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Q&A
11:49 AM | 27-01-2021

What are the diet plans for hyperthyroidism?

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

11:41 AM | 08-02-2021

Hello User,

Hyperthyroidism is a condition of the thyroid gland. The thyroid is a small, butterfly shaped gland located at the front of your neck. It produces T3 and T4 hormones and regulates the metabolism of the body through these hormones.
Hyperthyroidism occur when the body makes too much of T3, T4 or both.
A variety of conditions can cause hyperthyroidism, Grave's disease occurs more often in women than in men. Some common causes for hyperthyroidism include-

  • Excess iodine.
  • Thyroiditis or inflammation of the thyroid.
  • Tumors of the ovaries or testes.
  • Benign tumors of the thyroid or pituitary gland. 
  • Large amount of tetraiodothyronin taken through dietary supplements or medications. 

Symptoms of hyperthyroidism include 

  • Increased appetite 
  • Nervousness restlessness 
  • Inability to concentrate 
  • Weakness
  • Difficulty in sleeping 
  • Irregular heart beat
  • Nausea 
  • Vomiting, etc.

A correct diet and lifestyle is needed for a correct hormonal balance and circadian rhythm. A correct hormonal balance and circadian rhythm leads to a good metabolism and hence a healthy body and mind. 

Diet

  • Start the day with 3 to 4 glasses of warm water on an empty stomach. This will help to flush out the toxins from the body. 
  • Have fresh, seasonal, and locally available fruits and vegetables in your diet. 
  • Include salads, sprouts, nuts, and beans in your diet. 
  • Have a light, easy to digest breakfast like a bowl of sprouts and soaked raisins and other dry fruits. 
  • Drink freshly prepared homemade fruit juices. 
  • Drink coconut water. 
  • Use cold-pressed oil in place of refined oils. 
  • Have whole grains like barley, millets, oats, etc.

Exercise 

Regular exercise is also important for improved blood circulation and metabolism.

  • Take a brisk morning walk of at least 30min. 
  • Do 12 sets of suryanamaskar. 
  • Perform tada asana, trikona asana, vriksha asana, etc.
  • Do pranayam regularly for 15-20min, specially anulom-vilom and kapalbhati pranayam. 
  • Take sunrays early in the morning. 

Sleep

Sleep is equally as important as our diet. It affects the circadian rhythm and in turn the hormonal balance. So, take proper sleep of at least 7-8 hours daily. Sleep early at night and also wake up early in the morning. Read books before sleeping to improve the quality of sleep. 

Thank you 



10:36 AM | 28-01-2021

हेलो,
कारण- थायराइड एक प्रकार की एंडोक्राइन ग्रंथि (नलिकाहीन ग्रन्थियां) है, जो हार्मोन बनाती है। थायराइड ग्रंथि में विकार उत्पन्न होने से प्रमुख तौर पर थायराइड दो प्रकार का होता है हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड। हाइपरथायराइडिज्‍म में अत्‍यधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन बनने लगता है जबकि हाइपोथायराइडिजम में  हार्मोन का उत्‍पादन कम होता है।
हार्मोन में असंतुलन की स्थिति खराब हाजमा की वजह से होताा है। लंबे समय तक जब हमारा हाजमा खराब होता हैै तो तो शरीर मेंं अम्ल की अधिकता हो जाती है। जो कि हमारे शरीर में हार्मोन को असंतुलित करता है शरीर मेंं मौजू पोषक तत्व मेंं भी
कमी आती है। खाने से भी  पोषक तत्व हमारा शरीर ठीक प्रकार से ग्रहण नहीं कर पाता है। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर पूर्ण  स्वास्थ्य लाभ उठा सकते है।


समाधान -

1. गले के पर गीला तौलिया लपेट कर 20 मिनट के लिए रखें। यह बहुत ही लाभदायक है।

2. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।
सूर्य नमस्कार 10 बार करें, उज्जायि प्राणायाम प्रतिदिन करें, 10 मिनट तक यह आपकी गलग्रंथी को स्वास्थ्य देगा । दौड़ लगाएं 10 से 15 मिनट तक के लिए यह आपका रक्त संचार को ठीक करेगा।

3.अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

4. स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल से गले  पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें। 

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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