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Q&A
11:59 AM | 02-07-2020

Hello! I am Dhandapani from Bangalore. I had MI 4 years back and one stent was planted. I suffered from anxiety disorder too. I am taking 4 tablets daily, due to this I am suffering from acidity and heart burning. I am on homeopathy medicine also but not much relief so any one of you please suggest good permanent cure.

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

12:41 PM | 03-07-2020

Hello User,

Consumption of fatty diet and highly spiced food leads to indigestion which causes heartburn. Toxins are the primary cause of gastric trouble. Our sedentary lifestyle also plays a role in this picture. What needs to be taken care of now is the fact that a major change in lifestyle and diet will be the cure of the problem.

In digestive problems with the consumption of this kind of food, the problem is, from the oesophagus to rectum everything is disturbed. The toxins are in the body, call it to stomach ulcers or gastritis, they relate to the same cause. With a healthy change in routine, what makes a major difference is by changing lifestyles, that we are not only curing the disease at this stage but also preventing future relapses.

Now let us understand what changes we can make:

Eat:

Starting your day with something light in nature and easy to digest is what your breakfast should be. Even the early morning ritual should include consumption of two-three glasses of warm water will help in flushing out all the toxins.

  1. Including a fiber-rich food item that helps in adding bulk to the stools, for example having apples, bananas, nuts, etc. which have a good amount of fiber in them.
  2. One tomato with black pepper in the evening time an hour before dinner.
  3. During evening time, take an inch of ginger and boil in two cups of water with half a teaspoon of turmeric honey, this will help in beating inflammation caused by indigestion.
  4. Fennels seeds after food aids clearing bowels easily. 

Exercise:

  • Sitting in the position of Vajraasana will help in the treatment of indigestion. After your meals practice, this poses for better digestion and easy stools.
  • Suryanamaskar daily 12 sets will help in increasing the blood circulation of your body.

Meditation:

  • In any kind of disease, stress comes complementary to it, but with our assurance and positive attitude, we can treat anything. The best thing to start with is breathing mindfully before sleep with the help of music to stay positive.

  • Use a 15-minute relaxation technique before sleep, by hearing a piece of soothing music and deep breathing will help in relaxing your mind.

  • A positive attitude will help you to deal with everything in life.

Sleep:

  • Sleeping for at least 7-8 hours is really helpful in dealing with any problem. Sleep is our body's natural response and helps the body to heal. Sleep relaxes the muscles and strengthens our body. During sleep, our body goes into a repair mechanism where it heals itself.

    Hopefully, these suggestions will help you.

    Thank you

08:25 PM | 03-07-2020

Thankyou somuch kushbu sutar

Reply


12:57 PM | 06-07-2020

Hello,

Acidity, heartburn, anxiety, all these problems of yours are inter-related. The reason for these problems is the accumulation of toxins in the body which is due to the consumption of high fatty foods and the wrong lifestyle. 

Diet to follow- 

  • Drink 3 to 4 glasses of warm water in the morning on an empty stomach. This will help to flush the toxins out of the body.
  • Include Vitamin C in your diet like have blueberries, oranges, lemon, amla, etc.
  • Eat soaked raisins, dry fruits, and sprouts to get them easily absorbable nutrients. 
  • Have a fiber-rich diet. Eat salads, fresh fruits, and vegetables. Also, drink freshly prepared homemade fruit juices with fibers. This will help in the movement of stool and will add bulk to the stool, so that, it can be removed easily from the body.
  • Drink plenty of water throughout the day. 

Exercise 

Doing exercise or yoga daily will help to improve the blood circulation in the body and also to improve the metabolism of the body. 

  • Take a brisk morning walk of at least 30min.
  • Perform pranayam regularly, specially anulom-vilom and bhastrika pranayam. 
  • Do suryanamaskar daily. 
  • Perform paschimottan asana, trikona asana, gomukha asana and padahasta asana. 

Sleep

Sleeping is important to maintain the circadian rhythm and also maintain our metabolism. Therefore, take proper sleep of at least 7-8 hours daily. Sleep early at night and also wake up early in the morning. 

Thank you 



03:15 PM | 02-07-2020

हेलो,
कारण - मानसिक स्वास्थ्य विकार जैसे चिंता, डिप्रेशन, सूचक है की 
ऑक्सीजन और रक्त का संचार ठीक प्रकार से नहीं हो पा रहा है। रक्त और ऑक्सीजन के संचार में कमी होने का मुख्य कारण पाचन तंत्र में अम्ल का बढ़ना है। जैसे वायुमंडल में हवा दूषित होने पर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है उसी तरीके से शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ने से ऑक्सीजन और रक्त की संचार में कमी आती है।

प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाकर इसे पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है।

मेडिकेटेड स्टेंट हार्ट की जो नस सिकुड़ जाती है उसे फुलाने के बाद स्टेंट यानि छल्ला डालकर स्थिर कर दिया जाता है। यह प्रक्रिया एंजियोप्लास्टी कहलाती है। मेडिकेटेड स्टेंट में एक प्रकार का केमिकल लगा होता है जो आसपास की नसों को सिकुड़ने से रोकता है।

