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Q&A
12:11 PM | 11-05-2020

I am having constipation and insomnia problem. If the two are fine I don't get depression, anxiety, negative thoughts, insomnia problem. Pls tell me if you have any permanent cure?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

12:16 PM | 12-05-2020

Hello Panduranga,

With nature, nothing becomes impossible, because nature has designed our body in harmony, in sync with nature. Insomniais large, due to over-thinking. We generally think our mental issues are caused by the mind, but our food also has a special role to play in it. The kind of food we eat is the way we think. There are three types of food described in yoga which have their effect on the mind.

Sattvic food, eat light, stay calm.

Rajasik food is highly spiced making us overactive in everything and the mind feels uncertain.

Tamasik food which makes our body lethargic. Negative thoughts are caused by stimulants such as tea, coffee, which give our body less sleep.

By taking an initiative in a holistic way, you can overall help yourself. That is why, by taking a step towards holistic health, you can effectively treat yourself in nature's way.

Eat:

Start the day with two-three glasses of warm water, this will help in flushing out the toxins and improve the state of metabolism by increasing it. The next thing is the inclusion of vegetable juice in your breakfast as this will help in giving the right amount of energy for the day. Keep at least two hours gap between your food and your sleep timing at night.

  • Mineral-rich food sources like seeds for example in evening soak chia seeds in a glass of water for an hour, soak them and add one tablespoon of lemon juice. Consume it two hours after the meal, this will help in preventing insomnia.
  • Take tomato with black pepper an hour before your meal to treat constipation.
  • Fennel seeds after the meals help in aiding easy digestion.

Exercise:

  • Taking a brisk walk in the early morning sun rays helps in treating all the problems, as the sun helps in treating the mood and freshens us for the whole day, it stimulates our system and strengthens our immunity. An early morning walk is recommended.
  • Suryanamaskar will help in treating the health issues and will help in dealing with all problems, 12 sets a day is recommendable. If you are a beginner start with 6 and increase it.
  • Sukhasana, Balasana, Shavasana are very much helpful. Practice each pose for 5-10 seconds after the session of Suryanamaskar. Do under expert guidance.
  • Practicing vajrasana after meals help in aiding digestion.

Meditation:

Stop using the gadget on hour before sleep, you can use a fragrant diffuser where you can use essential oils, and then with the smell itself, you will start feeling calm.

Rosemary and lavender oil will be helpful. During the episode of anxiety, you can inhale it by putting two-three drops on a handkerchief. Take 10 long deep breaths, and allow your body to relax, any thought which comes, let it go do not resist. Say the affirmation, "I am healthy and happy" with each breath. This will help in curbing all your issues even in the long run.

Hopefully, these suggestions will help.

Thank you.



10:31 PM | 29-06-2020

Hello Panduranga,

Constipation is a lifestyle disorder and many people are suffering from this problem due to a changing lifestyle and wrong eating habits. It may also lead to other health issues like insomnia, depression, and anxiety. 
Chronic constipation may result in certain disorders like Crohn's disease. 
By making some changes in lifestyle and eating habits, constipation can be cured. 

Diet

  • Start the day with 3 to 4 glasses of warm water. This will flush the toxins out of the body. 
  • Have Vitamin C rich drinks like lemon juice or orange juice. This will help to boost your metabolism in the morning. 
  • Drink half cup of bottle guard juice in the morning on an empty stomach.
  • Include fibers in the diet as this will bulk to the stool and will aid in the movement of the stool.
  • Eat sprouts, salads, nuts, and beans. 
  • Have soaked raisins in the morning on an empty stomach. 
  • Avoid dairy products and animal foods. 
  • Avoid processed, packaged, oily, and spicy foods.
  • Drink plenty of water during the day.

Exercise 

Exercising is very essential for good metabolism and better blood circulation. 

  • Start the day with a brisk morning walk of at least 30min. 
  • Do 12 sets of suryanamaskar daily. 
  • Practice pranayam regularly, specially anulom-vilom, bhastrika and kapalbhati pranayam. 
  • Take the sunrays daily in the morning. 

Sleep

Lack of sleep or an improper pattern of sleep may also lead to digestive issues. 

So, take proper sleep of at least  7-8 hours daily. Sleep early at night and also wake up early in the morning. 

Thank you 



12:39 PM | 12-05-2020

हेलो, 
कारण -कब्ज आंंतों मैं इन्फ्लेमेेशन की होता है।
  मानसिक रोग का सूचक ऑक्सीजन और रक्त का संचार ठीक प्रकार से नहीं हो पा रहा है। रक्त और ऑक्सीजन के संचार में कमी होने का मुख्य कारण पाचन तंत्र में अम्ल का बढ़ना है। जैसे वायुमंडल में हवा दूषित होने पर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है उसी तरीके से शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ने से ऑक्सीजन और रक्त की संचार में कमी आती है। यह अच्छा है कि आप नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करतेे हैं। इस कारण आप जल्द स्वास्थ्य्य लाभ ले पाएंगे। आहार शैली में रस, रेशा और जीवन होना चाहिए।

प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर इसे पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है इसको ठीक होने में 8 से 10 महीने का समय लग सकता है।

समाधान- 1.  सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ, नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

2. एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। वाद्य यंत्र शास्त्री संगीत (instrumental classical music)सुनें। योग निद्रा रात को सोने से पहले करें। अजपाजाप दिन में खाना खाने से पहले करें यू ट्यूब पर उपलब्ध है।

इससे मानसिक स्वास्थ्य में बढ़ोतरी होगी।

3. प्रतिदिन आप ख़ुद को प्यार दें अपने बारे में 10 अच्छी बातें कोरे काग़ज़ पर लिख कर और प्रकृति को अपने होने का धन्यवाद दें।

मानसिक समस्या भी इसी शरीर की समस्या है सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक सोंच रखते हैं या नकारात्मक।

प्राकृतिक जुड़ाव आपको सकारात्मक सोंच प्रदान करेंगी क्योंकि प्राकृतिक जीवन शैली अपने आप में पूर्ण भी है और जीवंत भी है। पाँच तत्व से प्रकृति चल रही है और उसी पाँच तत्व से हमारा शरीर चल रहा है।

4. मेरुदंड स्नान काफी लाभकारी होता है यह हमारे स्नायु तंत्र को स्वस्थ रखता है । एक मोटा तोलिया लेकर उसको भिगो दें बिना निचोड़े योगा मैट पर बिछाए और उसके ऊपर कमर से लेकर के कंधे तक का हिस्सा रखें। उस गीले तौलिए पर रहे 20 मिनट के बाद इसको हटा दें। ऐसा करने से आप का मेरुदंड में ब्लड और ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा। जो कि हमारे सिर के नसों से कनेक्टेड रहता है।

5. लंबा गहरा श्वास अंदर लें रुको थोड़ी देर सांस को पूरी तरीके से खाली करें और फिर रुके थोड़ी देर ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा ऑक्सीजन की मात्रा ठीक हो जाएगी।

सूर्य नमस्कार 10 बार करें सूर्य नमस्कार बहुत ही उपयोगी है हमारे सिर के हिस्से में रक्त संचार के लिए।

पवनमुक्तासन अम्ल को कम करेगा शरीर में अम्ल के कम होने से सिर में ऑक्सीजन और रक्त का संचार होगा।

6. चार भिंडी को लंबा काटकर एक गिलास पानी में डाल दें और सुबह खाली पेट नेचुरल मोशन होने से पहले उसको पी लें। पीते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि पानी को मुंह में रख रख के पिए।  कच्चे भिंडी को सलाद में भी यूज कर सकते हैं उसमें टेस्ट के लिए टमाटर और नारियल पीसकर मिलाएं नमक और नींबू का प्रयोग ना करें।भिंडी की रसेदार सब्जी बनाएं जिसमें भिंडी को स्टीम कर ले उसके बाद उसमें टमाटर नारियल और नमक पक जाने के बाद डालें, गैस ऑफ करके इससे आपकी आंतों की सफाई बहुत अच्छी तरीके से हो पाएगी।

खानपान में मुख्य रूप से गहरे हरे रंग के पत्तों का जूस बहुत ही फायदेमंद होता है। गहरे हरे रंग के पत्तों में क्लोरोफिल होता है और ऑक्सीजन की संचार में यह बहुत ही मददगार साबित होता है।

खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें। नमक की मात्रा कम ले दिन में एक बार ले और सेंधा नमक या काला नमक ही लें क्योंकि नमक ज्यादा रहने से भी सिर में  फ्लूइड में कमी आती है।  सिर में liquid रहता है  नमक  में सोडियम होता जो कि liquid को सोख लेता है।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

7. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 7 बजे सलाद लें।

8. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

\धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



12:25 PM | 11-05-2020

Dear Panduranga,

We do empathize with your problem! We would like to look at it from Nature Cure perspective.

In Nature Cure, the whole body is seen as one unit and hence your physical and mental health are related. Constipation is known to be the mother of all diseases and it is important to control it to stay in good health. Let us try to understand constipation from a Nature Cure perspective - once the food is digested the undigested matter is passed onto the large intestine. All such matter (mainly matter which cannot be used by the body, consisting of chemicals, fibre etc) is eliminated in the form of stools. When our lifestyle choices are unnatural (like wrong food habits, lack of sleep, disturbed circadian rhythm etc.), the intestine gets blocked with this undigested matter. This causes gas and hardening of the stools or constipation. Some of the waste may even be absorbed into the blood causing toxins to circulate to other parts of the body and causing an internal imbalance. Our gastrointestinal tract ( GI Tract or GUT) is a long tube inhabited by millions of microbes and about 70% of our health depends on the quality of the gut. These microbes play a crucial role in communicating with the brain. When the sensitive balance of gut flora (microbes) is disturbed it affects our mental health too. 

Hence, we would recommend you to work on the root cause i.e. constipation. The same can certainly be relieved by making appropriate lifestyle choices. This would include food as well as non-food elements (like stress management, emotional health, proper rest and exercise etc.). We suggest you explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. Our Natural Health Coach will look into your daily routine in a comprehensive way and give you an action plan. She/he will guide you on diet, sleep, exercise, stress to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws. 

In the meanwhile, you may explore these resources

  1. Blogs -

  2. Pls watch this video on how establishing a sleep routine & following a natural lifestyle can help you get good sleep - Transition Your Body Towards Deep Sleep.

  3. Real-life natural healing stories of people who cured digestive issues just by following Natural Laws.

We wish you the best of health!

Team Wellcure


 


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