I have lattice holes in my retina. Is it safe to go for barrage laser or is there any natural treatment available? Please give me your opinion. I have developed black floaters too.
Ruby
06:24 AM | 03-09-2020
हेलो, कारण - लैक्टिक होल रेटीना की स्तिथि रक्त संचार में कमी के कारण होता है। साथ ही ब्लैक फ्लोटर्स मिनरल की कमी को दर्शाता है। प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर पूर्ण रूप से आंखों को स्वस्थ किया जा सकता है। 1.आँखों का व्यायाम करें। आँखों को दाएँ से बाएँ और बाएँ से दाएँ करें गर्दन हिलाएँ नहीं। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। अब आँखों को ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर करें गर्दन को हिलाना नहीं है। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में घुमाएँ फिर आँखों को बंद कर के आराम दें। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। जल्दी जल्दी आँखों को खोलें बंद करें 5 बार फिर आँख को बंद कर के खोले अब त्राटक क्रिया करें।अपने नाक के सीधी दिशा में एक मोमबत्ती जलाएँ। एक हाथ की दूरी रखें अब उस लो को देखें 5 मिनट तक फिर देखें फिर आँख बंद करके आराम करें। ऐसा दिन में दो बार करें। 2. आंखों में सफेद पेठे का जूस मलमल के कपड़े से छानकर के डालें। नारियल का दूध मलमल के कपड़े से छानकर के दो-दो बूंद दिन में चार बार डालें। सतर्कता यह बरतनी है कि नारियल का दूध घर में निकाला गया हो वह ताजा होना चाहिए। 3. खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं। मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें। 4. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं। धूप लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। 5. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा। 6.सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आ कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ। रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें। 7. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें। 8. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे। धन्यवाद। रूबी, प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Please suggest Yoga or pranayama for brain fog.
Ruby
11:03 AM | 31-07-2020
हेलो, कारण - ब्रेन फ्रॉग ऐसी बीमारी है जिसमें आपके सोचने की क्षमता अफेक्ट हो जाती है। आप हमेशा कन्फ्यूज और डिसऑर्ग्नाइज्ड फील करते हैं। आप जो सोचते हैं और जो बोलते हैं दोनों में उसमें अंतर आने लगता है। यह बीमारी आपकी सेंट्रल नर्वस सिस्टम को अफेक्ट करके ब्रेन को अफेक्ट कर देती है। मूल कारण ब्रेन में ऑक्सीजन और रक्त का संचार ठीक प्रकार से नहीं हो पा रहा है। रक्त और ऑक्सीजन के संचार में कमी होने का मुख्य कारण पाचन तंत्र में अम्ल का बढ़ना है। जैसे वायुमंडल में हवा दूषित होने पर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है उसी तरीके से शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ने से ऑक्सीजन और रक्त की संचार में कमी आती है। प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर इसे पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है इसको ठीक होने में 8 से 10 महीने का समय लग सकता है। समाधान - भ्रामरी प्राणायाम,ताड़ासन, नटराजासन वृक्षासन,हस्तपादासन, सर्वांगासन, हलासन, पवन-मुक्तासन, अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें। प्रतिदिन आप ख़ुद को प्यार दें अपने बारे में 10 अच्छी बातें कोरे काग़ज़ पर लिख कर और प्रकृति को अपने होने का धन्यवाद दें। मानसिक समस्या भी इसी शरीर की समस्या है सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक सोंच रखते हैं या नकारात्मक। प्राकृतिक जुड़ाव आपको सकारात्मक सोंच प्रदान करेंगी क्योंकि प्राकृतिक जीवन शैली अपने आप में पूर्ण भी है और जीवंत भी है। पाँच तत्व से प्रकृति चल रही है और उसी पाँच तत्व से हमारा शरीर चल रहा है। जीवन शैली - 1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। वाद्य यंत्र शास्त्री संगीत (instrumental classical music)सुनें। 2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें। अपने कमरे में ख़ुशबू दार फूलों को रखें। 3 अग्Iनि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे। 4 जल तत्व- 4 पहर का स्नान करें। सुबह सूर्य उदय से पहले, दोपहर के खाने से पहले, शाम को सूर्यअस्त के बाद, और रात सोने से पहले स्नान करें। नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं।खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं। मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें। 5 पृथ्वी-। सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ। शाम को नारियल पानी लें फिर 2 घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें, नारियल की गिरि मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ।इसे बिना नमक के खाएँ, बहुत फ़ायदा होगा।सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं। तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें। 6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं। हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें। 7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे। धन्यवाद। रूबी, प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
How we can overcome on stress?
