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Q&A
09:30 AM | 12-06-2020

Hi! I am facing Pimples (Pustule) problem since last 5 years I have tried many medication, took dermatologist treatment also ayurvedic medicines also. But my situation is getting worse day by day. Please help me I have pimples all over my face.

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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3 Answers

12:44 PM | 15-06-2020

hello User, 

Yes, there is definitely a solution which completely natural and in sync with your condition to heal. Pustular Acne is completely is the result of the accumulation of toxins from a very long stage. It happens for the fact that we tend to indulge ourselves into high-fat diet and sedentary lifestyle this, in turn, causes acne. Skin becomes the very first reflection of our diseased state, so treating ourselves at the first level itself is a step towards healing in a holistic manner. Here are ways which will definitely help you in treating acne.

Eat:

  • Eating food that has a high amount of proteins are legumes, green leafy vegetables, nuts like almonds, walnuts, etc.
  • A diet rich in Vitamin C should be part of your regime, lemons, oranges, cranberries are the sources of vitamin C which improves the action of collagen in your skin.
  • Seeds like chia, pumpkin, and flax seeds are also necessary,

Regular massaging your face is important to take care of the pigmentation. Here are a few face packs which you can try to deal with face problems.

1. A tablespoon of gram flour with one teaspoon of turmeric and rose water, make a thick paste and apply on your face alternately.

2. Blend a tablespoon of flaxseed and half beetroot together, this will give you a jelly-like consistency and this will help in treating facial acne.

3. There is one more way of coconut oil massage with one teaspoon of aloe vera gel, massage your face daily tonight and keep it overnight.

Exercise:

Here is some exercise that you can start for your skin.

  • Taking a brisk walk in the sun for 30-45 minutes daily is very useful as exposure to the sun is equivalent to good blood circulation.
  • Practising Suryanamaskar daily increases blood circulation and gives you healthy skin. Practice 12 sets at a time.

Meditation:

While massaging your hair what you can do is close your eyes, and visualize your skin becoming clear and shinier and free from any type of illness, making it healthy. You can take a deep breath, start healthy music in the background you can feel the blood circulation getting a boost.

This will help in relaxation and ensuring healthy skin.

Sleep:

Having a sound 7-8 hours of sleep is helpful in treating anybody's problem, a healthy sleep leads to a healthy mind and body. So make sure you are free your room from any gadgets an hour before sleep so you get a radiation-free room and a good tension-free sound sleep.

Hopefully, this will help you

Thank you



12:41 PM | 12-06-2020

हेलो,
कारण - स्किन के रोम छिद्र या पोर्स अंदर से तेल ग्रंथी वाली कोशिकाओं (सेल्स) से जुड़े हुए होते हैं जिनके कारण सीबम ऑयल स्किन के रोम छिद्र में उत्पन्न होता है। सीबम खराब सेल्स को रोम छिद्र से बाहर लाने मे मदद करता है और नये सेल्स बनाता रहता है। परंतु हार्मोन असंतुलन के कारण जब ज़्यादा सीबम तेल बनने लगता है, तब यह तेल इन रोम छिद्रों को बंद कर देता है जिसके कारण मुहांसे या दाने होते हैं। सीबम में बैक्टीरिया का विकास भी रोम छिद्रों को बंद कर मुहांसे को जन्म देता है। इसका मूल कारण आपका पाचन तंत्र का स्वास्थ्य है। पाचन तंत्र अस्वस्थ होने के कारण लंबे समय तक निष्कासन में अवरोध और हाजमा खराब हो जाता है। जिससे कि त्वचा संबंधी विकार उत्पन्न होता है। मूल कारण पर काम किए बिना कोई भी उपाय कारगर नहीं हो सकता है।

त्वचा हमारे शरीर का सहज ज़रिया है अम्ल (acid) को प्रतिबिम्बित करने का। शरीर (elimination)निष्कासन की प्रक्रिया में लगा है। हम उसको आहार शुद्धि से मदद करें।

समाधान - 1. खीरा एलोवेरा का पल्प का पेस्ट वंहा लगाएँ जंहा परेशानी है।  20मिनट के लिए लगाएँ।

2. त्वचा को गुलाब जल बेसन और हल्दी से साफ़ करें। साबुन या कोई भी क्रीम का प्रयोग बंद कर दें।

3. नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं।खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

4. मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें। हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें।अपने मेरुदंड को उस पर रखें।

5. नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं। नीम का रस भी बहुत फ़ायदा करेगा।बार बार कुछ भी खाने से बचे फल के बाद 3 घंटे का अंतराल (gap) रखें। क्षार (alkaline) जूस के बाद 1घंटे का अंतराल रखें। कच्चे सब्ज़ियों के सलाद के बाद 5 घंटे का अंतराल रखें। अनाज और पकी हुई सब्ज़ी अगर तेल रहित (oil free) के बाद 8 घंटे का तेल घी का प्रयोग किया गया हो तो 12 से 13 घंटे का अंतराल रखें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। 

6. त्वचा या शरीर के किसी भी हिस्से को स्वस्थ प्रदान करने के लिए ज़रूरी है।

सुबह लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

7. सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

8. सुबह ख़ाली पेट आधा खीरा 5 पुदीने या करी पत्ते के साथ पिस कर उसमें 100 ml पानी मिला कर पिएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। जूस को मुँह में रख कर एक बार सहज स्वाँस लें फिर घूँट अंदर लें।

2 घंटे बाद कोई भी एक तरीक़े का फल नाश्ते में लें।फल को ठीक से चबा कर खाएँ। कोई नमक या चाट मसला या चीनी, दूध मिक्स ना करें। 

दोपहर 12 बजे सफ़ेद पेठे (ash guard) 20 ग्राम पीस 100 ml पानी मिला कर लें।

नमक सेंधा ही प्रयोग करें। नमक की पके हुए खाने में भी बहुत कम लें। सब्ज़ी पकने बाद उसमें नमक डालें। नमक पका कर या अधिक खाने से शरीर में (fluid)  की कमी हो जाती।

सलाद दोपहर 1बजे बिना नमक के खाएँ तो अच्छा होगा क्योंकि नमक सलाद के गुणों को कम कर देता है। 

सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी लें।रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। रात 8 बजे के बाद कुछ ना खाएँ, 12 घंटे का (gap) अंतराल रखें। 8बजे रात से 8 बजे सुबह तक कुछ नहीं खाना है।

9.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं। तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें। हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

10. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



11:40 AM | 15-06-2020

Namaskar!

Thanks for sharing your query with us! 

Pimples are a common skin problem faced by boys and girls, especially during the teenage years. As per Nature Cure, our body is designed to stay in a state of health and diseases/symptoms/discomfort are often an attempt to restore any imbalance inside the body. Imbalance is caused because of toxins - which are an output of metabolism and are also added due to unnatural lifestyle choices. Nature has equipped us with the measures of eliminating the toxins on a regular basis - through breathing, stool, urine, sweat, mucus depositions in nose, eyes and genitals etc. Acne is also one such mechanism to get rid of toxins. At this stage, we need to support the body to get rid of toxins instead of suppressing symptoms by restoring to quick-fixes like medicines etc.

 You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. Our Natural Health Coach will look into your daily routine in a comprehensive way and give you an action plan. She / he will guide you on diet, sleep, exercise, stress to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws.

Please refer to the below resources to understand more about skin issues & Nature Cure.

Blogs

  1. Skin – An indicator of good health

  2. Free Yourself from Harmful Chemicals – Switch to Natural Beauty Products

Real-life natural healing stories of people who cured Skin Issues just by following Natural Laws.

Wishing you good health!

Team Wellcure


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