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Q&A
09:51 AM | 26-08-2020

Can protein powder be recommended to all without doctor's consultation?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

10:40 AM | 28-08-2020

Hello Vidya Sagar,

Protein powder is made by synthetic products which are not healthy for our digestive tract. Recommending it to people having low digestive strength can be difficult as their body is not able to digest it. For protein plant-based sources is what needed for our body.

  • Sprouts, sweet potatoes, nuts seeds like flax seeds, chia seeds are abundant in protein.
  • Consuming legumes helps in easy absorption of protein.

Hence you can always recommend healthy plant source protein for the health of others.

Thank you



10:57 AM | 26-08-2020

Dear Vidya,

Thanks for sharing your query with us! As Wellcure is a platform for Natural Healing we would like to share Nature Cure perspective on nutritional supplements with you.

Please understand Nature Cure does not recommend any nutritional supplements. As per this approach, all the nutritional requirement of our body can be met with adequately by consuming a whole plant-based diet along with a natural lifestyle. We would thereby recommend you to adhere to a natural diet for protein intake instead of protein powder.

Hope this helps!

Regards

Team Wellcure



12:18 PM | 11-01-2021

Hello Vidya,

It is best to consume anything in the natural form. 
Artificial things like protein powders are not good for the health as they are not digested properly by the body and hence results in digestive issues.
For proteins, have natural foods like green leafy vegetables, sprouts, nuts, salads, etc.
Have overnight soaked raisins.
Eat fresh fruits like banana, pomegranate, papaya, etc.
Drink almond milk.
Drink coconut milk. 

Physical activity 

It is very essential to be physically active for a good metabolism. Along with having foods, it is essential to do physical activity, so that the food get absorbed easily. So, do exercise or yoga and pranayam regularly. 

  • Practice suryanamaskar daily. 
  • Do bhujanga asana, trikona asana, gomukha asana and padahasta asana regularly. 
  • Practice pranayam regularly for 15-20min. 
  • Take sunrays in the morning for atleast 20min. 


Thank you
 



11:25 AM | 27-08-2020

हेलो,
कारण - प्रोटीन पाउडर  खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि जब प्रोटीन  पचता नहीं है तो वह मांसपेशियों में अकड़न पैदा करता है। जो भी खाना देर से पचता है वह स्वास्थ्य कर नहीं है क्योंकि उससे अम्ल की अधिकता हो जाती है और हाई प्रोटीन पाउडर देर से पचने वाला खाद्य पदार्थ है। प्रतिदिन अमीनो एसिड जो आपकी स्लाइवर में रहता है वह आपके जरूरत के अनुसार से खाद्य पदार्थों में से प्रोटीन बना लेता है मगर हरी साग सब्जियों में भी प्रोटीन की मात्रा होती है जो कि काफी आसानी से शरीर के अंदर पच जाता है क्योंकि उसमें रस और फाइबर भी होता है हरे पत्तों को अपने सलाद में शामिल करें। वह  आपको शरीर की जरूरत के लायक प्रोटीन शरीर में दे देता है और वह आसानी से पचने वाला प्रोटीन है इसलिए उससे आपको किसी भी तरीके की स्वास्थ्य की समस्या नहीं होगी। कुछ हरे पत्तों का आप सुबह खाली पेट हर्बल जूस भी पी सकते हैं वह भी आपके शरीर में प्रोटीन और अन्य विटामिंस एंड मिनरल्स के संतुलन को बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगी। 

प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में इसका समाधान है।

समाधान - 1. चार भिंडी को लंबा काटकर एक गिलास पानी में डाल दें और सुबह खाली पेट नेचुरल मोशन होने से पहले उसको पी लें। पीते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि पानी को मुंह में रख रख केपीए।2. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं। धूप लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर  इन्फेक्शन अधिक होता है अतः आप जब भी सोए अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। 

3. प्रतिदिन अपने पेट पर खाने से 1 घंटे पहले या खाना खाने के 2 घंटे बाद गीले मोटे तौलिए को लपेटे एक तौलिया गिला करके उसको निचोड़ लें और हूं उस तौलिए को 20 मिनट तक अपने पेट पर लपेटकर रखें ऐसा करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त होगा।

4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

5.सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आ कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1 कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

 

 


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