Ruby
11:45 AM | 30-07-2020
हेलो, कारण - तनाव के कारण ऑक्सीजन और रक्त का संचार ठीक प्रकार से नहीं हो पा रहा है। रक्त और ऑक्सीजन के संचार में कमी होने का मुख्य कारण पाचन तंत्र में अम्ल का बढ़ना है। जैसे वायुमंडल में हवा दूषित होने पर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है उसी तरीके से शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ने से ऑक्सीजन और रक्त की संचार में कमी आती है। प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर इसे पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है इसको ठीक होने में 8 से 10 महीने का समय लग सकता है। समाधान- 1. सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर गुड़हल(hibiscus) के पत्ते का पेस्ट लगाएँ। पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें। 2. खानपान में मुख्य रूप से गहरे हरे रंग के पत्तों का जूस बहुत ही फायदेमंद होता है। गहरे हरे रंग के पत्तों में क्लोरोफिल होता है और ऑक्सीजन की संचार में यह बहुत ही मददगार साबित होता है। 3. मेरुदंड स्नान काफी लाभकारी होता है यह हमारे स्नायु तंत्र को स्वस्थ रखता है । एक मोटा तोलिया लेकर उसको भिगो दें बिना निचोड़े योगा मैट पर बिछाए और उसके ऊपर कमर से लेकर के कंधे तक का हिस्सा रखें। उस गीले तौलिए पर रहे 20 मिनट के बाद इसको हटा दें। ऐसा करने से आप का मेरुदंड में ब्लड और ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा। जो कि हमारे सिर के नसों से कनेक्टेड रहता है। 4. लंबा गहरा श्वास अंदर लें रुको थोड़ी देर सांस को पूरी तरीके से खाली करें और फिर रुके थोड़ी देर ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा ऑक्सीजन की मात्रा ठीक हो जाएगी। सूर्य नमस्कार 10 बार करें सूर्य नमस्कार बहुत ही उपयोगी है हमारे सिर के हिस्से में रक्त संचार के लिए। पवनमुक्तासन अम्ल को कम करेगा शरीर में अम्ल के कम होने से सिर में ऑक्सीजन और रक्त का संचार होगा। 5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें। दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ। रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें। 6.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं। हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 7 बजे सलाद लें। 7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे। धन्यवाद। रूबी, प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Is there a natural way to cure rheumatoid arthritis? Patient is 32yrs old, problem since 7yrs,left ankle joint movements are reduced.
Nikita Mishra
12:29 PM | 09-06-2020
Hello Drkaarthi, Rheumatoid arthritis occurs when excessive toxins get accumulated in the body. Following a wrong lifestyle, eating wrong foods, not doing any physical activity, hormonal imbalance, and incorrect sleeping pattern leads to a disturbed metabolism which results in toxin accumulation in the body. Foods to eat- Start the day with a glass of warm water with lemon juice in it. This will help to improve the metabolism and to flush out the toxins out of the body. Drink green tea twice a day, one in the morning on an empty stomach and the other at night before sleeping. Eat only plant-based natural foods. Include salads, nuts, beans, and sprouts in your diet. Eat soaked dry fruits to get the easily absorbable nutrients. Drink coconut water. Drink plenty of water during the day to eliminate the toxins out of the body. Foods to avoid- Avoid dairy products like ghee, milk, paneer, curd, etc. Avoid animal foods. Avoid carbonated drinks. Avoid processed, packaged, oily, and spicy foods. Avoid tea, coffee, and other caffeinated drinks. Exercise Being physically active is very essential for good metabolism. Start your day with a short morning walk. Do 12 sets of suryanamaskar daily. Perform yoga asanas like bhujanga asana, trikona asana, padahasta asana, hala asana. Do pranayam daily, specially anulom-vilom and kapalbhati pranayam. Take sunrays early in the morning for 15 to 20 minutes daily. Sleep Sleep helps to maintain the circadian rhythm and also hormonal balances. Hence, taking proper sleep is very important. Take proper sleep of at least 7-8hours daily. Sleep early at night and also wake up early in the morning. Avoid electronic equipment at least 1hour before sleeping for an increased quality of sleep. Thank you
Hi! Kya naak me sarso oil dalna chahiye ya nahi. I have seen on internet ki dalna chahiye.
