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Q&A
02:21 PM | 13-05-2020

Hi to all, I am Monica. Married. I am a housewife. I do all my household work. I am 29 yrs old. Weight 85kg. I have 3 daughters, who are 8 and 2 yrs old twins. I delivered normally followed by pph. I have severe neck pain radiating to left hand. My vitamin d level is 12 as per blood test. Also I have been suspected C6 radiculopathy and got an MRI done, the diagnosis was degenerative changes more at C3 and C4, cervical spine. When I wake up I get pain all over my body. Please help!

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

12:39 PM | 14-05-2020

Hello Monica,

Cervical spondylosis is an inflammatory reaction which reduces the flexibility of our neck by fusing the small bones. According to our body it is a functional change, but the natural cause is an accumulation of all toxins.

The one thing to make sure is that you have deficiency. Our blood starts reacting to the antigens, which are the result of our chronic high fat diet and sedentary lifestyle. Even bad posture is a cause, which does not allow the required nutrition to get absorbed. Hence vitamin D deficiency is the reason your bones are becoming weaker and causing inflammation.

It is time to make some change in the lifestyle in order to treat the condition effectively. Here are a few guidelines which you can keep in mind in order to heal.

Eat:

The first thing in the morning is to start your day with something light in nature. Easy to digest is what your breakfast should be because they are the kind of nutrients that get absorbed easily. Even the early morning ritual should include consumption of two-three glasses of warm water will help in flushing out all the toxins. The ideal diet would be to depend on fruits and raw vegetable intake and refrain from something which is oil-based. Have fruit salad in the afternoon time and vegetable salad as evening snack this will be light on your stomach.

  • Include calcium-rich food and increase vitamin D intake to support bone health.
  • Take one inch of ginger boiled in two cups of water and add 5-6 basil leaves, drink during evening time, this will relax your inflammation.
  • Have a diet which is rich in fruits, raw vegetables and whole grains will help in the treatment of cervical spondylosis.
  • Limit fats, animal products, processed or mixed foods, and try to drink eight to 10 glasses of water each day.

Exercise:

  • Daily physical activity is crucial for people with this disease. This can reduce pain and also improve your mobility, posture and helps you maintain your flexibility.
  • Practising good posture can help prevent spinal fusion in a stooped or deformed position. Not everyone will have a fusion in the spine, but practising good posture can help keep your spine in a place that looks and feels better.
  • Posture exercises should be practised daily to have the best impact on cervical to back spine. Sitting on a chair, look in the front, flex your neck, extend bring it to centre, extend upwards bring it to centre. Then slowly rotate. Do this set 10 times in order to increase circulation and your flexibility is maintained.

Massage can help you achieve that perfect mobility despite your disease. Massaging for 15-20 minutes is very important to improve blood circulation in that area. Massage with coconut or almond oil by warming it.

Meditation:

  • Practice mindful meditation.
  • Deal with your stress.
  • Allow positivity to be part of your life.

Doing 15-minute exercise before sleep about deep breathing will help in relaxing your mind, you can use music also for relaxation.

Sleep:

Sleeping for at least 7-8 hours is very important in order to completely relax. In sleep what our body does is go through is the process of repair. Relax your self by taking a water bowl and 2-3 drops of essential oil, like orange and lavender which will help in relaxing the sleep. This will aid in treating any kind of inflammation.

It is time to make ourselves healthier without disease hampering our growth.

Hopefully, these suggestions will help.

Thank you

09:56 PM | 15-05-2020

Thank you so much mam

Reply


01:06 PM | 14-05-2020

Hello Monica,

Cervical spondylitis may be caused due to an injury or an overgrowth of bones or when the disc between the bones becomes dehydrated.



04:30 PM | 13-05-2020

हेलो,
कारण -1.  चयापचय प्रणाली अद्वितीय तरीके से काम करती है।  जब कुशल और तेजी से काम करने वाली चयापचय प्रणाली होती है जो वसा को जमा नही करती है, जबकि शरीर में अम्ल की अधिकता के कारण ये मंद गति से कार्य करती है, जो वजन बढ़ाने की ओर ले जाती हैं। तीन बच्चों की जिम्मेदारी को पूरा करनेे में आपने मानसिक शारीरिक और अध्यात्मिक स्वास्थ्य पर ध्यान ना दिया हो जो कि स्वास्थ्य कमी का मुख्यय कारक है।

