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Q&A
02:27 PM | 26-11-2020

I am having pain on my left side of breast sometimes in the middle of chest. Left side whole back and left leg. Its is because of muscle strain? Or should i go for MRI?

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

12:04 PM | 01-12-2020

Hello,

A person should never ignore the left-sided chest pain. If the person is experiencing pain on the left side of their body, this could indicate a heart attack or other medical conditions, such as a lung problem or inflammation of the lining around a person's heart.
If the pain is coming from one particular place, it is not likely to be a heart attack.
If the chest pain does not get worse when breathing and the pain spread between the shoulder blades, and into the arms and jaw, but it doesn't move from one side to other and along with this you experience dizziness, feeling faint, nausea, shortness of breath, sweating, etc, then you should go for MRI and consult a cardiologist. 

There are also many types of injuries to soft tissues and bones in the chest that causes left side chest pain. In this case, you will experience pain that usually worsens when breathing, swelling or tenderness at a specific area, visible bruising.

Acid reflux and gastroesophageal disease (GERD) are also common causes of left-sided chest pain. These conditions occur when the acid from the stomach message up from the stomach to the oesophagus. In this condition, you will experience a sour taste in the mouth, a burning feeling in the chest, difficulty in swallowing. By making small changes in our lifestyle and eating habits, this problem can be resolved.

Foods to eat

  • Start the day with 3 to 4 glasses of warm water. This will help to eliminate the toxins out of the body. 
  • Eat one amla daily as it will help to keep your digestive system good.
  • Drink green tea twice a day, one in the morning on an empty stomach and the other at night before sleeping. 
  • Drink freshly prepared homemade fruit juices. 
  • Include salads, sprouts, nuts, and beans in your diet. 
  • Eat fresh fruits and green leafy vegetables. 
  • Drink plenty of water throughout the day to be hydrated and to eliminate the toxins out of the body. 

Foods to avoid- 

  • Avoid carbonated drinks as they will increase the problem of acidity.
  • Avoid dairy products and animal foods. 
  • Avoid tea and coffee. 
  • Avoid processed, packaged, oily, and spicy foods. 

Exercise 

Being physically active is very important for a well functioning digestive system. A sedentary lifestyle may also lead to acidity.

  • Start the day with a short morning walk. 
  • Perform pranayam, specially anulom-vilom and kapalbhati pranayam. 
  • Do tada asana, gomukha asana, trikona asana, padahasta asana. 
  • Take the early morning sun rays daily. 

Sleep

Lack of sleep and stress may also lead to acidity. Hence, having proper sleep is important as it helps to reduce the stress levels also.

So, take proper sleep of at least 7-8 hours daily. Sleep early at night at around 10 pm and also wake up early in the morning at around 6 am. 

Thank you 

 



10:07 AM | 30-11-2020

हेलो - 

कारण - हृदय में दर्द्द या स्तन में दर्द और पैरों में दर्द होना इस बात का सूचक हैै कि अम्ल की अधिकता हो गई है। शरीर दर्द के माध्यम से
कुछ कहना करना चाह रहा है। आंतों की सफाई ठीक प्रकार सेे नहीं हो  रही है। शरीर को चेक ना करें आदतों को चेक करें। क्योंकि खाना क्या खा रहे हैं और कैसे खा रहे हैं इस पर हमारा पाचन तंत्र का स्वास्थ निर्भर करता है।

लंबे समय खराब हाजमा और निष्कासन में अवरोध के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में इसका समाधान है।

समाधान - 1. चार भिंडी को लंबा काटकर एक गिलास पानी में डाल दें और सुबह खाली पेट नेचुरल मोशन होने से पहले उसको पी लें। पीते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि पानी को मुंह में रख रख के पीए। 

2. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं। धूप लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर  इन्फेक्शन अधिक होता है अतः आप जब भी सोए अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। 

3. प्रतिदिन अपने पेट पर खाने से 1 घंटे पहले या खाना खाने के 2 घंटे बाद गीले मोटे तौलिए को लपेटे एक तौलिया गिला करके उसको निचोड़ लें और हूं उस तौलिए को 20 मिनट तक अपने पेट पर लपेटकर रखें ऐसा करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त होगा।

4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

5.सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आ कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं। हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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