Dr. Khushbu Suthar
05:02 PM | 11-05-2020
Hello Amandeep Kaur, If you are putting anything through olfactory route without proper understanding it can be a little dangerous, as the nasal route can create an obstruction in breathing. My suggestion would be to take up a healthier and lighter diet in nature which will automatically be beneficial for you. Thank you.
Can I get a virtual yoga teacher?
Dr. Khushbu Suthar
08:33 PM | 01-04-2020
Check out this programme conducted by wellcure and enjoy the benefits. https://www.goeventz.com/event/be-fit-as-a-fiddle-online-yoga-session-at-home/107877 Thank you
MY wife age is 25 years suffering from epilepsy bouts of dizziness two to three times a week. She is epileptic from birth. Now on medication, still 2 to 3 seizures attack she gets. Can you please guide?
Asha Shivaram
06:18 PM | 18-02-2020
Please email info@wellcure.com to get guided help from a coach. It is possible to heal with lifestyle changes, Hope she is willing to make long term food and habit changes.
I have problem of over sleeping. I sleep 8 to 12 hrs. What can I do to overcome?
Wellcure
05:38 PM | 27-02-2020
Hi. Pls explore if you would like to join our online guided sleep and stress program. It begins tomorrow, 28th Feb. Regds Team Wellcure
I was thinking I have thyroid or pcod because nearly for last three months I was not getting my monthly periods. Can you pls help me?
Dr. Khushbu Suthar
06:46 PM | 28-01-2020
Hello Anjani, With both thyroid or PCOS, the best thing to start with is getting yourself investigated. Getting sonography is important. With hormonal imbalance caused by the stress and toxicity in the body, a healthy lifestyle is what we need. Having cinnamon water or methi seeds powder increases insulin sensitivity which in turn causes the body to improve our menstrual regularity. Start with the consumption of this. Low hemoglobin is another cause of menstrual irregularity, for which you can start with dates, jaggery, and nuts. The next important thing is exercise, a brisk walk, jogging or swimming which keeps our hormones in check. For more information on hormones, you can read, Glands Hopefully, these things will help you Thank you
Hi. I just wanted a solution for sciatica problem. Can you pls help?
Ruby
05:37 PM | 10-01-2020
हेलो, कारण - साइटिक तंत्रिका आपकी रीढ़ की हड्डी से शुरू होती है। आपके कूल्हों और नितंबों के माध्यम से चलती हुई दोनों पैर में नीचे की तरफ शाखाएं जाती हैं। यह तंत्रिका आपके शरीर की सबसे लंबी तंत्रिका है और सबसे महत्वपूर्ण तंत्रिकाओं में से एक है। इसका आपके पैरों को नियंत्रित करने और महसूस करने की आपकी क्षमता पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जब इस तंत्रिका में परेशानी उत्पन्न होती है। शरीर में ख़राब हाज़मा और निष्कासन में अवरोध के कारण होता है। समाधान - लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें। इसके बाद फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें, रुकें, फिर स्वाँस अंदर भरें। ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक समय पर करना है। ये दिन में चार बार करें। खुली हवा में बैठें या टहलें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें। सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जीवन शैली- 1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें। फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें। 2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ। 3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें। 4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें। 5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें। दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ। रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें। 6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं। तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें। 7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं। हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें। 8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे। धन्यवाद। रूबी, प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
My mother is feeling that something is going wrong in her neck. So anyone please tell me any idea if you know regarding this, any home solution that can give her relief from neck pain?