यह परिस्थिति तब उत्पन्न होता है जब लंबे समय तक खराब हाजमा और निष्कासन में अवरोध पैदा होता है लाइफस्टाइल में कुछ दोष होने की वजह से भी यह समस्या उत्पन्न होती है शारीरिक और मानसिक क्रियाओं में संतुलन होना जरूरी है। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर पूर्ण लाभ पाया जा सकता है।

समाधान - भ्रामरी प्राणायाम,ताड़ासन, नटराजासन

वृक्षासन,हस्तपादासन, सर्वांगासन, हलासन, पवन-मुक्तासन, अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।

प्रतिदिन आप ख़ुद को प्यार दें अपने बारे में 10 अच्छी बातें कोरे काग़ज़ पर लिख कर और प्रकृति को अपने होने का धन्यवाद दें।

मानसिक समस्या भी इसी शरीर की समस्या है सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसी भी परिस्थिति में सकारात्मक सोंच रखते हैं या नकारात्मक।

प्राकृतिक जुड़ाव आपको सकारात्मक सोंच प्रदान करेंगी क्योंकि प्राकृतिक जीवन शैली अपने आप में पूर्ण भी है और जीवंत भी है। पाँच तत्व से प्रकृति चल रही है और उसी पाँच तत्व से हमारा शरीर चल रहा है।

जीवन शैली - 1 आकाश तत्व- एक खाने से दूसरे खाने के बीच में विराम दें। रोज़ाना 15 घंटे का उपवास करें जैसे रात का भोजन 7 बजे तक कर लिया और सुबह का नाश्ता 9 बजे लें। वाद्य यंत्र शास्त्री संगीत (instrumental classical music)सुनें।

2 वायु तत्व- लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

अपने कमरे में ख़ुशबू दार फूलों को रखें।

3 अग्Iनि तत्व- सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

4 जल तत्व- 4 पहर का स्नान करें। सुबह सूर्य उदय से पहले, दोपहर के खाने से पहले, शाम को सूर्यअस्त के बाद, और रात सोने से पहले स्नान करें। नहाने के पानी में ख़ुशबू वाले फूलों का रस मिलाएँ। नींबू या पुदीना का रस मिला सकते हैं।खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें। 

सर पर सूती कपड़ा बाँध कर उसके ऊपर खीरा और मेहंदी या करी पत्ते का पेस्ट लगाएँ,नाभि पर खीरा का पेस्ट लगाएँ।पैरों को 20 मिनट के लिए सादे पानी से भरे किसी बाल्टी या टब में डूबो कर रखें।

5 पृथ्वी-। सब्ज़ी, सलाद, फल, मेवे, आपका मुख्य आहार होगा। आप सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

दोपहर में 12 बजे फिर से इसी जूस को लें। इसके एक घंटे बाद खाना खाएँ। शाम को नारियल पानी लें फिर 2 घंटे तक कुछ ना लें। रात के सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें, नारियल की गिरि मिलाएँ।

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ।इसे बिना नमक के खाएँ, बहुत फ़ायदा होगा।सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

08:29 PM | 03-07-2020

Thankyou very much ruby JI it would have been still better if it was in English I had to struggle to read it out

Reply
Ruby

10:08 PM | 03-07-2020

Ok .




05:00 PM | 06-07-2020

Namaskar!

We do understand your concern!

To begin with, please understand that as per the Nature Cure approach the body is seen as a whole unit and therefore any health issue (physical/mental) is concerned with the overall functioning and internal state of balance. Owing to wrong lifestyle choices, toxins get accumulated in the body and disrupt the internal balance. Our gastrointestinal tract ( GI Tract or GUT) is a long tube inhabited by millions of microbes and about 70% of our health depends on the quality of the gut. These microbes play a crucial role in communicating with the brain. When the sensitive balance of gut flora (microbes) is disturbed it affects our mental health similarly acidity also occurs because of an increase in the acid levels in the bloodstream. Acidic residues get built up, again because of wrong food habits as well as non-food elements. Stressful situations and negative emotions may be acid-producing in the body. By becoming mindful and taking corrective action to get our body back in-sync with nature – food, sleep, rest, react, etc. the balance is automatically restored and we can prevent and heal our health issues (physical as well as mental) 

If we support the body with the right inputs in terms of food as well as non-food elements (like sleep, exercise, relaxation, etc.) we can prevent and heal our physical mental health issues. We would thereby encourage you to adopt a natural lifestyle to deal with your condition. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. 

In the meantime, you may find it helpful to explore these resources:

  1. Blogs 
    1. Tension, anxiety and depression - Deal with it naturally
    2. Understand your acidity and help yourself naturally - Part 1/2
    3. Say goodbye to acidity forever, simply and naturally - Part 2/2

There are many natural healing stories on Wellcure, but we would like to guide you to the following specifically :

  1.  Overcame Physical and Mental Pain through Nature Cure
  2. How I overcame depression & skin issues and healed my life 
  3.    Health Journeys of people made lifestyle changes and managed their acidity problems

Regards

Team Wellcure

08:27 PM | 03-07-2020

Thankyou sooooomuch WellCare team

Reply
S Chandrasekharan

05:09 PM | 05-07-2020

Write Something here...god is great



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