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Q&A
02:39 PM | 29-05-2020

My son is 13yr old and he is myopic his having power -3 sp with -1. 50cyl in both eyes can we cure this problem permanently please suggest.


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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3 Answers

10:17 AM | 30-05-2020

Hello User, 

Due to continuous exposure to pollutants in the environment, our low nutritive diet and sedentary lifestyle our body's action becomes vulnerable and develop an eyes problems like the myopic vision which are common in kids.

This thing should be tackled at this age itself and it can definitely heal with a right natural diet. 

It is time to make changes in the diet and adapt an overall naturalistic lifestyle. A holistic measure is the only way you can treat this thing completely.

Eat:

The first thing in the morning is to start your day with something light in nature. Easy to digest is what your breakfast should be because they are the kind of nutrients that get absorbed easily. Even the early morning ritual should include consumption of two-three glasses of warm water will help in flushing out all the toxinsThe ideal diet would be to depend on fruits and raw vegetable intake and refrain from something which is oil-based. Have fruit salad in the afternoon time and vegetable salad as evening snack this will be light on your stomach.

  • A diet rich in Vitamin C will help in dealing with any immunity problem by reducing all the acne. Sources like lemons, oranges, mosumbi will help.
  • Have green vegetables like bottle guard, capsicum, spinach and coriander.
  • Make dates and jaggery water part of his routine. 

​​Exercise:

  • Pranayam helps in detoxifying the body, practising it early morning in an area which has good sunlight will help in improving blood circulation.
  • Suryanamaskar daily 12 sets will help in increasing the blood circulation of your body.
  • Tratak eye exercises help in improving eye muscle and keep you away from any eye problems. 

Meditation:

In any kind of disease, stress comes complementary to it, but with our assurance and positive attitude, we can treat anything. The best thing to start with is breathing mindfully before sleep with the help of music to stay positive.

Use a 15-minute relaxation technique before sleep, by hearing a piece of soothing music and deep breathing will help in relaxing your mind.

A positive attitude will help you to deal with everything in life.

Sleep:

Sleeping for at least 7-8 hours is really helpful in dealing with any problem. Sleep is our body's natural response and helps the body to heal. Sleep relaxes the muscles and strengthens our body. During sleep, our body goes into a repair mechanism where it heals itself.

Hopefully, these suggestions will help you.

Thank you



12:48 PM | 01-06-2020

Hello Lavanya, 

Myopia is an eye disorder. The reason for this can be heredity or nutritional deficiencies or environmental factors or a wrong lifestyle and wrong eating habits. 

Diet

  • Start the day with a glass of water with few drops of lemon juice in it. This will boost the metabolism and will provide with Vitamin C.
  • Eat only plant based natural foods. 
  • Drink almond milk.
  • Eat fresh fruits and sprouts in breakfast. 
  • Drink freshly prepared homemade fruit juices with fibres. 
  • Eat fresh, seasonal and locally available green leafy vegetables. 
  • Include salads, nuts, beans, dry fruits in diet.
  • Drink plenty of water throughout the day. 

Foods to avoid

  • Avoid dairy products like ghee, milk, paneer, curd.
  • Avoid animal  foods. 
  • Avoid biscuits, chocolates, cookies.
  • Avoid carbonated drinks. 
  • Avoid packaged and processed foods. 
  • Avoid deep fried oily foods and spicy foods. 

Exercise 

Exercising is very important for a good circulation of blood. 

  • Do 12 sets suryanamaskar regularly. 
  • Do paschimottan asana, trikona asana, gomukha asana, tada asana. 
  • Do jogging for atleast 20min daily.

Sleep

Sleeping is very essential as it gives rest to the eyes and to the body.

Take a proper sleep of 8-10 hours daily.

Sleep early at night and also wake up early in the morning. 

Avoid using any electronic devices 1hour before sleeping. 

Some tips

  • Take a pen and do eye exercise with that. Keep the pen in front of the eyes and keep your sight at the pen. Then, move it near and far from your eyes while looking at it.
  • Don't use laptops, computers, mobiles, etc for too long. Avoid the usage of electronic gadgets. 
  • Take early morning sun rays.  
  • Walk barefoot on grass early in the morning. 

 

Thank you 



10:26 AM | 30-05-2020

हेलो,
कारण - मायोपिया (निकटदर्शिता) तब होता है जब नेत्रगोलक (आईबॉल) आंख की कॉर्निया और लेंस की शक्ति केंद्रित करने के सापेक्ष में बहुत लंबा हो जाता है । यह प्रकाश की किरणों को रेटिना की सतह पर एक बिंदु पर केंद्रित करने के बजाय, सीधे  सामने (रेटिना के पहले ) करने का कारण बनता है।

नेत्रगोलक (आईबॉल) की लंबाई के लिए कॉर्निया और / या लेंस का बहुत ही घुमावदार होना भी निकटदर्शिता का कारण हो सकता है ।  संयोजन के कारण, मायोपिया (निकटदर्शिता) हो जाता है ।  

मायोपिया आमतौर पर बचपन में आरंभ होता है। आँखों में प्रदाह (inflammation) के वजह से ऐसा हो सकता है।

आँखों की समस्या मिनरल की कमी को दर्शाता है। आँखों का व्यायाम करें। आतों के स्वास्थ्य को बेहतर बना कर आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

समाधान -  1. ऐसा खाना जो कि देर तक  पचता नहीं है उसका त्याग करें। जैसे दूध, गेहूं, मैदा, रिफाइंड नमक और रिफाइंड शुगर और पैकेट फूड।

फल, सब्जी, और कच्ची सब्जी का जूस को प्रतिदिन ले।

ऐसा करने से पाचन शक्ति मजबूत होगा और आंतों की सफाई हो पाएगी। 

2.  सूर्य उदय और सूर्य अस्त के सूर्य लालिमा के 7 मिनट दर्शन के बाद आँखों को दाएँ से बाएँ और बाएँ से दाएँ करें गर्दन हिलाएँ नहीं। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। अब आँखों को ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर करें गर्दन को हिलाना नहीं है। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में घुमाएँ फिर आँखों को बंद कर के आराम दें। 5 बार करें फिर आँख बंद करें। जल्दी जल्दी आँखों को खोलें बंद करें 5 बार फिर आँख को बंद कर के खोले अब त्राटक क्रिया करें।अपने नाक के सीधी दिशा में एक मोमबत्ती जलाएँ। एक हाथ की दूरी रखें अब उस लो को देखें 5 मिनट तक फिर देखें फिर आँख बंद करके आराम करें। ऐसा दिन में दो बार करें। उसके आँख पर गुलाब जल की गीली पट्टी रखें। उसके ऊपर खीरा और धनिया पत्ता का पेस्ट रखें। 20मिनट बाद हटा लें। 

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। 

सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं। हमेशा लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। 

3. प्रतिदिन अपने पेट पर खाने से 1 घंटे पहले या खाना खाने के 2 घंटे बाद गीले मोटे तौलिए को लपेटे एक तौलिया गिला करके उसको निचोड़ लें और हूं उस तौलिए को 20 मिनट तक अपने पेट पर लपेटकर रखें ऐसा करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त होगा।

अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की  और आंखों 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल रीढ़ की हड्डी पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

5. सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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