Dr. Khushbu Suthar
03:53 PM | 06-01-2020
If she is having issues with her neck pain for a long time then it is time to get an X-ray to find out is the problem with neck or weakness in bones done at the right time. The best thing to do right now for neck pain is giving hot fomentation as it will dilate the blood vessels, giving relief from the pain. Consuming turmeric with warm water will also give relief to pain. Starting with a calcium-rich diet which is full of green leafy vegetables, nuts, tofu helps in increasing bone strength and deal with pain. Thank you
I have so many moles on my face. I just don't feel comfortable with them. They are increasing in number since I was 11 yrs old. How to remove them?
Dr. Khushbu Suthar
03:40 PM | 06-01-2020
Moles are caused due to the melanocytes in the skin gets crumpled, the issues with an increasing number of moles in the body is increased melanoma, this melanoma is increased when your skin is getting exposed to harmful radiations, pollutions etc. So, it is time to start with protecting your skin against the odd, there are some really good oils you can depend on which will help you deal with moles. 1. Tea tree oil: Usage of tea tree oil helps in dealing with moles and reduction is possible. 2. Frankincense oil: It is another type of oil which will help you in dealing with moles. 3. Flaxseed oil: It helps in treating the mole effectively. Regularly applying the oil will help you in treating your moles. Thank you
No period from past two months otherwise it has always been regular. What can be the problem?
Wellcure
05:37 PM | 02-01-2020
Dear Neha We understand your worry. We assume you have already taken a pregnancy test & ruled out being pregnant. Periods are regulated by hormones - estrogen & progesterone. If there is a toxic overload on the body, it can prevent the hormones from performing their routine functions. The toxic overload can happen due to stress, lack of sleep, inadequate hydration, high intake of acidic foods, etc. Our Natural Health Coach can look into your routine in a more comprehensive way and give you an action plan. Let us know if you are interested, this coaching will be for a fee. You can explore our Nature-Nurtures Program for the same. We encourage you to take charge of your health. Be inspired by Women’s Health stories in our Journeys section - click here. We wish you all the best for your good health. Regds Team Wellcure
Hi what should I do for cholesterol deposition around eye area Any quick solution pls
Dr. Khushbu Suthar
08:25 PM | 01-01-2020
Cholesterol deposition near the eyes signifies a high level of low-density cholesterol, this can be very dangerous for our eye health but do not worry with a change in the routine and taking care of oneself through the disease we can treat cholesterol lumps. There are two things to include in diet so that your cholesterol can be lowered. A. Garlic: Consuming raw garlic clove in the morning empty stomach helps in reducing cholesterol level. B. Fenugreek seeds: Taking the seeds in the morning empty stomach will help again in making your cholesterol lower cholesterol. One cometic tip which can help you is massaging your lumps near the eye with a banana peel, do it three times a day. Take care Thank you
I am suffering from Spondilitis, please suggest solutions
Ankur
10:16 PM | 31-12-2019
Dear user, Please go through our blog https://www.wellcure.com/body-wisdom/6/can-you-make-changes-to-relieve-your-cervical-spondylitis for detailed explanation and solution
There is no denying the fact that pure nature cure is for self-healing, self preservation power of the body---VIS MEDICATRIX NATURAE as it was called, My question is-can nature cure application be over done, can there be excesses of on account of excess alkalinity?
Dr. Khushbu Suthar
11:59 AM | 30-12-2019
Yes. according to my understanding of your question, there can be instances where the alkalinity in nature can increasing thus harming the homeostasis. Our body has different pH levels which need to be maintained for example our blood is on an alkaline side whereas our stomach pH is on the higher side. With natural healing, our main aim is to keep in touch with the maintenance of pH levels, that is why a guided diet is always encouraged in order to follow a natural and healing lifestyle. Alkalosis is the disease caused by reducing hydrogen concentration in the blood. Thank you
Hello, I'm having vaginismus problem. Can you please give me some suggestions?
