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Q&A
05:37 PM | 06-08-2019

Fat reduction tips plz...

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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7 Answers

07:55 AM | 07-08-2019

* Daily morning jogging or fast walking for 30 mins followed by situps
* daily 6 rounds of surya namaskar
* have adequate amount of liquids daily
* Avoid having junk foods,  sugar
* Consume more fruits n green leafy vegetables. 
Thank you ! 



07:55 AM | 07-08-2019

Hi there, 

Go for daily physical exercises and workouts such as jogging walking,brisking,swimming,cycling or try yogasana and pranayama.
Avoid oily fried food , processed foods , sweets ,and other junk foods .



07:54 AM | 07-08-2019

Hello Ji,

Taking light, low calorie diet is important to avoid high and bad fats.

Maintaining regular food timings and taking dinner early in the evening is also useful.

Yoga, Suryanamaskar and Pranayama are useful

Paying attention to digestion and excretion and avoiding indigestion is important when you have high fats.

Mix one teaspoon of Indian gooseberry powder (amla) in a glass of warm water. Drink it daily in the morning on an empty stomach.

Take one teaspoon each of black pepper powder, dry ginger powder, turmeric powder and amla powder. Store in a glass container. Take one teaspoon of this mixture twice daily with lukewarm water.

Thanks.



07:54 AM | 07-08-2019

Fat gain and loss is already answered as a detailed topic. Please do a search on weight gain / weight loss and you will get your answers. Comment on this if you still have questions 



09:42 AM | 18-09-2019

Hii,
First you need to start your day with good music n dance. So get motivated n energetic for the entire day.
Second choose to eat fruit instead of paratha or sandwiches. drink herbal tea instead of coffee or milk or milk tea.
eat healthy snacks instead of eating oily snacks, heavy carbs, burger or noodles.
eat more citrus fruits.
Avoid cheese, oily food, starchy food like potato.
Do 20 min exercise daily.



09:40 AM | 18-09-2019

नमस्ते

कारण - शारीरिक निष्क्रियता, खानपान की आदतें मोटापे के लिए सबसे अधिक जिम्‍मेदार हैं। हम जो खाते हैं उसका सीधा असर हमारे स्‍वास्‍‍थ्‍य पर पड़ता है। यदि हम चटपटा खाना या हद से ज्यादा जंक फूड खाना और स्वीट डेजर्ट, सोफ्ट ड्रिंक, फ्रूट फ्लेवरड ड्रिंक, चिप्स या कैंडी, पिज्जा, बर्गर जो शरीर में देर तक पचता नहीं है और हमारे हाज़मा को ख़राब करता है। तनाव के कारण अधिक वजन हो सकता है। व्‍यस्‍त दिनचर्या और सबसे आगे निकलने की आदत के चलते लोगों में तनाव बढ़ता जा रहा है।

दवाइयों के कारण - सामान्‍य स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या होती है हम एंटीबॉयटिक्‍स का सहारा लेते हैं। वजन बढ़ने के लिए ये दवाइयां भी जिम्‍मेदार होती हैं।

समाधान - कच्चे सब्ज़ियों के जूस और सलाद,फल 

मुख्य भोजन हो। रात 10 से सुबह 4 की नींद लें क्योंकि इस वक़्त हमारा लिवर काम करता है। जिस प्रकार चलती हुई गाड़ी को ठीक नहीं जा सकता उसी प्रकार जागृत अवस्था में शरीर का भीतरी अंग ठीक प्रकार से काम नहीं कर पाता है।

शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाएँ।

जीवन शैली - पृथ्वी और शरीर का बनावट एक जैसा 70% पानी से भरा हुआ। पानी जो कि फल, सब्ज़ी से मिलता है।

1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।I

खुली हवा में बैठें या टहलें।

3 अग्नि तत्व- सूरर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें।

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

5. पृथ्वी तत्व- कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। अगले सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें। खाने में सलाद नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं। तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका  मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



05:37 PM | 24-09-2019

नमस्ते,
अधिक मात्रा में वसायुक्त चीजें, मांस, तली -भुनी चीजें ,दिन में अधिक बार भोजन की वजह से वसा शरीर में एकत्रित हो जाती है !
 

  • प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू व शहद का सेवन करें ,आंत में स्थित अशुद्धियां बाहर निकलती है, पेट साफ होता है
  •  प्रतिदिन मौसमी फल से युक्त जूस का सेवन करें इस समय शरीर से दूषित पदार्थ निकल रहे होते है ।
  • भोजन में 80%%मौसमी फल व सब्जियों का प्रयोग करें इससे भोजन का पाचन अवशोषण व दूषित पदार्थों का निष्कासन आसानी से हो जाता है 
  • उपवास- सप्ताह में 1 दिन उपवाास रहे अशुद्धियां बाहर निकलते हैं वसा का पाचन होता है!

 

  •  प्रातः दौड़े ,साइकिल चलाएं ,रस्सी कूदें।
  • सूर्य नमस्कार (5 से 10 बार)

डॉ.राजेश कुमार 

योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन


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