
Shailendra here i am also suffering from the same problem you are suffering
The only difference between our problem is the name
Your problem is known as pelvic congestion syndrome and mine is varicocele
There are many lifestyle changes you will have to do to cure it
If you want to know kindly reply i will write it here