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Q&A
12:04 PM | 20-01-2021

I m suffering from genital herpes,how can I cure this diseases naturally?

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

11:10 AM | 21-01-2021

Hello User,

Herpes is a viral infection that causes a painful rash. Although it can occur anywhere on your body, it most often appears as a single stripe of blisters that wraps around either the left or the right side of your torso.

Shingles are caused by the vericella zoaster virus, the same virus which causes chickenpox. After you've had chickenpox, the virus lies inactive in nerve tissues near your spinal cord and brain. Years later, the virus may reactivate as shingles.

Symptoms that may appear 

  • Pain
  • Burning 
  • Itching
  • Red rashes 
  • Fluid-filled blisters
  • Sometimes, fever, headache, fatigue may also occur. 

Local application 

  • Take 2 tablespoons of baking soda or cornstarch and 1 tablespoon of water to make a paste. Apply this paste on the rashes. This will help to reduce the itching. Use this 3 to 4 times a day or as required. 
  • Apply lotions or creams on the rashes. They will give you a comfort feel. Use naturally prepared creams instead of using scented lotions and creams. 
  • Apply fresh aloe vera gel on your rashes.

Cold compresses 

To relieve the pain and itchiness associated with the rashes, apply a cool and moist compress. Do it 4 to 5 times or several times a day to get relief from the symptoms. 

Soak a cloth in the cold water. Wring out the water and apply the cloth on the affected area. This will help to relieve the pain and itchiness. Do not use ice packs on the rashes as they may increase skin sensitivity and worsen the pain.

Baths

Take a cool bath or shower to soothe the skin. Do not use hot water as it may worsen the blisters because it increases the blood flow. 

When you take a cold water bath then the coolness of water eases the pain of the blisters and also calms the itchiness. 

Dietary changes

  • Avoid dairy products and animal foods like eggs, meats, milk, etc.
  • Avoid spicy and oily foods. 
  • Always have plant-based natural foods. 
  • Drink freshly prepared homemade fruit juices. 
  • Drink coconut water. 
  • Include salads, sprouts, nuts, and beans in your diet. 
  • Include Vitamin C in your diet like blueberries, amla, orange, lemon, etc. 
  • Drink plenty of water throughout the day to be hydrated. 

Thank you 



11:09 AM | 21-01-2021

हेलो,
कारण - हर्पीज को जननेन्द्रिय हर्पीज़ (Herpes Genitalis) या जेनिटल हर्पीज (Genital Herpes) भी कहा जाता है. हर्पीज एक यौन संचारित रोग यानी एसटीडी (STD) है. हर्पीज का संक्रमण किसी को भी प्रभावित कर सकता है।

इसका इंटरनल हाइजीन से जुड़ाव है। संक्रमण ऑक्सीजन की कमी और रक्त संचार की कमी के कारण होता है।
पाचन तंत्र स्वास्थ्य ना रहने पर हमारे शरीर में अम्ल की अधिकता हो जाती है और अम्ल की अधिकता से ऑक्सीजन और रक्त के संचार में कमी आती है। प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर हम पूर्ण स्वास्थ्य पा सकते हैं।

समाधान- 1. किसी भी संक्रमण के स्तिथि में मेरुदंड स्नान काफी लाभकारी होता है यह हमारे स्नायु तंत्र को स्वस्थ रखता है । एक मोटा तोलिया लेकर उसको भिगो दें बिना निचोड़े योगा मैट पर बिछाए और उसके ऊपर कमर से लेकर के कंधे तक का हिस्सा रखें। उस गीले तौलिए पर रहे 20 मिनट के बाद इसको हटा दें। ऐसा करने से आप का मेरुदंड में ब्लड और ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा। हफ्ते में 3 दिन हिप बाथ  करें। 1 टब में नाभि तक पानी भरकर उसमें बैठे। पानी में नीम का रस 100ml मिलाएं। 20 मिनट तक संकुचन क्रिया करते हुए इस टब में बैठे रहे।
2. पेट पर एक गीला तोलिया निचोड़ कर बांधे 20 मिनट बाद उसको हटाए ऐसा करने से पाचन तंत्र की स्वास्थ्य में सुधार की शुद्धि आएगी। शरीर में अम्ल का प्रभाव कम होगा।
3. बेलपत्र और दूब घास का जूस सुबह खाली पेट ले 4 से 5 बेलपत्र को पीसकर 200ml पानी मिलाकर छान लें और इसको मुंह में 40 गिनने तक रख कर पिए।
4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा। रोजाना दौड़े इससे ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक होगा।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 
फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।
दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 
लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।
रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।
6.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।
हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।
7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।
रूबी, 
प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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