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Q&A
10:22 AM | 19-08-2020

Dear sir/madam I from Odisha, Bhubaneswar, my age -33. I am suffering uric acid level 8. 5. So tell me which food to take and which food avoid. Please guide me.


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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3 Answers

06:44 PM | 19-08-2020

Namaste - Toxins accumulated could be the reason of these health challenges. For eliminating toxins Nature Cure diet plan will help.
Fruits, Raw Food in the form of vegetable salads, Conservatively cooked food with very less(if not completely avoided) oils, masalas will help in this regard.
You may need to adopt some external therapies (sun & hydro therapies) to get healed faster.

You can look for Nature Cure programs under Wellcure which will give better understanding and practice guidelines.
Please let us know more details required.

Thank you & best wishes.



05:58 PM | 19-08-2020

Hello Dev Ray,

Toxins are the primary cause of an increase in uric acid. Our sedentary lifestyle also plays a role in this picture. What needs to be taken care of now is the fact that a major change in lifestyle and diet will be the cure of the problem.

If you are already following the diet comprising nuts, seeds, and vegetables then you are doing it the right way. Here are some guidelines which can help you with level up.

Now let us understand what changes we can make:

Eat:

Starting your day with something light in nature and easy to digest is what your breakfast should be. Even the early morning ritual should include consumption of two-three glasses of warm water will help in flushing out all the toxins.

  1. Including a fiber-rich food item that helps in adding bulk to the stools, for example having apples, bananas, nuts, etc. which have a good amount of fiber in them and helps in reducing uric acid.
  2. Include Vitamin C rich fruit like berries, pomengranate, cherries, oranges and mosumbi which reduce uric acid.

Exercise:

  • Suryanamaskar daily will help in absorbing these healthy nutrients and lower your uric acid content.
  • A brisk walk in early morning sun for30-45 minutes helps in treating your body to its level best.

Meditation:

In any kind of disease, stress comes complementary to it, but with our assurance and positive attitude, we can treat anything. The best thing to start with is breathing mindfully before sleep with the help of music to stay positive.

A positive attitude will help you to deal with everything in life.

Sleep:

Sleeping for at least 7-8 hours is really helpful in dealing with any problem, sleep is our body's natural response and helps the body to heal. Sleep relaxes the muscles and strengthens our body.

Hopefully, these suggestions will help you

Thank you.



05:53 PM | 19-08-2020

हेलो,


कारण - आपके द्वारा खाए गए भोजन और शरीर की कोशिकाओं के टूटने की प्राकृतिक प्रक्रिया के द्वारा यूरिक एसिड बनता है।

गुर्दे खून में से अधिकतर यूरिक एसिड को साफ कर देते हैं, जो फिर मूत्र के माध्यम से शरीर से बहार निकल जाता है। इसके अलावा यूरिक एसिड का कुछ भाग मल के द्वारा भी शरीर से बाहर निकलता है। लेकिन इसके अधिक बनने की स्थिति में किडनी रक्त से इसको हटा नहीं कर पाती है। इसके चलते रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। रस, फाइबर और जीवन अपने भोजन में ले यानी 70% कच्चा और 30% पका हुआ खाना होना चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखना है कि खाने में नमक की अधिकता नहीं होनी चाहिए। नमक केवल पके हुए खाने के साथ एक बार लेना चाहिए। सलाद बिना नमक के ले क्योंकि सलाद में नमक डाल देने से सलाद के औषधीय गुण नष्ट हो जाते हैं और यह हमारे शरीर में अम्ल की मात्रा को बढ़ाते हैं अम्ल की मात्रा बढ़ने से हमारे शरीर का निष्कासन पद्धति में अवरोध उत्पन्न होता है। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर पूर्ण स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।

समाधान- 1. ऐसा खाना जो कि देर तक पछता नहीं है उसका त्याग करें। जैसे दूध, गेहूं, मैदा, रिफाइंड नमक और रिफाइंड शुगर और पैकेट फूड। फल, सब्जी, और कच्ची सब्जी का जूस को प्रतिदिन ले। ऐसा करने से पाचन शक्ति मजबूत होगा और आंतों की सफाई हो पाएगी। 

2. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने, 5 मिनट पीछे, 5 मिनट दाएं, 5 मिनट बाएं, भाग में धूप लगाएं। धूप  हमेशा लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर  इन्फेक्शन अधिक होता है अतः आप जब भी सोए अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। 

3. प्रतिदिन अपने पेट पर खाने से 1 घंटे पहले या खाना खाने के 2 घंटे बाद गीले मोटे तौलिए को लपेटे एक तौलिया गिला करके उसको निचोड़ लें। उस तौलिए को 20 मिनट तक अपने पेट पर लपेटकर रखें ऐसा करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त होगा।

4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

5. खीरा 1/2 भाग, धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल (yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ।  लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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