Dr. Khushbu Suthar
07:39 PM | 16-12-2019
Vaginismus can be due to two causes one is mental another can be functional. The most common cause is mental as due to fear of coition, our muscle goes into strong contraction which does not allow the coition to happen normally. The most important is to start taking therapy for it, guidance under a counselor will help in finding the exact mental cause, therapies like clinical hypnotherapy, aromatherapy are kind of helpful. Things which you can do at home: Kegel exercise: This will help in strengthening the vagina muscle leading to relaxation of the muscle. Try adopting a healthier routine and de-stress yourself with a healthy walk, music therapy, etc these will help in relaxation of the body after a stressful day. Thank you
Meri mother ki sans bahut fulia hai, thora sa chalne par be aisa ho jata hai. Koi natural solution btao please?
Wellcure
10:51 AM | 12-12-2019
Hi! Suggest you read Smitha Himadri's journey of how she got freedom from allergy and respiratory issues naturally Adopting a natural lifestyle will help your mother in reclaiming her health, but that's a conscious choice only she can make for herself. Wellcure’s Nature-Nurtures Program helps you in making the transition, step by step. You may read more about it here.
I suffer from severe stomach pain,vomiting 10 days before periods. Once the bleeding starts the pain goes off. I am not able to have food properly for 10 days. Is there any natural cure for this?
Ruby
11:42 AM | 11-10-2019
हेलो, कारण - शरीर में fluid की कमी से ऐसा होता है। अधिक तला भुना मसालेदार खाना खाने से शरीर में इसकी कमी हो जाती है। जब मासिक धर्म स्टार्ट होने वाला होता तभी शरीर के हार्मोन में बदलाव आता है। इस बदलाव के समय शरीर को liquid energy source की ज़रूरत पड़ती है। समाधान - नीम के पत्ते का पेस्ट और खीरा अपने गर्भाशय पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। कच्चे हरे पत्ते और सब्ज़ी का जूस लें। रात 10 से सुबह 4 की नींद ज़रूर लें।सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह सफ़ेद पेठे 20ग्राम पीस कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ।शाम को 5 बजे सफ़ेद पेठे (ashguard) 20 ग्राम पीस कर 100 ml पानी मिला। 2घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurad) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। इसी प्रकार हरा गोभी, बंद गोभी, गाजर, चुकन्दर भी कद्दूकस करके डालें। हर दिन मुख्य सब्ज़ी किसी एक की मात्रा अधिक बाँकि सब थोड़ा थोड़ा डालें। ताज़ा नारियल पीस कर मिलाएँ। कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। इसे बिना नमक के खाएँ। नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की मात्रा दोपहर के खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid) की कमी हो जाती है। धन्यवाद। रूबी, प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
Mera beta 8 yrs ka hi,usko jab bhi jukham hota hai,nose block ho jati hai,aur bhut bulgum jam jata hai,jisese usko saas lene me bhut dikkat hoti hai. Pls koi ghrelu nuskha btae?
Ruby
07:27 AM | 14-10-2019
हेलो, कारण - पाचन क्रिया का स्वस्थ ना होने से आँत में प्रदाह (inflammation) होता और वह फेफड़ों में संक्रमण पैदा करता है। शरीर में मौजूद मिनरल दूषित होकर कफ में परिवर्तित होते जाते हैं और ऑक्सिजन की मात्रा में आती है। समाधान - अनुलोम विलोम, आंतरिक कुंभक और बाह्य कुंभक करें यानी लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।सर्वांगआसन और सूर्य नमस्कार 5 बार करें। दुध या दुध से बना कोई चीज़ ना लें। नीम के पत्ते का और खीरा पेस्ट अपने पेट पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। सुबह ख़ाली पेट बेल पत्ते का जूस पिलायें। उसके एक घंटे बाद एक पान के पत्ते को 10g किसमिस में मिला कर चबा कर खाने को दें। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। अगले सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें।शाम को डिनर से एक घंटे पहले चुकंदर 1/2 + 1/2पान को पीस कर 150ml पानी डाल कर पिलाएँ। दौड़ लगाएँ। सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे। खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है। नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। कपुर मिला कर नारियल तेल से नाक, गले और छाती की घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें। सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं। तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें। एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं। हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें। धन्यवाद। रूबी, प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)
1 |
Dr. Khushbu Suthar
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Ruby
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3 |
Smitha Hemadri
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Nikita Mishra
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Hema
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