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Q&A
05:06 PM | 11-08-2020

Hello, I am single mother of 10 months old baby. I have pain in my knee and feel very weak while walking. After c section my body become weak. What should i do?? Please suggest

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

06:00 PM | 12-08-2020

Hello User,

After the delivery our body tends to go under massive changes, knee pain and other body aches are also part of it. The problem it causes further is, with our sedentary lifestyle and fatty diet, the knees which are the weight-bearing joint of our body get extra-loaded and this tends to make our body very weak and vulnerable. In order to protect our body from more damages, we have to protect it with a healthy lifestyle.

The reason our body works in harmony is because of the fact that the fluid is present in the body. This acts as grease in the body which tends to make sure that all the organs have a smooth flow in function. The knee cap gets disturbed due to the fact that the cartilage is not getting a sufficient amount of fluid in the knee region. So, our main focus is to make sure that our body gets fluid. But now you can surely deal with it, with these guidelines.

Eat:

A good amount of water is needed in the body, 5-6 liters of water is at least needed in the body, the blood is there 5-6 liters so at least that much of water is needed in the body. Start storing the water in copper bottles so as to make sure we get a good amount of copper. Copper is the required mineral which helps in treating fluid.

Calcium is another mineral which is needed in this stage to make sure our bones are working in harmony, calcium helps in treating all the disease related to growth and wear tear of our tissues, good source of calcium are green leafy vegetables because not only they are easily absorbed in the body but also we can rely on the plant vegetables for not producing toxicity in the body. Seeds are another good source of calcium, for example, flax seeds.

When we eat the right kind of food at the right time we make sure that it is easily absorbed.

  • Let us start your day with a good amount of water.2-3 glasses of warm water help in flushing out the toxins. These toxins which come and make our immunity vulnerable to diseases need to be flushed.
  • Your breakfast should comprise something light, a fruit bowl and after some time a vegetable juice is easy to digest. This will help in the absorption of nutrients easily.
  • The consumption of seeds after lunch like a mouth freshener is a very good chance of dealing with it.

Exercise:

Let us start with dealing with the exercise part in a broader spectrum, exercising will not only help you in bringing back the comfort but also get a good amount of exercise.

1. After sitting on a chair, raise your legs at a right angle one by one and do it continuously, for 25 times. Do it with one long breath at a time.

2. A brisk walk is something that you can do daily without getting knee pain.

3. By sleeping on your back, you do leg raise alternately, this will put more pressure on the muscles.

With the help of these guidelines, you will surely be able to work on your knee gap and your exercises will be fruitful without discomfort or pain.

Meditation:

  • Practice mindful meditation.
  • Deal with your stress.
  • Allow positivity to be part of your life.

Doing a 15-minute exercise before sleep like deep breathing will help in relaxing your mind, you can use music also for relaxation. A calm mind will lead to a healthier body.

Sleep:

Getting 7-8 hours of sleep is very essential for the body, during sleep our body repairs itself and rejuvenates us for the whole day.

Hopefully, these suggestions will help you.

Thank you.



06:04 PM | 11-08-2020

हेलो,

कारण - बच्चे के जन्म से पहले और विशेष कर सी सेक्शन के बाद  मां को अपने भोजन में  रस फाइबर और जीवन युक्त भोजन को शामिल करना चाहिए जिससे कि शरीर को पोषक तत्व मिले और पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।घुटने का दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द का मुख्य कारक होता है। शरीर में बढ़ा हुआ अम्ल शरीर का हाजमा खराब होने पर हमारे शरीर में अम्ल की अधिकता हो जाती है शरीर में अम्ल की अधिकता होने पर रक्त संचार में कमी आती है और यह दर्द का कारक बनता है।हमारे शरीर में Vitamin D की कमी के कारण होता है। पोषक तत्व का शरीर में ठीक प्रकार से संचार ना हो पाना इस रोग का मुख्य कारक है। शरीर में खराब प्रोटीनों के बनने, शरीर के भीतर के पर्यावरण में बदलाव से हो सकता है। मूल कारण पर काम किए बिनाा शरीर में हो रहेे प्रतिक्रिया  को रोका नहीं जा सकता है।पाचन तंत्र को स्वस्थ करना प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति का उद्देश्यय है जिससे कि सभी तरीके के समस्या को ठीक कि जा सकता है।समाधान -1. गहरे हरे रंग के पत्तों का जूस बहुत ही फायदेमंद है 25 से 30 ग्राम पालक के पत्ते या धनिया के पत्ते या पुदीना के पत्तों को पीसकर उसमें 200 ml पानी मिलाएं। खाली पेट इसको पिए यह काफी लाभकारी है इसके जगह पर दूब घास, बेलपत्र, का जूस भी बहुत लाभकारी है।

2.सूरज की रोशनी में सर और आंख को ढककर 20 मिनट के लिए लेटे पांच 5 मिनट आगे पीछे दाएं बाएं धूप की रोशनी लें। यह प्रक्रिया इस रोग में काफी लाभकारी साबित होगा।

3.मानसिक और शारीरिक क्रियाओं में संतुलन लाए। दौड़ना,  बैडमिंटन खेलना, योगासन करना,  प्राणायाम करना बहुत ही फायदेमंद है। प्रतिदिन आधे घंटे के लिए इन क्रियाओं में संलग्न हो।

लंबा गहरा सांस अंदर ले रुके थोड़ी देर 10 गिनने तक फिर सांस को खाली करें खाली करने के बाद 10 गिनने तक रुके फिर लंबा गहरा सांस अंदर खींचें यह प्रक्रिया एक चक्र हुआ ऐसा 10 चक्र करें एक बार में और ऐसा दिन में तीन से चार बार करें बस इस बात का ध्यान रखें कि जब आप यह प्रक्रिया कर रहे हो तो आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए।

 4.खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल से घुटने के हिस्से की मालिश करें जहां पर समस्या है।  घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है।

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें।अपने खाने में सेंधा  नमक दिन में एक बार केवल पके हुए खाने में लें। क्योंकि नमक शरीर के मिनरल  को सोख लेती है। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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