2. हमारे शरीर का बनावट इस तरीक़े से है कि कोई भी विटामिन की कमी नहीं हो सकती है। जो भी खाना देर तक पचता नहीं हैं वह शरीर के ऊर्जा और मिनरल को अधिक ख़र्च करता है। शरीर में अधिक अम्ल बनाता है जो की शरीर में मौजूद विटामिन पर एक आवरण बना लेता है जैसे संघनन की क्रिया से पानी का भाँप बादल बन जाता है आसमान में तो सूर्य को भी छुपा देता है। 

3. सर्वाइकल रेडिक्यूलोपेथी ऐसी किसी भी स्थिति से उत्पन्न हो सकती है जो मेरुदंड से हटते समय तंत्रिकाओं पर दबाव डालती हो। सर्वाइकल रेडिक्यूलोपेथी के प्रमुख कारणों में भंगुर होना, डिस्क का बाहर निकलना और मेरुदंड की अस्थिरता आदि हैं। यह भी हमारे खराब हाजमा का परिचायक है।प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर पूर्ण स्वास्थ्य पाया जा सकता है।

समाधान- 1. ऐसा खाना जो कि देर तक पछता नहीं है उसका त्याग करें। जैसे दूध, गेहूं, मैदा, रिफाइंड नमक और रिफाइंड शुगर और पैकेट फूड। फल, सब्जी, और कच्ची सब्जी का जूस को प्रतिदिन ले। ऐसा करने से पाचन शक्ति मजबूत होगा और आंतों की सफाई हो पाएगी। 

2. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने, 5 मिनट पीछे, 5 मिनट दाएं, 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं। धूप  हमेशा लेट कर लेना चाहिए। धूप की रोशनी लेते वक्त सरआप किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर अम्ल की अधिकता होती है। अतः आप जब भी सोए, अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। विटामिन डी की डिफिशिएंसी ठीक हो जाएगी। पाचन क्रिया दुरुस्त होगा।

3. प्रतिदिन अपने पेट पर खाने से 1 घंटे पहले या खाना खाने के 2 घंटे बाद गीले मोटे तौलिए को लपेटे एक तौलिया गिला करके उसको निचोड़ लें और उस तौलिए को 20 मिनट तक अपने पेट पर लपेटकर रखें ऐसा करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त होगा। अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। तिल के तेल रीढ़ की हड्डी पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise) में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

5. सुबह खीरा 1/2 भाग, धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashgourd ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।  फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल (yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgourd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें। कद्दूकस करके डालें। कभी काजू,बादाम, अखरोट, मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



02:01 PM | 19-05-2020

Dear Monica,

We can make out from your query that you are struggling with multiple health issues at a young age. We do appreciate how occupied you must be with the household chores and with the kids. However, you would appreciate that your own health needs attention. Try to look at it from a Nature Cure perspective -

As per Nature Cure, our body is designed to stay in a state of health, and diseases are often an attempt to restore any imbalance inside the body. The imbalance is caused because of toxins - which are an output of metabolism and are also added due to unnatural lifestyle choices. Nature has equipped us with the measures of eliminating the toxins on a regular basis - through breathing, stool, urine, sweat, mucus depositions in the nose, eyes, and genitals, etc. Whenever there is toxic overload due to insufficient or faulty elimination our body starts a few special elimination processes. Those are considered as Acute diseases like Flu, Loose-motions, cough, cold, fever, skin rashes, and acute pain. At this stage, instead of supporting the body to get rid of toxins we often suppress symptoms by restoring to quick-fixes like medicines, etc. As a result, the body is unable to throw away the toxins. This is when the ever-increasing amount of toxins in the body starts creating long term disease conditions such as diabetes, blood pressure, asthma, ulcer, etc. And when we further ignore the symptoms or try to suppress them and then the state of the disease takes a turn for the worse. This is when the body has completely given up and starts shutting down slowly, resulting in degenerative diseases.

It is likely that owing to increasing responsibilities you were not able to maintain a natural lifestyle. However, if you try aligning your lifestyle to the Laws of Nature you can hope to reverse your health issues and live a medicine-free, pain-free life. You can also explore our Nature-Nurtures Program that can help her in making the transition, step by step. Our Natural Health Coach will look into your routine in a comprehensive way and give you an action plan. She/he will guide you to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws. Please let us know if you are keen to explore. 

In the meanwhile, we would recommend you must read the Journeys of common people who healed from their health issues naturally. There are people who have suffered for many years and then found their solution in a natural lifestyle.

Wishing you good health!

Team Wellcure


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