Loading...

Q&A
12:49 PM | 25-01-2021

Hi I am suffering acid reflux and IBD. Sometimes facing abdominal pain, weight loss. Pls guide me to healing from this problem.

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

Read more
Post as Anonymous User
3 Answers

04:39 PM | 01-02-2021

Hello,

IBD is inflammatory bowel disease which causes inflammation in the mucosa of the intestine. It causes loose stools which are usually associated with blood and mucous. It also results in acid reflux. The possible causes for this may be immune system malfunction, stress, or hereditary. 

Diet to follow- 

  • Start the day with a glass of warm water with lemon juice in it. This will help to boost your metabolism in the morning. 
  • Drink green tea twice a day, one in the morning on an empty stomach and the other at night before sleeping. 
  • Eat only plant-based natural foods in your diet.
  • Eat fresh, seasonal, and locally available fruits and vegetables. 
  • Drink freshly prepared homemade fruit juices. 
  • Have whole grains like barley, millets, oats, etc in place of refined grains. 
  • Have brown rice in place of white rice.
  • Drink plenty of water throughout the day. 
  • Avoid dairy foods and animal foods.
  • Avoid tea, coffee, and other such caffeinated drinks. 
  • Avoid carbonated drinks. 
  • Avoid irritating substances like alcohol and tobacco.

Exercise 

Light exercises to improve the metabolism and digestive functions are essential for every person.

  • Start your morning with a short walk of at least 30min. 
  • Do tada asana, vriksha asana, trikona asana, parvat asana. 
  • Do pranayam regularly, specially anulom-vilom pranayam. 
  • Take early morning sun rays daily. 

Sleep

Sleeping is important for good metabolism. So, take proper sleep of at least 7-8 hours daily. Sleep early at night and also wake up early in the morning. 

Avoid using electronic devices 1hour before sleeping. Read books before sleeping to improve the quality of sleep. 

Thank you 



10:39 AM | 28-01-2021

हेलो,
कारण- (IBD) हमारे पाचन तंत्र से जुड़ी एक बीमारी है। यह बीमारी एक साथ पेट से जुड़े कई रोग होने की जानकारी देती है। ठीक प्रकार से पेट साफ ना होना आंतों में इन्फ्लेमेशन के कारण होता है।  खाना जो देर तक पचता नहीं है और शरीर के अंदर काफी लंबे समय तक सड़ रहा होता है उसके वजह से यह संक्रमण होता है। विषाणु को पनपने के लिए शरीर में अम्लीयता होना जरूरी होता है। आहार शुद्धि और प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर इसे छुटकारा पाया जा सकता है।

1. मेरुदंड स्नान काफी लाभकारी होता है यह हमारे स्नायु तंत्र को स्वस्थ रखता है । एक मोटा तोलिया लेकर उसको भिगो दें बिना निचोड़े योगा मैट पर बिछाए और उसके ऊपर कमर से लेकर के कंधे तक का हिस्सा रखें। उस गीले तौलिए पर रहे 20 मिनट के बाद इसको हटा दें। ऐसा करने से आप का मेरुदंड में ब्लड और ऑक्सीजन का सरकुलेशन ठीक हो जाएगा।

2. पेट पर एक गीला तोलिया निचोड़ कर बांधे 20 मिनट बाद उसको हटाए ऐसा करने से पाचन तंत्र की स्वास्थ्य में सुधार की शुद्धि आएगी। शरीर में अम्ल का प्रभाव कम होगा।

3. बेलपत्र और दूब घास का जूस सुबह खाली पेट ले। 4 से 5 बेलपत्र को पीसकर 200ml पानी मिलाकर छान लें और इसको मुंह में 40 गिनने तक रख कर पिए। ऐसा करने से आप का संक्रमण ठीक हो जाएगा ऐसे ही दूब घास भी 20 ग्राम लेकर मिक्सी में पीस लें 200ml पानी मिलाकर छान लें और इसे भी मुंह में 40 गिनने तक रख कर पिए। यह यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।

जीवन शैली - 1. आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल रीढ़ की हड्डी पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise) में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।  

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती, (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे  (ashgourd ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।  फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल (yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



01:00 PM | 27-01-2021

Namaskar!

IBS or irritable bowel syndrome and acid reflux are common digestive problems. We do appreciate that it is a troublesome condition and does start affecting one's day-to-day functioning. These issues have often been discussed on our platform and we also have some resources that we would like to share with you. Before that, please consider this - as per nature cure, the main root cause of all kinds of disease or discomfort is TOXAEMIA - accumulation of toxins within the body.  While some toxins are an output of metabolism, others are added due to an unnatural lifestyle – wrong food habits, lack of rest, stress etc. If not eliminated, the toxins get built up and cause diseases. While the body has an innate capacity to get rid of the toxins, it needs to be supported by way of providing it with the right inputs. 

Adopting a natural lifestyle will help you reclaim your skin health. We suggest you take a personal consultation with our Natural Health Coach who can understand your background better & suggest the way forward. You can explore our Natural health Coaching Program for the same. The Natural Health Coach will guide you on diet, sleep, exercise, stress, etc to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws. Let us know if you are interested.

In the meanwhile, you may want to explore the following resources:

  1. Blog

  2. Real-life natural healing stories of people who cured digestive issues just by following Natural Laws

Wishing you good health!

Team Wellcure


Scan QR code to download Wellcure App
Wellcure
'Come-In-Unity' Plan